Market Outlook 31 Oct: 25800 पर अब भी मजबूत सपोर्ट, 26100 पर रेजिस्टेंस, क्या हो F&O में रणनीति?

भारतीय बाजार में गुरुवार को चौतरफा बिकवाली हावी रही. Nifty 176 अंक गिरकर 25,877 पर बंद हुआ. हालांकि, एक्सपर्ट्स के मुताबिक निफ्टी अब भी एक मजबूत सपोर्ट जोन से ऊपर है और 26,100 अब भी एक बड़ा रेजिस्टेंस बना हुआ है.

बेयरिश हुआ बाजार Image Credit: FreePik

भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को कमजोरी का दौर रहा. पिछले तीन वीक के मजबूत अपट्रेंड के बीच गुरुवार को चौतरफा बिकवाली हुई. इसकी वजह से एडवांस-डिक्लाइन रेश्यो में कमजोरी देखने को मिली है और मार्केट ब्रेड्थ भी कम हुई है. हालांकि, बेंचमार्क निफ्टी की बात की जाए, तो इंडेक्स अब भी 25,800 के अहम सपोर्ट लेवल से ऊपर बना हुआ है. इसके अलावा गुरुवार को आखिरी सत्र में इंट्रा डे लो से मार्केट में रिकवरी भी देखने को मिली है. ऐसे में ओवरऑल ट्रेंड रिवर्सल अभी कन्फर्म नहीं किया जा सकता है.

साइडवेज कंसोलिडेशन जारी

Bajaj Broking के मुताबिक निफ्टी में ऊपरी स्तरों पर प्रॉफिट बुकिंग के चलते बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बना है, जो संकेत देता है कि हालिया तेजी के बाद अब बाजार शॉर्ट-टर्म साइडवेज कंसोलिडेशन फेज में है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि बीते छह सत्रों से Nifty 25,700–26,100 की सीमित दायरे में ट्रेड कर रहा है, जो यह दर्शाता है कि 1,500 अंकों की रैली के बाद अब बाजार “हेल्दी टाइम करेक्शन” के दौर से गुजर रहा है.

ब्रेकआउट का इंतजार करें

Bajaj Broking का मानना है कि 26,100 के ऊपर निर्णायक ब्रेकआउट मिलने पर Nifty अपने पिछले ऑल-टाइम हाई 26,277 को फिर से टेस्ट कर सकता है और आगे 26,500 तक रैली कर सकता है. लेकिन, इस ब्रेकआउट का सब्र से इंतजार करना होगा. वहीं, अगर ट्रेंड रिवर्सल की स्थिति बनती है, तो नीचे की ओर 25,700 से 25,500 के बीच मजबूत सपोर्ट मौजूद है.

पिंग-पॉन्ग मूवमेंट में फंसा बाजार

HDFC सिक्योरिटीज के नंदिश शाह के मुताबिक बाजार टेक्निकल लेवल पर फिलहाल कंसोलिडेशन फेज से गुजर रहा है. इसके साथ ही शाह ने कहा, “पिछले 6 सत्रों से इंडेक्स ‘पिंग-पॉन्ग’ मूवमेंट दिखा रहा है. एक दिन की बढ़त के बाद अगले दिन गिरावट. यह बाजार में बुल्स और बेयर्स के बीच कड़ी लड़ाई को दर्शाता है. Nifty फिलहाल 25,800–26,100 की रेंज में फंसा है, और इस दायरे से ऊपर या नीचे की निर्णायक चाल आगे की दिशा तय करेगी.”

कमजोर हो रहा सपोर्ट

LKP Securities के रूपक डे के मुताबिक 25,900 के नीचे आते ही सपोर्ट में कमजोरी आ सकती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शॉर्ट-टर्म अब भी ट्रेंड पॉजिटिव है, क्योंकि Nifty अपने शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेज के ऊपर है, लेकिन मामूली करेक्शन की संभावना बनी हुई है. शुक्रवार को अगर इंडेक्स 25,900–25,950 के नीचे टिका रहा तो, यह 25,800 या उससे नीचे फिसल सकता है. वहीं, 25,950 के ऊपर बंद होना बुल्स को नई ताकत दे सकता है.

क्या रणनीति अपनाएं F&O ट्रेडर

मार्केट फिलहाल एक क्रिटिकल रेंज में फंसा है, जहां 26,100 के ऊपर ब्रेकआउट नई तेजी की शुरुआत कर सकता है, जबकि 25,800 के नीचे क्लोजिंग और गिरावट को गहरा सकती है. ऑप्शन ट्रेडर्स को यह ध्यान में रखना होगा कि फिलहाल बाजार रेंज-बाउंड बना रह सकता है. Nifty के ATM स्ट्राइक 25,900 पर भारी ओपन इंटरेस्ट बना हुआ है, जो बाजार के लिए “मैग्नेट लेवल” का काम करेगा. ऊपरी ओर 26,100–26,200 पर कॉल राइटिंग और नीचे 25,700–25,800 पर पुट राइटिंग से मजबूत सपोर्ट-रेजिस्टेंस जोन बन गया है.

मोमेंटम का पीछा जोखिम भरा

ऑप्शन ट्रेडर्स के लिए Bull Put Spread (Sell 25,800 PE + Buy 25,600 PE) जैसी रणनीति कारगर हो सकती है. अगर Nifty 26,100 के ऊपर निकलता है, तो Call Ratio Spread (Buy 26,000 CE / Sell 26,200 CE) को देखा जा सकता है. चूंकि, बाजार फिलहाल रेंज बाउंड है, ऐसे में India VIX को भी ध्यान से देखना होगा, जो फिलहाल 12.5 से ऊपर निकल गया है. कुल मिलाकर, ट्रेडर्स को अभी सीमित दायरे में ट्रेड करना चाहिए, फिलहाल मोमेंटम के पीछे भागने से बचना चाहिए और स्पष्ट स्टॉपलॉस के साथ जोखिम सीमित रखना चाहिए.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ या डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.