Gold Rate Today: सोने-चांदी के लुढ़के भाव, जानें कितना हुआ सस्‍ता, यहां चेक करें लेटेस्‍ट रेट

बुलियन बाजार में इन-दिनों उतार चढ़ाव का दौर जारी है. मंगलवार यानी 19 अगस्‍त को सोने-चांदी दोनों की कीमत में मामूली गिरावट देखने को मिली. तो कितना सस्‍ता हुआ सोना-चांदी और क्‍या है इसकी वजह, जानें डिटेल.

सोने-चांदी के कितने पहुंचे भाव Image Credit: money9

Gold and Silver rate today: फेडरल रिजर्व की बैठक और यूक्रेन युद्ध समाप्ति प्रयासों पर निवेशकों की नजर है. जिसके चलते बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है. इसका असर बुलियन मार्केट में भी देखने को मिला. मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में मामूली गिरावट देखने को मिली. जिससे ये सस्‍ता हो गया है.

मल्‍टी कमोडिटी एक्‍सचेंज यानी MCX पर सोना मंगलवार को 41 रूपये की मामूली गिरावट के साथ 99,360 रुपये प्रति 10 ग्राम कारोबार करता नजर आया. वहीं चांदी 292 रुपये गिरकर 113,300 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. हालांकि अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर सोने में उछाल दर्ज किया गया. ये 0.18 फीसदी बढ़त के साथ 3,341.03 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करता नजर आया.

रिटेल में कितनी है कीमत?

तनिष्‍क की वेबसाइट पर 19 अगस्‍त को 24 कैरेट गोल्‍ड के भाव 101620 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया. 18 और 17 अगस्‍त को इसकी कीमत इतनी ही थी. यानी इसके रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 22 कैरेट गोल्‍ड की कीमत 93150 रुपये दर्ज की गई है. इसकी कीमतों में भी तीन दिनों से कोई बदलाव नहीं हुआ है.

दिल्‍ली में क्‍या है रेट?

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक दिल्‍ली के सर्राफा बाजार में सोमवार को सोने की कीमत 1,00,920 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही. वहीं स्थानीय बाजार में, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत सोमवार को 1,00,500 रुपये प्रति 10 ग्राम स्थिर रही. एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषण विभाग के उपाध्यक्ष (जिंस और मुद्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि सोने की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं, क्योंकि शांति की दिशा में कोई भी प्रगति सोने पर दबाव डाल सकती है, जबकि समाधान में लंबे समय तक देरी से कीमतों को समर्थन मिलने की संभावना है. सर्राफा संघ के अनुसार, सोमवार को चांदी की कीमतें 1,000 रुपये बढ़कर 1,15,000 रुपये प्रति किलोग्राम थी.

ऑग्मोंट की शोध प्रमुख रेनिशा चैनानी ने कहा कि निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के विवरण जारी होने का इंतजार कर रहे हैं. इससे ब्याज दरों को उनके मौजूदा स्तर पर बनाए रखने के फैसले के लिए आगे के लिए कुछ संकेत मिल सकते हैं.