अब नकली हॉलमार्क का भी खतरा, गोल्ड खरीदने से पहले ऐसे चेक करें असली सोना

सोना असली या नकली? सोने पर लगा हॉलमार्क असली या नकली? कैरेट की जानकारी सही या गलत? ऐसी झंझट से बचने के लिए तीन सवाल याद कर लीजिए जो ज्वैलर से पूछेंगे तो नहीं ठगे जाएंगे.

फिर से महंगा हुआ सोना, कीमतों में हुई बढ़ोतरी. (सांकेतिक फोटो) Image Credit: PTI

धनतेरस और दिवाली पर सोना ले रहे हैं तो कम से कम तीन ऐसे जरूरी सवालों को ध्यान में रखें जो आपको अपने ज्वैलर से पूछना ही पूछना चाहिए. क्योंकि सोना तो दिखने में खरा ही होता है लेकिन हॉलमार्क फर्जी हो सकता है और हम उसे असली समझ कर खरीद लेते हैं. यहां आपको बताएंगे कि नकली हॉलमार्क को कैसे पहचानेंगे.

सोने की प्योरिटी के लिए पूछें ये कीमती सवाल

सोने की कीमत प्रति ग्राम के हिसाब से तय होती है इसलिए वजन या कीमत में सुई बराबर भी कम ज्यादा होगा तो मोटा पैसा बर्बाद हो सकता है.

  • सोने के भाव में इंपोर्ट ड्यूटी, एक्सचेंज रेट और न जाने कितने तरह के टैक्स जुड़े होते हैं आप किस राज्य के किस शहर में उससे भी सोने के भाव में फर्क पड़ जाता है. इसलिए सोना खरीदने से पहले रेट पूछें, ताकि आप भी गणित लगा सके. अगर ज्वैलर पहचान का है तो भी रेट जरूर पूछे. सही सवाल यही होगा कि ‘हमारे शहर में सोने का क्या भाव चल रहा है.’
  • कैरेट, इसका भी सोने के भाव पर बड़ा असर रहता है. 24 कैरेट वाला सोना सबसे महंगा, फिर 22 कैरेट, 18 कैरेट. इसलिए अपने ज्वैलर से पूछें कि कौन सा कैरेट का सोना हैं और उसकी कीमत कितनी है.
  • जब सोने के गहने बनते हैं यानी डिजाइन डलती है तो उसका एक खर्च आता है, इसे मेकिंग चार्ज कहते हैं. हर ज्वैलर अपने हिसाब से मेकिंग चार्ज लगाता है. इसलिए आप मेकिंग चार्ज पर बार्गेनिंग कर सकते हैं.

कैसे जांच करें सोने की शुद्धता?

जो भी सोना या ज्वैलरी या सिक्का खरीदते समय पर उस पर एक मार्क बना हुआ होता है, यह मार्क भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का हॉलमार्क होता है उसे चेक करें. अगर वो ना हो तो समझें कि वह गड़बड़ सोना है.

हॉलमार्क का मतलब सरकार यह गारंटी दे रही है कि यह सोना असली है. दरअसल सरकार ने 1 अप्रैल 2023 से देश में बिना हॉलमार्क के सोने की बिक्री पर रोक लगा दी है.

अच्छा, हॉलमार्क भी तीन तरह के होते हैं:

  • BIS मार्क
  • शुद्धता ग्रेड (कैरेट नंबर)
  • 6 अंकों का अल्फा न्यूमेरिक कोड यानी HUID नंबर
  • HUID नंबर जरूर चेक करें कई बार सोने पर केवल BIS मार्क और ज्वैलरी दुकान का नाम ही होता है जो गलत है.

हॉलमार्क असली है या नकली, कैसे पहचानें?

हॉलमार्किंग को BIS जारी करता है यह एक क्वालिटी सर्टिफिकेट है, जो सोने की शुद्धता की गारंटी देता है. हॉलमार्किंग साइज का ध्यान रखें, कई बार ज्वैलर ठगने के लिए आपको गलत जानकारी देता है.

अब हॉलमार्क की आपको समझ होनी चाहिए, हो सकता स्कैमर या ज्वैलर गलत हॉलमार्क लगा कर बेच डाले. इसीलिए HUID नंबर भी चेक करें. आप इस नंबर को BIS ऐप या वेबसाइट पर डालकर देखें तो जानकारी नहीं आएगी. कई बार लिखा हुआ HUID नंबर स्पष्ट नहीं होता, घिसा हुआ होता है – वह भी नकली ही है. इसके अलावा कई बार नकली BIS मार्क और लिखे हुए HUID नंबर का रंग गहनों के रंग से हल्का या अलग होता है. ये कुछ बातें ध्यान रखेंगे तो आप नकली हॉलमार्क पहचान पाएंगे.