चीन ने भारत के लिए फिर से खोले दरवाजे, रेअर अर्थ मैगनेट-फर्टिलाइजर-टनल बोरिंग मशीन से प्रतिबंध हटाया-रिपोर्ट

भारत और चीन के बीच पिछले कुछ समय से तनाव का माहौल था, जिसकी वजह से दोनों देशों के बीच व्‍यापारिक रिश्‍ते भी प्रभावित हुए थे. इसी सिलसिले में चीन ने भारत को सप्‍लाई होने वाली कई अहम चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया था. मगर चीन ने भारत को राहत देते हुए एक बड़ा ऐलान किया है.

भारत-चीन Image Credit: Bloomberg Creative/Getty Images

China lifts curbs on rare earths and more: भारत-चीन के उलझे रिश्‍ते हमेशा से ही सुर्खियों में रहते हैं. मगर चीन के एक ऐलान से दोनों देशों के संबंधों को एक नई दिशा दे सकते हैं. दरअसल चीन ने भारत की तीन प्रमुख मांगों यानी फर्टिलाइजर, रेयर अर्थ मैग्नेट्स व मिनरल्स और टनल बोरिंग मशीनों पर लगे निर्यात पाबंदियों को हटाने की बात कही है. यह फैसला विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी की पिछले महीने हुई मुलाकात के बाद आया है.

ईटी की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया मुताबिक वांग यी, जो सोमवार से भारत के दो दिवसीय दौरे पर हैं, उन्‍होंने जयशंकर को आश्वासन दिया कि चीन ने इन तीनों क्षेत्रों में भारत की जरूरतों को पूरा करना शुरू कर दिया है. इन सामानों की शिपमेंट भी शुरू हो चुकी है. बता दें भारत ने चीन के सामने इन पाबंदियों को लेकर पहले अपनी चिंताएं जाहिर की थी, खासतौर पर फर्टिलाइजर पर अचानक लगे प्रतिबंधों ने रबी सीजन में डाई-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) की उपलब्धता को बुरी तरह प्रभावित किया था.

क्‍यों लगी थी पाबंदी?

ये पाबंदियां चीन और भारत के बीच बढ़ते तनाव और सुरक्षा चिंताओं के चलते लगाई गई थीं. हालांकि, पिछले महीने जयशंकर और वांग यी की दो मुलाकातों के बाद, वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया सफल होने से दोनों पक्षों ने संबंधों को सामान्य करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं. फर्टिलाइजर के अलावा अहम इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, जैसे मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए टनल बोरिंग मशीनों की शिपमेंट भी रुकी हुई थी, जिनमें विदेशी कंपनियों की चीन-आधारित इकाइयों की ओर से निर्मित मशीनें शामिल थीं. ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग ने भी रेयर अर्थ मैग्नेट्स और मिनरल्स की कमी को लेकर गंभीर चिंता जताई थी.

बैन हटने से इन सेक्‍टर्स को होगा फायदा

  • फर्टिलाइजर पर बैन हटने से कृषि क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों को बड़ी राहत मिलेगी. क्‍योंकि चीन से 80% स्पेशियलिटी फर्टिलाइजर्स (वाटर-सॉल्यूबल, माइक्रोन्यूट्रिएंट, नैनो, बायो-स्टिमुलेंट्स) की आपूर्ति होती है, इसके बहाल होने से फल-सब्जियों की पैदावार बढ़ेगी.
  • 150,000-160,000 टन फर्टिलाइजर की उपलब्धता से डाई-अमोनियम फॉस्फेट (DAP) की कमी दूर होगी, जिससे रबी सीजन में सुधार होगा.
  • रेयर अर्थ में बैन हटने से इलेक्ट्रिक वाहन, स्मार्टफोन्स, विंड टर्बाइन्स और डिफेंस उपकरणों के प्रोडक्‍शन में आ रही दिक्‍कतें दूर होंगी.
  • इसका फायदा TVS मोटर, बजाज ऑटो, मारुति सुजुकी जैसे निर्माताओं को मिलेगी, जिससे उत्पादन कटौती से राहत मिलेगी.
  • टनल बोरिंग मशीनों की दोबारा बहाली से इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में तेजी आएगी. इससे मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए TBM की शिपमेंट शुरू हो सकेगी.