FII के रडार पर ये 3 स्टॉक्स, 19% फीसदी तक बढ़ाई हिस्सेदारी, 9 महीने से कर रहे खरीदारी, फॉर्च्यून भी लिस्ट में शामिल

शेयर बाजार में निवेशक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और बड़े निवेशकों के पोर्टफोलियो को देखकर निर्णय लेते हैं. हाल के तीन तिमाहियों में एफआईआई ने कई भारतीय कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई है, जो उनकी मजबूत फंडामेंटल और लंबी ग्रोथ को दर्शाता है. भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है और बाजार सकारात्मक प्रदर्शन कर रहा है. इस रिपोर्ट में हम उन तीन कंपनियों पर नजर डालेंगे जो एफआईआई के रडार पर हैं.

FIIs increases stake in 3 Stocks Image Credit: Canva/ Money9

FIIs increases stake in 3 Stocks: शेयर बाजार में कई निवेशक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) और प्रमुख निवेशकों के पोर्टफोलियो को ध्यान में रखते हुए निवेश के निर्णय लेते हैं. हाल ही में FII ने लगातार तीन तिमाहियों से कई भारतीय कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. इससे कंपनियों की मजबूत फंडामेंटल, कमाई के संकेत और लंबे समय की ग्रोथ दिखती है. विभिन्न सेक्टर्स में यह ट्रेंड है. भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है और बाजार अच्छा प्रदर्शन कर सकता है. इस रिपोर्ट में आप उन तीन कंपनियों के बारे में जानेंगे जो विदेशी निवेशकों के रडार पर है.

AWL Agri Business

AWL एग्री बिजनेस भारत की एक बड़ी FMCG कंपनी है. यह किचन की जरूरी चीजें जैसे खाने का तेल और फूड आइटम्स बेचती है. इसका मुख्य ब्रांड फॉर्च्यून है. इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 33,597 करोड़ रुपये है. 21 अक्टूबर को मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान इस स्टॉक में 1 फीसदी से अधिक की तेजी आई है. इस तेजी के बाद इसके एक शेयर की कीमत 261.40 रुपये पर बंद हुई. हालांकि रिटर्न के मोर्चे पर निवेशकों को निराशा हाथ लगी है. पिछले पांच में कंपनी ने केवल 15 फीसदी का रिटर्न दिया है.

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हाल के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार एफआईआई ने AWL में अपना हिस्सा बहुत बढ़ाया है. मार्च 2025 में 4.31 फीसदी था. जून में 4.61 फीसदी हो गया. सितंबर 2025 तक 14.11 फीसदी पहुंच गया. यह तेज बढ़ोतरी दिखाती है कि विदेशी निवेशक कंपनी के भविष्य पर खुश है और कंपनी का कारोबार अच्छा चल रहा है.

Affle 3i

एफल एक ग्लोबल टेक्नोलॉजी कंपनी है. यह कंज्यूमर इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म देती है. इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 26,576 करोड़ रुपये है. 21 अक्टूबर को शेयर की कीमत 1,880.90 रुपये पर बंद हुई. रिटर्न के मामले में इस कंपनी ने भी निवेशकों को निराश किया है.

पिछले तीन तिमाहियों में एफआईआई ने एफल में हिस्सा बढ़ाया है. मार्च 2025 में 16.1 फीसदी था. जून में 18.4 फीसदी हो गया. सितंबर 2025 तक 19 फीसदी पहुंच गया. यह ट्रेंड दिखाता है कि विदेशी निवेशक कंपनी के प्रदर्शन और भविष्य पर भरोसा कर रहे हैं.

एफआईआई ने Q2FY26 में एफल में हिस्सा बढ़ाया. वजह मजबूत फाइनेंशियल परफॉर्मेंस है. रेवेन्यू 19.5 फीसदी सालाना बढ़ा. नेट प्रॉफिट 21.8 फीसदी बढ़ा. कंपनी की एआई ड्रिवन ऐडटेक सॉल्यूशंस बढ़ रही हैं. लंबी ग्रोथ की संभावना है. इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा.

Waaree Energies

वारी एनर्जीज एक भारतीय सोलर इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी है. हाल में पब्लिक इश्यू से फंड जुटाया. कंपनी 6GW की बड़ी फैसिलिटी बना रही है. इसमें इंगोट वेफर्स, सोलर सेल्स और सोलर पीवी मॉड्यूल्स बनेंगे. इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 1,00,884 करोड़ रुपये है. शेयर की कीमत 3,514.30 रुपये पर बंद हुई.

एफआईआई ने वारी एनर्जीज में हिस्सा बढ़ाया है. पिछले तीन तिमाहियों में मार्च 2025 में 0.7 फीसदी था. जून में 2.7 फीसदी हो गया. सितंबर 2025 तक 6.4 फीसदी पहुंच गया. यह तेज बढ़ोतरी दिखाती है कि ग्लोबल निवेशक कंपनी के भविष्य पर भरोसा कर रहे हैं. एफआईआई ने Q2FY26 में वारी में हिस्सा बढ़ाया. मुख्य वजह शानदार फाइनेंशियल परफॉर्मेंस है. रेवेन्यू 70 फीसदी सालाना बढ़ा. नेट प्रॉफिट दोगुना से ज्यादा हुआ. कंपनी का ऑर्डर बुक मजबूत है. बड़े सोलर प्रोजेक्ट्स अच्छे से चल रहे हैं.

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ या डेरिवेटिव में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें