कोका कोला की बॉटलिंग यूनिट में होगी छंटनी, 300 कर्मचारियों पर गिरेगी गाज; 4 से 6 फीसदी वर्कफोर्स कम करेगी कंपनी
हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेस में लागत घटाने और मुनाफा सुधारने के लिए आंतरिक पुनर्गठन किया जा रहा है. इसके तहत कंपनी करीब 300 कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है, जो कुल वर्कफोर्स का 4 से 6 फीसदी है. यह फैसला कमजोर वित्तीय प्रदर्शन बॉटलिंग बिजनेस की बिक्री और मांग में गिरावट के बीच लिया गया है.
Coca Cola HCCB Layoff: कोका कोला इंडिया की बॉटलिंग कंपनी हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेस में बड़े स्तर पर आंतरिक बदलाव की तैयारी चल रही है. कंपनी अपने खर्च घटाने और मुनाफा सुधारने के लिए कर्मचारियों की संख्या कम करने जा रही है. यह फैसला हाल के कमजोर वित्तीय प्रदर्शन और बदलते बाजार हालात के बीच लिया गया है. कंपनी का कहना है कि यह एक सामान्य बिजनेस रिव्यू का हिस्सा है और इससे रोजमर्रा के कामकाज पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा.
300 कर्मचारियों की छंटनी की तैयारी
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदुस्तान कोका कोला बेवरेजेस में लगभग 300 कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है. यह संख्या कंपनी की कुल वर्कफोर्स का करीब 4 से 6 फीसदी है. फिलहाल कंपनी में लगभग 5000 कर्मचारी काम कर रहे हैं. पिछले 15 दिनों के दौरान इस फैसले की जानकारी आंतरिक तौर पर दी गई है. कंपनी का कहना है कि यह कदम सीमित दायरे में उठाया जा रहा है.
कई विभाग होंगे प्रभावित
इस छंटनी का असर सिर्फ एक विभाग तक सीमित नहीं रहेगा. सेल्स सप्लाई चेन डिस्ट्रीब्यूशन और बॉटलिंग ऑपरेशंस से जुड़े कर्मचारी इससे प्रभावित हो सकते हैं. मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में भी कुछ पदों पर कटौती की संभावना है. कंपनी का फोकस ऑपरेशंस को ज्यादा स्किल और कॉस्ट इफेक्टिव बनाने पर है.
कंपनी ने क्या सफाई दी
कंपनी ने कहा कि बदलती बिजनेस जरूरतों के हिसाब से समय- समय पर स्ट्रक्चर की समीक्षा जरूरी होती है. इसी प्रक्रिया के तहत कैपेसिटी और स्ट्रक्चर का रिवैल्यूएशन किया जा रहा है. कंपनी के मुताबिक यह बदलाव छोटे स्तर का है और इससे प्रोडक्शन या सप्लाई पर कोई नेगेटिव असर नहीं पड़ेगा.
वित्त वर्ष 2025 में कमजोर रहा प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी के वित्तीय नतीजे दबाव में रहे हैं. कंपनी ने इसके लिए वित्त वर्ष 2024 के हाई बेस को जिम्मेदार ठहराया है. पिछले साल कंपनी ने कई राज्यों में अपने बॉटलिंग ऑपरेशंस फ्रेंचाइजी पार्टनर्स को बेचे थे जिससे उस समय आय ज्यादा दिखी थी. इसके मुकाबले चालू वर्ष में गिरावट देखने को मिली.
कई राज्यों में बॉटलिंग बिजनेस की बिक्री
पिछले एक साल में कंपनी ने राजस्थान बिहार नॉर्थ ईस्ट और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में अपने बॉटलिंग ऑपरेशंस बेचे हैं. यह बिजनेस मून बेवरेजेस कंधारी ग्लोबल बेवरेजेस और एसएलएमजी बेवरेजेस को सौंपा गया. कोका कोला मॉडल के तहत कंपनी कंसंट्रेट सप्लाई करती है जबकि बॉटलर्स अपने क्षेत्रों में मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन संभालते हैं.
मौसम और लीडरशिप बदलाव का असर
गर्मी के सीजन में हुई बेमौसम और भारी बारिश से कोल्ड ड्रिंक की मांग प्रभावित हुई. यह समय आमतौर पर बेवरेज इंडस्ट्री के लिए सबसे मजबूत माना जाता है. कमजोर डिमांड का असर बिक्री और मुनाफे पर पड़ा. इसके अलावा जुलाई 2025 में कंपनी में नेतृत्व बदलाव हुआ और हेमंत रुपानी को नया सीईओ नियुक्त किया गया.
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