Ola-Uber को मिलेगी कड़ी टक्कर! आ रही ‘Bharat Taxi’, जानें पैसेंजर और ड्राइवरों को क्या मिलेगा फायदा

देश की सहकारी संस्थाएं अब राइड-हेलिंग बाजार में उतरने जा रही हैं. ‘भारत टैक्सी’ नाम से एक नया टैक्सी प्लेटफॉर्म 2025 के अंत तक लॉन्च होने वाला है, जो ओला और उबर जैसी कंपनियों को सीधी टक्कर देगा. 300 करोड़ रुपये के कैपिटल और आठ बड़ी सहकारी संस्थाओं के समर्थन से यह पहल की जा रही है.

भारत टैक्सी बिगाडे़गा ओला उबर का खेल? Image Credit: @AI/Money9live

Bharat Taxi Ride Hailing Platform: देश में अब पहले से बैठे प्राइवेट टैक्सी सर्विस कंपनियों को सीधी चुनौती मिलने वाली है. Ola, Rapido और Uber जैसे राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म को टक्कर देने के लिए सहकारी संस्थाएं मिलकर एक नया टैक्सी ब्रांड ‘भारत टैक्सी’ लॉन्च करने जा रही हैं. सहकारिता और गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में संकेत दिए थे कि यह सर्विस साल 2025 के अंत तक देशभर में शुरू हो सकती है. मौजूदा समय में इसके लिए 200 ड्राइवर ऑनबोर्ड हो चुके हैं.

किन को-ऑपरेशन संस्थाएं हैं साझेदार?

इस सर्विस को Multi-State Sahakari Taxi Cooperative Ltd चला रही है, जिसे 6 जून को रजिस्टर किया गया है. इसमें देश की आठ प्रमुख सहकारी संस्थाएं साझेदार हैं, जैसे-

क्या बदलेगा यात्रियों के लिए?

ड्राइवरों को मिलेगा सीधा फायदा

सहकारी मॉडल के तहत काम करने वाली यह टैक्सी सेवा ड्राइवरों को ज्यादा मुनाफा और बेहतर काम की सुविधा देगी. NCDC के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर रोहित गुप्ता ने बताया कि इसका मकसद है, “ड्राइवरों को बेहतर आमदनी और यात्रियों को सुरक्षित, भरोसेमंद और सस्ती सेवा देना.” अब तक दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात में 50-50 ड्राइवरों को जोड़ा जा चुका है और यह नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है. दिलचस्प बात यह है कि यह पूरा प्रोजेक्ट बिना किसी सरकारी हिस्सेदारी के चलाया जा रहा है. फंडिंग पूरी तरह सहकारी संगठनों के जरिए की जा रही है. प्रोजेक्ट के लिए 300 करोड़ रुपये का ऑथराइज्ड कैपिटल तय किया गया है.

कैसा होगा ऐप और बुकिंग सिस्टम?

भारत टैक्सी के लिए एक आधुनिक ऐप तैयार किया जा रहा है. इसके लिए टेक्नोलॉजी पार्टनर चुनने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है. उम्मीद है कि दिसंबर तक ऐप लॉन्च हो जाएगा. इस ऐप के लिए IIM-बैंगलोर और एक टेक कंसल्टेंट मिलकर मार्केटिंग और तकनीकी रणनीति बना रहे हैं. यह ऐप देशभर में एकल प्लेटफॉर्म की तरह काम करेगा और इसमें कोऑपरेटिव प्राइसिंग मॉडल लागू होगा. यानी, किराए में पारदर्शिता होगी और मुनाफा ड्राइवरों के बीच बराबर बंटेगा. इससे इतर, ये योजना पूरे भारत में विस्तार की है. सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा ड्राइवर और सहकारी संस्थाएं इससे जुड़ें. आने वाले महीनों में नई गाड़ियों और ज्यादा शहरों में सेवा शुरू करने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है.

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