1000 तक के प्रोडक्ट्स पर Flipkart का बड़ा कदम, खत्म किया कमीशन, घटाई रिटर्न फीस; Meesho ने बढ़ा दी थीं मुश्किलें

Flipkart 1000 रुपये तक की कीमत वाले प्रोडक्ट्स पर किसी भी तरह का कमीशन नहीं लेगी. यह फैसला इसलिए बहुत बड़ा है क्योंकि Flipkart पर मौजूद बड़ी संख्या में लिस्टिंग इसी कीमत रेंज में आती हैं. यानी अब विक्रेताओं को अपने सामान बेचने पर ज्यादा फायदा मिलेगा. Meesho कम कीमत वाले प्रोडक्ट्स और कम मार्जिन पर काम करता है, इसलिए Flipkart भी अब ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों के लिए अपने प्लेटफॉर्म को और आकर्षक बनाना चाहता है.

फ्लिपकार्ट Image Credit: GettyImages

Flipkart: वॉलमार्ट की मालिकाना हक वाली ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart ने sellers के लिए बड़ा ऐलान किया है. कंपनी अब 1000 रुपये तक की कीमत वाले प्रोडक्ट्स पर किसी भी तरह का कमीशन नहीं लेगी. यह फैसला इसलिए बहुत बड़ा है क्योंकि Flipkart पर मौजूद बड़ी संख्या में लिस्टिंग इसी कीमत रेंज में आती हैं. यानी अब विक्रेताओं को अपने सामान बेचने पर ज्यादा फायदा मिलेगा. यह कदम ऐसे समय पर आया है जब Flipkart को Meesho जैसे value-commerce प्लेटफॉर्म से कड़ी टक्कर मिल रही है.

इनसे मिल रही कड़ी टक्कर

Meesho कम कीमत वाले प्रोडक्ट्स और कम मार्जिन पर काम करता है, इसलिए Flipkart भी अब ग्राहकों और विक्रेताओं दोनों के लिए अपने प्लेटफॉर्म को और आकर्षक बनाना चाहता है. कंपनी ने यह भी कहा है कि Shopsy पर भी अब किसी भी सामान पर कोई कमीशन नहीं लिया जाएगा. आम तौर पर Flipkart का कमीशन 6-7 फीसदी के बीच होता है और कई कैटेगरी में यह 15 फीसदी तक पहुंच जाता है. ऐसे में कमीशन पूरा हट जाना विक्रेताओं के लिए बड़ी राहत है. , Shopsy, Flipkart का hyper-value यानी कम-कीमत वाला प्लेटफॉर्म है.

रिटर्न फीस में भी कटौती

Flipkart ने केवल कमीशन ही नहीं हटाया, बल्कि एक और बड़ा बदलाव किया है. कंपनी ने विक्रेताओं से ली जाने वाली रिटर्न फीस 35 रुपये तक घटा दी है. जब कोई ग्राहक सामान वापस करता है, तो उसकी लागत उठानी पड़ती है. अब यह खर्च कम हो जाएगा.

सैलर्स का खर्च 30% तक घटेगा

Flipkart के मार्केटप्लेस और Shopsy के बिजनेस हेड कपिल थिरानी ने TOI को दिए इंटरव्यू में कहा कि ये बदलाव 19 नवंबर से लागू हो जाएंगे. उनका कहना है कि इन फैसलों से sellers का कुल खर्च करीब 30 फीसदी तक कम हो जाएगा. अगर विक्रेता चाहे, तो इस बचत को सीधे ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं. यानी सामान की कीमत उतनी ही कम हो सकती है. इसके अलावा हाल ही में GST में भी कटौती हुई है, अगर उसका फायदा भी जोड़ दिया जाए तो ग्राहकों को ऑनलाइन सामान और सस्ता मिल सकता है. इससे ऑनलाइन खरीदारी और तेजी से बढ़ सकती है.

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