फिर लौटेगा 2, 5 और 10 रुपये के फूड पैकेट का जमाना, GST कटौती के बाद फंसा पेंच, कंपनियों का नया जुगाड़
22 सितंबर से देशभर में नई जीएसटी दरें लागू हो गई हैं, जिससे अधिकांश सामानों पर, लग्जरी आइटम को छोड़कर, कर की दरें कम हुई हैं. उम्मीद थी कि इससे सामान सस्ता होगा, लेकिन एक महीने बाद भी आम उपभोक्ताओं को खास फायदा नहीं मिला, खासकर FMCG सेक्टर में. हालांकि, ऑटोमोबाइल सेक्टर को रेट कट का लाभ मिला, जहां धनतेरस पर 1 लाख से अधिक गाड़ियां बिकीं. इसलिए सरकार ने 2, 5, 10 और 20 रुपये के पैकेट भी बाजार में लाने के निर्देश दिए हैं.
देशभर में 22 सितंबर से GST की नई दरें लागू हैं. पहले की तुलना में अब लगभग सभी सामानों पर, लग्जरी आइटम को छोड़कर, कम जीएसटी दरें लग रही हैं. नई दरें लागू होने से पहले लोगों को उम्मीद थी कि सामान सस्ते हो जाएंगे. लेकिन नई दरें लागू हुए एक महीना बीत जाने के बाद भी आम लोगों को खास फायदा होता नहीं दिख रहा है, खासकर FMCG सेक्टर में.
हां, कुछ सेक्टर ऐसे हैं जिन्हें रेट कट का सबसे अधिक फायदा मिला है, जैसे ऑटोमोबाइल सेक्टर. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस बार धनतेरस के दिन 1 लाख से अधिक गाड़ियां बिकीं. कई गाड़ियों की कीमत लाखों रुपये तक कम हो गई है.
बाजार में मिलेंगे 2, 5, 10 और 20 रुपये के पैकेट
अब आम जनता तक जीएसटी रेट कट का फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने एक खास कदम उठाया है. सीबीडीटी (CBDT) ने कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे 2, 5, 10 और 20 रुपये के पैकेट भी बाजार में लाएं. सरकार का अनुमान है कि इससे दरों में कटौती का फायदा उपभोक्ताओं को सीधे मिलेगा.
किस प्रोडक्ट की कितनी है हिस्सेदारी?
प्रोडक्ट | हिस्सेदारी (%) |
---|---|
शैंपू | 77 |
बिस्किट | 64 |
चॉकलेट | 58 |
नमकीन स्नैक्स | 44 |
टूथपेस्ट | 22 |
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क्या है चुनौती?
दरों में कटौती के बाद एफएमसीजी कंपनियों के सामने कीमतें कम करने की चुनौती है. उदाहरण के तौर पर, 5 रुपये में मिलने वाला Parle-G अब 4.45 रुपये का हो गया है. इसी तरह, 30 रुपये का Bournvita 26.69 रुपये का रह गया है और ओरिओ बिस्किट की कीमत 10 रुपये से घटकर 8.90 रुपये रह गई है. लेकिन कीमत में इस कमी का लाभ उपभोक्ता नहीं ले पा रहे हैं. इसी चुनौती से निपटने के लिए सरकार ने कंपनियों को 2, 5, 10 और 20 रुपये के छोटे पैकेट बाजार में लाने के निर्देश दिए हैं.
क्या वजन भी बढ़ेगा?
ईटी (ET) की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीबीडीटी अधिकारियों और एफएमसीजी सेक्टर की कंपनियों के बीच बैठक हुई है. कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वे पॉपुलर प्राइस कैटेगरी के पैकेट बाजार में लाएं और साथ ही पैकेट के वजन में 6 से 12 फीसदी तक बढ़ोतरी करें. बिस्किट पैकेट के वजन में 11 से 12 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जा सकती है.
इस कदम से उम्मीद की जा रही है कि जीएसटी रेट कट का वास्तविक फायदा आम उपभोक्ताओं तक पहुंच सकेगा. अगले कुछ हफ्तों में कंपनियां छोटे पैकेट का उत्पादन शुरू कर देंगी.