400 करोड़ का निवेश कर डाबर लगाएगी तमिलनाडु में प्लांट, 250 से ज्यादा नौकरियों के अवसर खुलेंगे
डाबर इंडिया दक्षिण भारत के तमिलनाडु में अपना पहला प्लांट लगाने जा रहा है. विल्लुपुरम जिले में 400 करोड़ रुपये की लागत के साथ कंपनी शुरुआत करने वाली है.

रोजाना इस्तेमाल के सामानों की बिक्री करने वाली कंपनी डाबर इंडिया दक्षिण भारत के तमिलनाडु में अपना पहला प्लांट लगाने जा रहा है. राज्य के विल्लुपुरम जिले में 400 करोड़ रुपये की लागत के साथ कंपनी शुरुआत करने वाली है. राज्य के उद्योग मंत्री टी.आर.बी राजा ने कहा कि डाबर ने इस संबंध में राज्य सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी किया है.
डाबर इंडिया ने जारी एक बयान में कहा कि एमओयू में निवेश के पहले फेस का 135 करोड़ रुपया अप्रूव हो चुका है जिसे 5 सालों में स्केल कर 400 करोड़ रुपये बनाया जाएगा. डाबर इस प्लांट की मदद से दक्षिण भारत में अपने कारोबार को और बढ़ा सकता है जिसकी हिस्सेदारी वर्तमान में उसके घरेलू कारोबार का तकरीबन 18-20 फीसदी है.
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, उद्योग मंत्री टी.आर.बी. राजा, मुख्य सचिव एन मुरुगनंदम की मौजूदगी में राज्य की निवेश प्रोत्साहन एजेंसी गाइडेंस तमिलनाडु के प्रबंध निदेशक विष्णु और डाबर इंडिया के सीईओ मोहित मल्होत्रा ने समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. उद्योग मंत्री राजा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “डाबर इंडिया तमिलनाडु में आपका स्वागत है, बल्कि दक्षिण भारत में आपका स्वागत है.” उन्होंने आगे कहा कि कंपनी 400 करोड़ के निवेश के साथ ही राज्य में 250 से ज्यादा जॉब क्रिएट करेगी. इसके साथ ही हजारों इनडायरेक्ट नौकरियों के अवसर भी खुलेंगे.
राजा ने तमिलनाडु राज्य में डाबर प्लांट के चुनाव को लेकर कहा, “इसकी मदद से आस-पास के डेल्टा क्षेत्र के किसानों के लिए एग्रो उत्पाद बेचने के नए अवसर खुलेंगे. इसके अलावा राज्य में पहले से काम करने के लिए लेबर की उपलब्धता भी है.”
कंपनी के सीईओ मोहित मल्होत्रा ने कहा, “इस निवेश की मदद से दक्षिण भारत में प्रो़डक्ट्स की बढ़ती डिमान्ड को पूरा किया जा सकेगा. हम नौकरियां और लोकल सप्लॉयर के साथ काम कर के तमिलनाडु की इकोनॉमी को बढ़ाने की पूरी कोशिश करेंगे.”
डाबर इंडिया भारत की उभरती हुई फॉस्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) कंपनी है. इसके पोर्टफोलियो में च्यवनप्राश से लेकर पेस्ट जैसे प्रोडक्ट्स शामिल हैं.
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