22 सितंबर से इन 49 आइटम पर नहीं लगेगा GST; रोटी, दूध, दवाओं सहित यहां देखें पूरी लिस्ट
जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में आम आदमी को बड़ी राहत दी गई है. परिषद ने कई सामान और सेवाओं को पूरी तरह टैक्स-फ्री कर दिया है. यानी अब इन पर जीएसटी की दर शून्य (0%) होगी. यह बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू होंगे और सीधे उपभोक्ताओं की जेब पर असर डालेंगे.
लाल किले से 15 अगस्त को पीएम मोदी ने GST सुधारों को लेकर जो ऐलान किया, उसे आगे बढ़ाते हुए बुधवार को GST काउंसिल की 56वीं बैठक में 49 वस्तुओं व सेवाओं को अब 0% (NIL) GST श्रेणी में रखा गया है. इसमें दूध व डेयरी उत्पाद, जीवनरक्षक दवाइयाँ, शिक्षा सामग्री और जीवन व स्वास्थ्य बीमा सेवाएं शामिल हैं.
खाद्य वस्तुएं अब टैक्स-फ्री
परिषद ने रोजमर्रा की कई खाद्य वस्तुओं को टैक्स-फ्री कर दिया है. UHT दूध पर 5% जीएसटी हटाकर अब NIL कर दिया गया है. पैक्ड और लेबल्ड पनीर पर भी जीएसटी पूरी तरह हटा दिया गया है. इसके अलावा सभी भारतीय ब्रेड जैसे रोटी, चपाती और पराठा को भी टैक्स-फ्री कर दिया गया है. पिज्जा ब्रेड और खाखरा पर भी अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा. इन बदलावों से घर-गृहस्थी का खर्च घटेगा और आम आदमी को सीधी राहत मिलेगी.
स्वास्थ्य क्षेत्र को बड़ी राहत
स्वास्थ्य सेवाओं और दवाइयों पर जीएसटी हटाने का बड़ा फैसला लिया गया है. 33 जीवनरक्षक दवाइयां, जिन पर पहले 12% टैक्स लगता था, अब पूरी तरह टैक्स-फ्री होंगी. इसके अलावा 3 प्रमुख दवाएं जिनका इस्तेमाल कैंसर और रेयर डिजीज के इलाज में होता है, उन पर 5% टैक्स हटाकर NIL कर दिया गया है. इन बदलावों से गंभीर बीमारियों का इलाज सस्ता होगा और मरीजों पर आर्थिक बोझ कम होगा.
शिक्षा और स्टेशनरी पर टैक्स खत्म
छात्रों और शिक्षा से जुड़े लोगों को भी जीएसटी से राहत दी गई है. एक्सरसाइज बुक, ग्राफ बुक और नोटबुक पर 12% टैक्स हटाकर अब 0% कर दिया गया है. हैंडमेड पेपर और पेपरबोर्ड भी टैक्स-फ्री होंगे. नक्शे, एटलस और ग्लोब पर भी टैक्स पूरी तरह खत्म कर दिया गया है. पेंसिल शार्पनर पर 12% टैक्स हटाकर अब NIL कर दिया गया है. यह कदम शिक्षा को और सस्ता तथा सुलभ बनाएगा. इसके अलावा रबर इरेजर को 5% की जगह NIL टैक्स स्लैब में लाया गया है. वहीं, कुछ विशेष पेपर उत्पाद जिन पर पहले 12% टैक्स था, अब 0% कर दिया गया है.
आम आदमी पर असर
इन बदलावों का असर हर वर्ग पर दिखेगा. घर-गृहस्थी का खर्च घटेगा क्योंकि दूध, पनीर और ब्रेड जैसी जरूरी चीजें सस्ती होंगी. छात्रों को फायदा होगा क्योंकि कॉपी-किताब, नक्शे और स्टेशनरी अब टैक्स-फ्री हो गई हैं. स्वास्थ्य क्षेत्र में राहत मिलेगी क्योंकि जीवनरक्षक दवाइयाँ अब टैक्स-फ्री होंगी. 56वीं जीएसटी परिषद ने जिन वस्तुओं और सेवाओं को टैक्स-फ्री किया है, वह फैसला गरीब, किसान, छात्र और मरीज सभी वर्गों को सीधी राहत देगा. यह कदम सरकार की नागरिक-केंद्रित टैक्स नीति और सामाजिक सुरक्षा की दिशा में बड़ा बदलाव माना जा रहा है.
कैटेगरी | आइटम्स जिन पर GST अब NIL हो गया |
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खाद्य पदार्थ | अल्ट्रा हाई टेंपरेचर मिल्क, प्री-पैक्ड और लेबल्ड छेना और पनीर, सभी तरह के भारतीय ब्रैड जैसे चपाती, रोटी और पराठा आदि. |
दवाइयां और हेल्थकेयर | 33 जीवन रक्षक दवाएं जैसे- Agalsidase Beta, Imiglucerase, Eptacog alfa recombinant, Onasemnogene abeparvovec, Asciminib, Mepolizumab, Daratumumab, Alectinib, Risdiplam, Obinutuzumab, Polatuzumab vedotin, Atezolizumab, आदि |
शिक्षा संबंधी वस्तुएं | इरेजर, मैप, एटलस, ग्लोब, पेंसिल, शार्पनर, क्रायोन, ड्रॉइंग चारकोल, टेलर चॉक, किताब-कॉपी, ग्राफ बुक, लैब नोटबुक |
सेवाएं | सभी व्यक्तिगत हेल्थ इंश्योरेंस, लाइफ इंश्योरेंस और टर्म इंश्योरेंस |