ट्रंप टैरिफ का तोड़ बनेंगे ये 50 देश, भारत सरकार बना रही खास प्लान, 90 फीसदी निर्यात को मिलेगा सहारा
अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर 50 फीसदी टैरिफ बढ़ाए जाने के बाद, भारत सरकार ने निर्यात निर्भरता कम करने के लिए 50 नए देशों पर फोकस करने का फैसला किया है. इनमें पश्चिम एशिया और अफ्रीकी देश शामिल हैं, जो भारत के 90 फीसदी निर्यात का डेस्टिनेशन है. विशेष रूप से ज्वैलरी, टेक्सटाइल और फार्मा सेक्टर को नुकसान की आशंका के बीच, सरकार वैकल्पिक बाजारों और घरेलू मांग को बढ़ावा देने पर काम कर रही है.

Trump Tariff and India’s Export Scheme: भारत सरकार ने निर्यात बढ़ाने और किसी एक बाजार पर निर्भरता कम करने के लिए 50 देशों पर फोकस करने का फैसला किया है. इनमें पश्चिम एशिया और अफ्रीका के देश शामिल हैं. ये 50 देश भारत के कुल निर्यात का 90 फीसदी हिस्सा हैं. वाणिज्य मंत्रालय अलग-अलग उत्पादों के आधार पर निर्यात प्रतिस्पर्धा बढ़ाने पर काम कर रहा है. पिछले हफ्ते अमेरिका ने भारत से आयात होने वाले कुछ उत्पादों पर टैरिफ 25 फीसदी से बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया. यह टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा. इससे समुद्री उत्पाद, कपड़ा, चमड़ा, ज्वैलरी और गहने जैसे सेक्टर प्रभावित होंगे. वियतनाम, तुर्की और थाईलैंड जैसे देशों पर अमेरिका का टैरिफ कम (15-20 फीसदी) है, जिससे भारतीय उत्पादों की प्रतिस्पर्धा कमजोर होगी.
वैकल्पिक बाजारों की तलाश
सरकार प्रभावित उत्पादों के लिए नए निर्यात प्रोत्साहन मिशन शुरू करने, सामान को दूसरे देशों में भेजने और घरेलू मांग पूरी करने की योजना बना रही है. ET की रिपोर्ट के अनुसार, पहले 20 देशों पर फोकस था, अब 30 और देश जोड़े गए हैं. कुछ व्यापारी मैक्सिको, कनाडा, तुर्की या UAE जैसे कम टैरिफ वाले देशों के रास्ते अमेरिका को सामान भेज सकते हैं, जो पारदर्शिता के लिए ठीक नहीं है.
गहना उद्योग पर बड़ा असर
ET की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रत्न और गहना उद्योग (GJEPC) के चेयरमैन ने कहा कि अमेरिका इस सेक्टर का सबसे बड़ा बाजार है, जहां 10 अरब डॉलर का निर्यात होता है. 50 फीसदी टैरिफ लगने से इस उद्योग को भारी नुकसान होगा.
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किन देशों के साथ कितने का है व्यापार
भारत के शीर्ष 5 एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन | निर्यात हिस्सा (%) |
---|---|
अमेरिका (US) | 18 |
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) | 8 |
नीदरलैंड्स (Netherlands) | 5 |
चीन (China) | 4 |
सिंगापुर (Singapore) | 3 |
अमेरिका भेजे जाने वाले प्रोडक्ट | हिस्सा (%) |
---|---|
मोती (Pearls) | 14 |
इलेक्ट्रिकल मशीनरी और उपकरण | 11.8 |
कपड़े | 10.2 |
फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट | 9.8 |
नाभिकीय रिएक्टर, बॉयलर (Nuclear reactors, boilers) | 8 |
25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के रूस से कच्चे तेल की खरीदारी को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. इस फैसले के बाद अमेरिका में भारतीय उत्पादों पर कुल टैरिफ 50 फीसदी हो जाएगा, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. ट्रंप के इस फैसले ने दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में तनाव पैदा कर दिया है. इस कदम को एकतरफा दबाव की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, जिसका मकसद भारत को रूस से तेल आयात कम करने के लिए मजबूर करना है.
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