सोने-चांदी की चमक हुई फीकी! गोल्ड ₹600 और चांदी ₹2000 टूटी; जानें कहां पहुंचा भाव
शुक्रवार, 21 नवंबर को सोना और चांदी दोनों की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली में सोना 600 रुपये टूटकर 1,26,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि चांदी 2,000 रुपये लुढ़ककर 1,56,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कमजोर अमेरिकी आर्थिक नीतियों और मजबूत जॉब डेटा के कारण प्रेशर बढ़ा.
Gold and Silver Price Today: शुक्रवार, 21 नवंबर को देश में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में सोना 600 रुपये टूटकर 1,26,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना भी 600 रुपये गिरकर 1,25,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया. दूसरी ओर, चांदी की कीमतों में गिरावट और भी ज्यादा देखने को मिली, जहां चांदी 2,000 रुपये लुढ़ककर 1,56,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड होती दिखाई दी. इसका साफ संकेत है कि कीमती धातुओं पर वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों का प्रभाव गहराता जा रहा है.
ग्लोबल मार्केट का क्या हाल?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी पर दबाव बना रहा. ग्लोबल मार्केट में स्पॉट गोल्ड 0.38 फीसदी गिरकर 4,061.91 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड हुआ, जबकि सिल्वर फ्यूचर्स 2.13 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ 49.56 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. विशेषज्ञों का कहना है कि इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह अमेरिका का उम्मीद से बेहतर जॉब डेटा है. Augmont की रिसर्च हेड रेनीशा चैनानी ने बताया कि उम्मीद से ज्यादा मजबूत अमेरिकी रोजगार आंकड़ों ने फेडरल रिजर्व के दिसंबर में ब्याज दरें कम करने की उम्मीदों को कमजोर कर दिया है.
इससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतों में दबाव बढ़ गया. अमेरिकी श्रम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर महीने में नॉन-फार्म पेरोल्स में 1,19,000 नौकरियां बढ़ीं, जबकि बाजार अनुमान सिर्फ 50,000 का था. मजबूत जॉब डेटा यह संकेत देता है कि अमेरिका की आर्थिक स्थिति सुधर रही है और ऐसे माहौल में फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को जल्द कम करने की जल्दी में नहीं होगा.
फ्यूचर्स का क्या हाल है?
देश में सोने की फ्यूचर ट्रेडिंग में दिलचस्प मोड़ देखने को मिला. दिन की शुरुआत में सोने में गिरावट दिखी, लेकिन दोपहर तक यह रिकवर कर गया. इसकी वजह रही भारतीय रुपये की डॉलर के मुकाबले अचानक कमजोरी. MCX पर दिसंबर डिलीवरी गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट 1,168 रुपये बढ़कर 1,23,895 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. वहीं फरवरी कॉन्ट्रैक्ट भी 1,071 रुपये की बढ़त के साथ 1,25,405 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. रुपये की कीमत में लगभग 1 फीसदी की गिरावट आई, जिससे आयात महंगा हो गया और इसका सीधा असर घरेलू बाजार में सोने को सपोर्ट के रूप में मिला.
क्या है विशेषज्ञों की राय?
LKP सिक्योरिटीज के जतिन त्रिवेदी के अनुसार, COMEX मार्केट में सोना जहां 1 फीसदी गिरकर 4,035 डॉलर प्रति औंस पर आ गया था, वहीं भारत में सोना रुपये की कमजोरी की वजह से मजबूत रहा. उनका कहना है कि मजबूत अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के चलते फेड की ओर से दिसंबर में ब्याज दरें कम करने की संभावनाएं घट गई है, जिससे वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें कमजोर हो सकती हैं. वहीं घरेलू बाजार में सोना रुपये के उतार-चढ़ाव के कारण अस्थिर बना रहेगा.
आगे कैसी रहेगी सोने की कीमत?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें उतार-चढ़ाव से भरी रहेंगी. MCX पर गोल्ड 1,20,000 रुपये से 1,24,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में घूम सकता है. मौजूदा माहौल में निवेशकों को सावधानी के साथ ट्रेडिंग करने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि अमेरिकी आर्थिक डाटा, डॉलर की मजबूती और घरेलू रुपया—तीनों ही कारक मिलकर सोने के बाजार को प्रभावित कर रहे हैं.
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