ट्रंप का U-Turn: H-1B वीजा-विदेशी छात्रों पर बदले तेवर, बोले- अमेरिका में टैलेंटेड लोगों की कमी, टैरिफ घटाने का प्लान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ‘अमेरिका फर्स्ट’ एजेंडे से नरम रुख अपनाते हुए कई अहम मोर्चों पर अपनी नीतियों में बदलाव किया है. उन्होंने H-1B वीजा से लेकर विदेशी प्रतिभा की जरूरत स्वीकारी, भारत पर लगे ऊंचे टैरिफ घटाने की बात कही और अमेरिकी विश्वविद्यालयों के लिए विदेशी छात्रों को जरूरी बताया.
Trump’s U-Turn on Tariffs, H-1B Visa: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुर बदलते नजर आ रहे हैं. जनवरी में सत्ता संभालने के बाद एक के बाद एक ऐसे सुधार किए या करने की योजना बनाई जिसमें अमेरिका फर्स्ट की झलक साफ दिखाई देती थी, लेकिन 10 महीने बीत जाने के बाद अब उनके सुर बदलने लगे हैं.
अवैध अप्रवासियों को पकड़ने से लेकर H-1B वीजा पर रोक लगाने तक, ट्रंप के फैसलों से अमेरिका की राजनीति में तारीफ और आलोचना दोनों हो रही हैं. लेकिन अब राष्ट्रपति ने अपना रुख नरम कर लिया है. उन्होंने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा कि अमेरिका के लिए विदेशी प्रतिभाशाली लोगों को आकर्षित करना जरूरी है.
H-1B वीजा पर ट्रंप के बदले तेवर
इंटरव्यू में जब H-1B वीजा पर रोक लगाने के बारे में पूछा गया, तो राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें विदेशी कुशल लोगों की जरूरत है. क्योंकि बेरोजगार अमेरिकियों को बिना ट्रेनिंग के मैन्युफैक्चरिंग और डिफेंस के कामों में नहीं लगाया जा सकता. जब पूछा गया कि क्या अमेरिका में ऐसी प्रतिभा नहीं है, तो ट्रंप ने कहा, “नहीं, आपके पास नहीं है… आपके पास कुछ खास प्रतिभाएं नहीं हैं, और लोगों को सीखना पड़ता है. आप बेरोजगारी की लाइन से लोगों को नहीं ले सकते और कह सकते हैं, ‘मैं तुम्हें मिसाइल बनाने वाली फैक्टरी में लगा दूंगा.”
भारत पर कम करूंगा टैरिफ: ट्रंप
ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद अब अपना फैसला बदल लिया है. मंगलवार को ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका भारत पर ऊंचे टैरिफ कम करेगा. उन्होंने दावा किया कि भारत ने रूसी तेल की खरीद कम कर दी है, जो पहले वाशिंगटन ने ऊंचे टैरिफ लगाने की वजह बताई थी. “रूसी तेल खरीदने की वजह से अभी भारत पर टैरिफ बहुत हाई है और उन्होंने रूसी तेल खरीदना बंद कर दिया है… यह बहुत कम हो रहा है.” ट्रंप ने व्हाइट हाउस में ब्रीफिंग के दौरान कहा. भारत ने भी कहा कि दोनों पक्षों के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत अच्छी चल रही है.
विदेशी छात्रों पर ट्रंप का यू-टर्न
विदेशी छात्रों के मसले पर भी ट्रंप ने यू-टर्न लिया है. डोनाल्ड ट्रंप अब मानते हैं कि विदेशी छात्रों का अमेरिका आना जरूरी है. फॉक्स न्यूज इंटरव्यू में राष्ट्रपति ने कहा कि विदेशी छात्रों को आकर्षित करना अमेरिका के उच्च शिक्षा संस्थानों की वित्तीय स्थिरता के लिए जरूरी है. ट्रंप ने कहा, “आप दुनिया भर से आने वाले आधे छात्रों को काटना नहीं चाहते. हमारे पूरे यूनिवर्सिटी और कॉलेज सिस्टम को बर्बाद कर देंगे. मैं ऐसा नहीं करना चाहता.”
“मैं वास्तव में सोचता हूं कि बाहर के देशों से आना अच्छा है. देखिए, मैं दुनिया से अच्छे संबंध रखना चाहता हूं,” उन्होंने कहा. “हमारे पास चीन से बहुत सारे लोग आते हैं; हमारे पास कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज का बड़ा सिस्टम है. अगर हम इसे आधा काट दें, जो शायद कुछ लोगों को खुश करे, तो अमेरिका में आधे कॉलेज बंद हो जाएंगे,” राष्ट्रपति ने कहा. “हम छात्रों से ट्रिलियन डॉलर कमाते हैं. आप जानते हैं, ज्यादातर विदेशी देशों के छात्र दोगुना से ज्यादा पैसे देते हैं. मैं चाहता हूं कि हमारा स्कूल सिस्टम फले-फूले. यह नहीं कि मैं उन्हें चाहता हूं, लेकिन मैं इसे बिजनेस के रूप में देखता हूं.”
Latest Stories
थाईलैंड जाने का बना रहे हैं प्लान? अब बीयर या वाइन पीने से पहले जान लें नया कानून; वरना भरना पड़ सकता है भारी जुर्माना
नेपाल ने नोट छपवाने का ठेका फिर दिया चीन को, 1000 रुपए वाले 43 करोड़ नोट होंगे तैयार, 141 करोड़ की हुई डील
अमेरिका में नया वीजा नियम, अब इन बीमारियों पर नहीं मिलेगा ग्रीन कार्ड; ट्रंप ने “पब्लिक चार्ज” नियमों में किया बदलाव
