डबल गुड न्यूज! खत्म हुआ 7 साल पुराना विवाद, तिमाही नतीजों ने मारी बाजी, क्या अब रॉकेट बनेगा शेयर?

पिछले एक हफ्ते में शेयर 4.88 फीसदी गिरा, लेकिन पिछले एक साल में इसमें 50.72 फीसदी की बढ़त हुई है. पिछले 5 सालों में शेयर ने लगभग 600 फीसदी का रिटर्न दिया है. 12 नवंबर 2025 तक कंपनी का मार्केट कैप 73,185.64 करोड़ रुपये और इसका P/E रेशियो 72.18 है. कंपनी ने हाल ही में तिमाही नतीजों में 70 फीसदी साल-दर-साल (YoY) मुनाफे की बढ़ोतरी हासिल की है, वहीं 7 साल पुराना मैनेजमेंट विवाद खत्म होने से बाजार में नए दौर की उम्मीदें जगी हैं.

हेल्थकेयर स्टॉक Image Credit: Canva

Fortis Healthcare Share Price: हेल्थकेयर सेक्टर की कंपनी Fortis Healthcare एक बार फिर निवेशकों के रडार पर है. कंपनी ने हाल ही में तिमाही नतीजों में 70 फीसदी साल-दर-साल (YoY) मुनाफे की बढ़ोतरी हासिल की है, वहीं 7 साल पुराना मैनेजमेंट विवाद खत्म होने से बाजार में नए दौर की उम्मीदें जगी हैं. मजबूत प्रमोटर बैकिंग और लगातार बेहतर प्रदर्शन के चलते यह स्टॉक फिर से चर्चा में है. यह शेयर अपने 52-वीक लो से 60 फीसदी चढ़ चुका है. अब देखना है क्या इन 2 खबरों के बाद शेयर रॉकेट बनता है या नहीं?

7 साल पुराना विवाद

  • यह विवाद मलेशिया की IHH Healthcare Berhad और जापान की Daiichi Sankyo के बीच 2008 में Ranbaxy Laboratories की बिक्री से जुड़ा था. उस वक्त Fortis के संस्थापक मालविंदर और शिविंदर सिंह ने Ranbaxy को Daiichi को 4.6 अरब डॉलर में बेचा था.
  • बाद में 2016 में सिंगापुर की अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता अदालत ने फैसला दिया कि सिंह ब्रदर्स ने Ranbaxy के रेगुलेटरी मामलों की गलत जानकारी दी थी, जिससे Daiichi को भारी नुकसान हुआ. अदालत ने 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का हर्जाना Daiichi के पक्ष में तय किया.
  • इसके बाद Daiichi ने सिंह ब्रदर्स की संपत्तियों पर दावा ठोका, जिसमें Fortis Healthcare में उनकी 31.1 फीसदी हिस्सेदारी भी शामिल थी. जब 2018 में IHH Healthcare ने Fortis में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश कर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश की, तो Daiichi ने इसका विरोध किया और मामला दिल्ली हाईकोर्ट और SEBI तक पहुंच गया.
  • इस विवाद के चलते IHH की ओपन ऑफर प्रक्रिया सालों तक अटकी रही. आखिरकार अक्टूबर 2025 में SEBI ने ओपन ऑफर को मंजूरी दी, जब Daiichi के दावे RBL Bank और सिंह ब्रदर्स के साथ सुलह समझौते से सुलझ गए.
  • 10 नवम्बर 2025 को ओपन ऑफर पूरी होने के बाद IHH ने Fortis Healthcare में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 31.17 फीसदी और Fortis Malar में 62.73 फीसदी कर ली. इस तरह 7 साल पुराना विवाद समाप्त हुआ.

मुनाफे में 70 फीसदी उछाल

रेवेन्यू बढ़कर 2,331 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो पिछले साल के 1,988 करोड़ रुपये के मुकाबले 17.2 फीसदी की बढ़ोतरी है. वहीं, तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) आधार पर भी 7.6 फीसदी की बढ़ोतरी रही.

नेट प्रॉफिट में जबरदस्त उछाल आया है. Q2FY26 में मुनाफा 329 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 193 करोड़ रुपये से 70.5 फीसदी ज्यादा है. वहीं, पिछले तिमाही के 267 करोड़ रुपये से 23.2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. पिछले तीन वर्षों में कंपनी का प्रॉफिट CAGR 31 फीसदी, सेल्स CAGR 11 फीसदी और ROE CAGR 9 फीसदी रहा है. जो सतत सुधार और मजबूत ऑपरेशनल एफिशिएंसी को दिखाता है.

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5 साल में 600 फीसदी का रिटर्न

सोर्स-TradingView

13 नवंबर को बाजार खुलने से पहले इसके शेयरों का भाव 969.4 रुपये था. पिछले एक हफ्ते में शेयर 4.88 फीसदी गिरा, लेकिन पिछले एक साल में इसमें 50.72 फीसदी की बढ़त हुई है. पिछले 5 सालों में शेयर ने लगभग 600 फीसदी का रिटर्न दिया है. 12 नवंबर 2025 तक कंपनी का मार्केट कैप 73,185.64 करोड़ रुपये और इसका P/E रेशियो 72.18 है.

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डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.