Gold Rate Today: मुनाफावसूली से सोने में गिरावट जारी, जानें आज कितने गिरे दाम, चांदी में मामूली तेजी
MCX पर मंगलवार को सोना 122 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 100,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, वहीं इंटरनेशनल मार्केट में स्पॉट गोल्ड की कीमतें भी गिरी हुई थी.

Gold and Silver rate today: सोने में पिछले कुछ समय से तेजी बनी हुई थी, लेकिन अब दो दिनों से इसमें गिरावट देखने को मिल रही है. वैश्विक अनिश्चितताओं और अस्थिरता के कम होने की वजह से सोने पर दबाव बढ़ गया है, जिसकी वजह से इसमें गिरावट आई है. 12 अगस्त 2025 को सोने में मुनाफावसूली के चलते इसकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. सोना इंटरनेशनल मार्केट से लेकर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर आज लुढ़का हुआ नजर आया.
MCX पर मंगलवार को सोना 122 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 100,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, वहीं इंटरनेशनल मार्केट में स्पॉट गोल्ड आज 1.5 फीसदी गिरकर 3,349.07 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड करता दिखा. वहीं चांदी की बात करें तो इसमें हल्की तेजी देखने को मिली. ये 251 रुपये बढ़कर 113,547 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई.
रिटेल में सोने के भाव
रिटेल लेवल पर नजर डाले तो 12 अगस्त को तनिष्क की वेबसाइट पर 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 102710 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि कल इसकी कीमत 103470 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, यानी रिटेल में आज इसकी कीमतों में थोड़ी गिरावट देखने को मिली. वहीं 22 कैरेट गोल्ड की बात करें तो आज इसकी कीमत 94150 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई. कल इसके रेट 94850 रुपये प्रति 10 ग्राम थी.

महंगाई आंकड़ों पर नजर
भारत और अमेरिका दोनों आज अपने जुलाई CPI महंगाई डेटा जारी करेंगे. निवेशक इसका इंतजार कर रहे हैं, जो फेडरल रिजर्व के ब्याज दर कटौती के रास्ते को और साफ कर सकता है. घरेलू वायदा बाजार में मंगलवार सुबह सोने की कीमतें कमजोर रहीं, क्योंकि निवेशकों ने रिटेल मुद्रास्फीति डेटा से पहले मुनाफावसूली की. रूस-यूक्रेन युद्ध के जल्द खत्म होने की अटकलों ने भी सोने की चमक को थोड़ा फीका किया. अगर US में महंगाई दर बढ़ती है, तो सितंबर में फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती की उम्मीदों पर असर पड़ सकता है.
क्या है निवेशकों का रुख?
रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति वार्ता की अटकलों ने सेफ-हेवन डिमांड को कम किया है, लेकिन मध्य पूर्व में तनाव और US-चीन व्यापार वार्ता की अनिश्चितता सोने को सहारा दे रही है. विशेषज्ञों का सुझाव है कि लंबी अवधि के लिए सोना एक सुरक्षित निवेश हो सकता है, खासकर अगर फेडरल रिजर्व ब्याज दरें कम करता है.
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