Tariff War के बीच मार्च में पांच साल के शीर्ष पर पहुंचा व्यापार घाटा, हो गया इतना बड़ा नुकसान!

Tariff War के बीच भारत का व्यापार संतुलन गड़बड़ाने लगा है. India Balance Of Trade मार्च 2025 में पिछले पांच साल के शीर्ष पर पहुंच गया है. वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में भारत का व्यापार घाटा 21.54 अरब डॉलर रहा.

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India’s Trade Deficit में मार्च 2025 में बड़ा इजाफा हुआ है. यह बढ़कर मार्च के महीने में सालाना आधार पांच साल के शीर्ष पर पहुंच गया है. वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की तरफ से जारी लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2025 में भारत का व्यापार घाटा 21.54 अरब डॉलर रहा. अर्थशास्त्रियों ने मोटे तौर पर मार्च में व्यापार घाटा 16 अरब डॉलर के आसपास रहने का अनुमान लगाया था. इस तरह अनुमान की तुलना में यह घाटा काफी ज्यादा है. मार्च 2020 में कोविड महामारी की शुरुआत के दौरान भारत का व्यापार घाटा 9.98 अरब डॉलर रहा था. इसक बाद मार्च 2021 में 13.64 अरब डॉलर, मार्च 2022 में 18.52 अरब डॉलर, मार्च 2023 में 18.12 और मार्च 2024 15.6 अरब डॉलर रहा. लेकिन, इस साल मार्च में यह बढ़कर 21.54 अरब डॉलर पहुंच गया है.

चार्ट: Tradingeconomics

भारत का व्यापार संतुलन

मार्च में भारत का व्यापार घाटा तेजी से बढ़कर 21.54 अरब डॉलर यानी करीब 1.85 लाख करोड़ पहुंच गया है. इससे पहले पिछले महीने फरवरी में यह तीन साल के निचले स्तर 14.05 अरब डॉलर रहा था. वैश्विक व्यापार ट्रंप के टैरिफ प्लान की वजह से उतार-चढ़ाव से जूझ रहा है. इस बीच वित्त वर्ष 2025 में भारत का व्यापारिक निर्यात वित्त वर्ष 2024 में 437.07 बिलियन डॉलर के मुकाबले 437.42 बिलियन डॉलर रहा. देश का कुल माल और सेवाओं का निर्यात 5.5 फीसदी बढ़कर 820.93 बिलियन अरब डॉलर हो गया.

मार्च में कैसा रहा भारत का व्यापार

भारत ने मार्च 2025 में 21.54 अरब डॉलर का व्यापार घाटा दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 15.6 अरब डॉलर की तुलना में काफी ज्यादा है. ईंधन भारत की विदेशी खरीद का एक बड़ा हिस्सा है. ईंधन की अपेक्षाकृत कम कीमतों के बावजूद भारत का आयात सालाना आधार पर मार्च में 11.4 फीसदी बढ़कर 63.51 अरब डॉलर हो गया है, जो इस महीने का अब तक का सबसे ज्यादा है. इस बीच, निर्यात में 0.7% की मामूली वृद्धि हुई और यह 41.97 बिलियन डॉलर हो गया है. आंकड़े बताते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की तरफ से जवाबी टैरिफ लगाने के बाद भी भारत का विदेश व्यापार बढ़ रहा है.

शीर्ष पर गैर पेट्रोलियम निर्यात

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को भारत के व्यापार संतुलन का डाटा रिलीज करते हुए वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि देश में गैर-पेट्रोलियम वस्तुओं का अब तक का सबसे अधिक निर्यात हुआ है. उन्होंने बताया कि गैर-पेट्रोलियम निर्यात 37.07 अरब डॉलर रहा, जो अब तक का उच्चतम स्तर है. वहीं, 2023-24 में यह 36.28 अरब डॉलर रहा. इस तरह सालाना आधार पर इसमें 6 फीसदी की वृद्धि हुई है.

कुल निर्यात 70 लाख करोड़ पार

वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि भारत का कुल निर्यात भी अब तक शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है. उन्होंने बताया कि भारत का समग्र निर्यात अब तक का सर्वाधिक है और यह 820 अरब डॉलर यानी 70 लाख करोड़ की सीमा को पार कर गया है. पिछले वर्ष यह आंकड़ा 770 अरब डॉलर रहा था. इस तरह निर्यात में 42 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है.

बढ़ सकती है डंपिंग

ट्रंप के टैरिफ प्लान के भारत के व्यापार पर असर को लेकर बर्थवाल ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ प्लान पर फिलहाल पॉज लगा है. लेकिन, चीन पर यह टैरिफ लागू है. ऐसे में चीन से वियतनाम, इंडोनेशिया और थाइलैंड के रास्ते भारत में सस्ते चीनी माल की डंपिंग बढ़ सकती है, जिससे भारत का आयात बिल बढ़ सकता है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि टैरिफ के मद्देनजर आयात वृद्धि की निगरानी के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति गठित की गई है, जिसमें वाणिज्य विभाग, विदेश व्यापार महानिदेशालय, सीबीआईसी और डीपीआईआईटी के प्रतिनिधि शामिल हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यह समिति वस्तुओं और देशों के आधार पर वर्गीकृत आयात ट्रेंड्स का साप्ताहिक और मासिक विश्लेषण कर रही है.