भारत-बांग्लादेश में ट्रेड वॉर, कपड़े होंगे महंगे; जानें कैसे लैंड लॉक से घुटनों पर आएंगे मोहम्मद यूनुस

भारत ने बांग्लादेश से रेडीमेड गारमेंट्स के इंपोर्ट पर रोक लगाई है, जिससे बांग्लादेश को लॉजिस्टिक्स खर्च और डिलीवरी में देरी का सामना करना पड़ेगा. इससे भारतीय खरीदारों को भी नुकसान होगा, क्योंकि उन्हें समय पर माल नहीं मिलेगा और कीमतें बढ़ सकती हैं.

भारत बांग्लादेश ट्रेड वॉर Image Credit: Money9live/Canva

India Bangladesh Trade: भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ जो कदम उठाए हैं उससे बांग्लादेश के एक्सपोर्ट को झटका लगना तय है. लेकिन क्या इससे भारत को भी कोई नुकसान होने वाला है? तो इसका जवाब इन फैसलों में छुपा हुआ है. दरअसल भारत ने जवाबी कार्रवाई में बांग्लादेश से रेडीमेड गारमेंट्स के इंपोर्ट पर रोक लगा दी है. इसके तहत अब बांग्लादेश भारत में सड़कों के जरिए एक्सपोर्ट नहीं कर सकता. यानी उसके लिए लैंड लॉक हो चुकी है. हां, वो चाहे तो समुद्री मार्ग से एक्सपोर्ट कर सकता है. लेकिन इससे नुकसान ये है कि बांग्लादेश सड़कों के जरिए रेडीमेड कपड़ों को दो से तीन दिन में पहुंचा देता था लेकिन लैंड लॉक होने पर उसमें अब देरी होगी, खर्च बढ़ेगा. बांग्लादेश को समुद्री रास्ते से यानी जहाजों के जरिए कोलकाता या मुंबई के बंदरगाहों तक पहुंचना होगा फिर वहां से कस्टम क्लीयरेंस के बाद सामान गोदामों तक जाएगा. इसका मतलब है कि समय ज्यादा लगेगा और खर्च भी बढ़ेगा.

भारत पर क्या होगा असर?

रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रिटेलर्स के लिए भी मुश्किल है क्योंकि कई भारतीय कंपनियों ने खुद बांग्लादेश में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगा रखी हैं क्योंकि वहां मजदूरी सस्ती है, बिजली पर सब्सिडी मिलती है.

टैरिफ भी कम है क्योंकि बांग्लादेश डेवलपिंग देश नहीं है लेकिन अब स्थिति बदल रही है वह मिडिल इनकम देश बन सकता है जिससे कम टैरिफ का फायदा नहीं मिलेगा.

रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेड एक्सपोर्ट बताते हैं कि भारतीय निर्माताओं को लोकल लेवल पर जो कपड़े मिलते हैं उन पर 5% जीएसटी देना पड़ता है जबकि बांग्लादेशी कंपनियां चीन से कपड़ा ड्यूटी-फ्री इंपोर्ट करती हैं और भारत को एक्सपोर्ट करती है जिससे भारतीयों को अनुमानित 10%-15% का फायदा मिलता है.

वहीं भारतीय रिटेलर्स के लिए सप्लायर बदलना इतना आसान भी नहीं होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, एक सीईओ ने कहा अगर उनके पास बड़ा ऑर्डर होता है तो वे बांग्लादेश को ही वो ऑर्डर देंगे क्योंकि वहां का एक ही मैन्युफैक्चरर सारी जरूरतों को पूरा कर सकता है और वो भी समय पर. ऐसा इसलिए है क्योंकि बांग्लादेश में उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है.

भारत में कपड़ा होगा महंगा

ICC नेशनल टेक्सटाइल्स कमेटी के चेयरमैन संजय के जैन ने कहा कि, शॉर्ट टर्म में भारतीय खरीदार प्रभावित होंगे क्योंकि सप्लाई में दिक्कत आएगी तो कीमत बढ़ेगी.

उन्होंने ये भी कहा कि, बांग्लादेश से हर साल 6000 करोड़ रुपये के कपड़े इंपोर्ट होते हैं जिनमें से 1000-2000 करोड़ रुपये का प्रोडक्शन भारत में शिफ्ट हो सकता है.

अभी जो चीन से बिना शुल्क के फैब्रिक बांग्लादेश आता है फिर वह कपड़ा बनकर भारत में एक्सपोर्ट होता है तो उस पर कोई शुल्क नहीं लगता. लेकिन बांग्लादेश से इंपोर्ट पर बैन लगने के बाद वही फैब्रिक जब चीन से सीधे इंपोर्ट होगा तो उस पर 20% इंपोर्ट ड्यूटी लगेगी.

ट्रेड वॉर गहरी हुई तो घुटनों पर आ जाएंगे यूनुस

भारत और बांग्लादेश के बीच अगर ट्रेड वॉर और गहरी होती है तो इससे बांग्लादेश के अंतरिम लीडर यूनुस को ही नुकसान होना है. दरअसल भारत तो बांग्लादेश को 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का एक्सपोर्ट करता है लेकिन बांग्लादेश भारत को 17 हजार करोड़ रुपये का सामान एक्सपोर्ट करता है.

बांग्लादेश के खिलाफ कार्रवाई क्यों?

भारत ऐसा इसलिए कर रहा है क्योंकि बांग्लादेश ने इससे पहले भारत पर कई तरह की व्यापारिक पाबंदियां लगा दी हैं, जैसे:

  • भारत यार्न को सड़कों से बांग्लादेश में नहीं भेज सकता.
  • चावल की सप्लाई पर सख्त पाबंदी.
  • कागज, तंबाकू, मछली और दूध पावडर जैसे कई भारतीय सामानों के इंपोर्ट पर बैन.
  • बांग्लादेश भारत से भारतीय सामान जो उसके इलाके से होकर गुजरते हैं उन पर ट्रांजिट फीस ले रहा है जो प्रति किलोमीटर 1.25 रुपये प्रति टन है.

इसका असर अब बांग्लादेश के रेडीमेड गारमेंट्स के भारत में होने वाले एक्सपोर्ट पर पड़ेगा. खासकर इसलिए क्योंकि बांग्लादेश से जो गारमेंट्स भारत आते हैं, उनमें से लगभग 76 फीसदी सिर्फ पेट्रापोल लैंड पोर्ट से आते हैं और अब वही रास्ता बंद किया गया है.

बांग्लादेश को ऐसे होगा नुकसान

  • बांग्लादेश का लॉजिस्टिक्स खर्च बढ़ेगा, क्योंकि कपड़े अब समुद्री मार्ग से आएंगे जो महंगा और समय लेने वाला है.
  • डिलीवरी में भी देरी होगी, रिटेलर को समय पर माल नहीं मिलेगा.
  • बांग्लादेश के कपड़े बारत में महंगे हो जाएंगे जिससे खरीदार घट सकते हैं.