चांदी ने सोने को दी मात! सप्ताह भर की कमाई में सिल्वर का रहा जबरदस्त प्रदर्शन, जानें क्या रही वजहें

इस सप्ताह बुलियन मार्केट में सोना-चांदी की कीमतों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा गया. सोने के भाव में पहले गिरावट फिर तेजी का दौर रहा. वहीं चांदी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए निवेशकों को अच्छे मुनाफे का मौका दिया. जानें पूरी खबर विस्तार से.

सोने-चांदी का भाव Image Credit: Money9live

इस सप्ताह बुलियन मार्केट में सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया. 15 सितंबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,10,650 रुपये पर था, जो 18 सितंबर तक गिरकर 1,09,530 रुपये तक पहुंच गया. हालांकि, इसके बाद सोने ने फिर से तेजी पकड़ी और 20 सितंबर तक 1,10,420 रुपये के स्तर पर पहुंच गया.

सप्ताह भर में सोने की कीमतों का विश्लेषण

सप्ताह की शुरुआत में सोने की कीमतें मजबूती से खुलीं. 15 सितंबर (सोमवार) को बुलियन मार्केट में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,10,650 रुपये पर कारोबार कर रहा था. अगले दिन 16 सितंबर को कीमतों में मामूली गिरावट आई और सोना 1,10,620 रुपये पर आ गया.

असली गिरावट 17 और 18 सितंबर को देखी गई, जब सोने की कीमतें तेजी से गिरते हुए क्रमशः 1,10,330 रुपये और 1,09,530 रुपये तक पहुंच गईं. यह सप्ताह का सबसे कम स्तर था. हालांकि, 19 सितंबर से सोने में वापसी शुरू हुई और यह 1,10,410 रुपये पर पहुंच गया. सप्ताह के अंत तक 20 सितंबर को सोना 1,10,420 रुपये के स्तर पर स्थिर रहा.

कीमतों में बदलाव की वजहें

सोने की कीमतों में इस उतार-चढ़ाव की मुख्य वजहें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों और भू-राजनीतिक तनाव रहे. अमेरिकी केंद्रीय बैंक के ब्याज दरों में कटौती की संभावना और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव ने सोने की मांग को प्रभावित किया.

विशेषज्ञों का कहना है कि जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो सोना ज्यादा आकर्षक निवेश विकल्प बन जाता है क्योंकि इससे सोना रखने की अवसर लागत घट जाती है. इसके अलावा, इजराइल-ईरान तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता ने सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ाई.

डॉलर की मजबूती और कमजोरी भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती रहीं. जब डॉलर कमजोर होता है, तो अन्य मुद्राओं में सोना सस्ता हो जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ती है.

MCX में सोने की स्थिति

MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) में भी सोने की कीमतों में समान पैटर्न देखा गया. 15 सितंबर को MCX में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,10,179 रुपये पर था, जो 18 सितंबर तक गिरकर 1,09,052 रुपये तक आ गया. हालांकि, 19 सितंबर को यह फिर से 1,09,847 रुपये पर पहुंच गया.

MCX में सोने की कीमतों को वैश्विक कारकों के साथ-साथ घरेलू मांग, आयात शुल्क, और रुपये की विनिमय दर जैसे कारक प्रभावित करते हैं. त्योहारी सीजन से पहले सोने की मांग में वृद्धि की उम्मीदें भी कीमतों को सहारा दे रही हैं.

चांदी की कीमतों में भी हलचल

चांदी की कीमतों में भी इस सप्ताह काफी अस्थिरता देखी गई. 15 सितंबर को 1 किलो चांदी 1,29,350 रुपये पर थी, जो 17 सितंबर तक गिरकर 1,26,770 रुपये तक आ गई. हालांकि, इसके बाद चांदी में तेजी आई और 19-20 सितंबर को यह 1,30,040-50 रुपये के स्तर पर पहुंच गई.

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चांदी का प्रदर्शन सोने से भी बेहतर रहा, क्योंकि इसमें औद्योगिक मांग भी शामिल है. सौर पैनल और अन्य हरित ऊर्जा तकनीकों में चांदी का इस्तेमाल बढ़ने से इसकी मांग में बढ़त हुई है. विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी में सोने की तुलना में अधिक अस्थिरता होती है, लेकिन यह अच्छे रिटर्न भी दे सकती है. आगे आने वाले समय में फेडरल रिजर्व की नीति, भू-राजनीतिक स्थिति, और त्योहारी मांग सोने-चांदी की कीमतों को प्रभावित करते रहेंगे.