हफ्तों के तनाव के बाद भारत-अमेरिका के बीच शुरू हो गई बातचीत, टैरिफ से राहत के लिए रास्ता निकालने की कोशिश
India-US Trade Deal: भारत ने 50 फीसदी के भारी टैरिफ को अनुचित और अविवेकपूर्ण बताया है. भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में तनाव के कारण बातचीत कुछ हफ्तों तक रुकी रही, क्योंकि ट्रंप ने भारत से सभी आयातों पर 50 फीसदी टैक्स लगा दिया था.
India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच एक बार फिर से व्यापार वार्ता शुरू हो गई है. निर्यातकों के लिए अनिश्चितता पैदा करने वाले भारी शुल्कों के मद्देनजर मुद्दों को सुलझाने के लिए मंगलवार को शुरू हुई बातचीत अहम मानी जा रही है. दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ढाका की यात्रा के बाद सोमवार रात नई दिल्ली पहुंचा. भारतीय इंपोर्ट पर 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद, किसी अमेरिकी व्यापार अधिकारी का यह पहला दौरा है.
बातचीत पर लग गया था ब्रेक
भारत ने 50 फीसदी के भारी टैरिफ को अनुचित और अविवेकपूर्ण बताया है. भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में तनाव के कारण बातचीत कुछ हफ्तों तक रुकी रही, क्योंकि ट्रंप ने भारत से सभी आयातों पर 50 फीसदी टैक्स लगा दिया था. फरवरी में दोनों देशों के नेताओं ने अधिकारियों को एक प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत करने का निर्देश दिया था.
चुनौतियों से निपटने की कोशिश
मंगलवार को एक अधिकारी के बयान के अनुसार, भारत और अमेरिका के प्रमुख वार्ताकारों ने हाई टैरिफ दरों से उत्पन्न चुनौतियों को हल करने के लिए ट्रेड डील पर चर्चा शुरू कर दी है. अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘व्यापार वार्ता शुरू हो गई है.’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 27 अगस्त से प्रभावी रूसी तेल खरीद के संबंध में नई दिल्ली पर दंडात्मक टैरिफ लगाए जाने के बाद यह पहली आमने-सामने की व्यापार चर्चा है.
भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के लिए 5 राउंड की बातचीत हो चुकी है. 25-29 अगस्त को होने वाली छठे दौर की बातचीत अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 फीसदी शुल्क लगाए जाने के बाद स्थगित कर दी गई थी.
आज की बातचीत से तय होगा आगे का रोडमैप
बीते दिन भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य मंत्रालय में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने बताया था कि हमने संकेत दिया है कि पहले भी चर्चाएं चल रही हैं, अमेरिका के मुख्य वार्ताकार के साथ बातचीत के दौरान यह देखा जा आएगा कि आगे क्या होता है. यह छठे दौर की बातचीत नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से व्यापार वार्ता पर चर्चा हो रही है और यह देखने की कोशिश की जा रही है कि हम भारत और अमेरिका के बीच किसी समझौते पर कैसे पहुंच सकते हैं. उन्होंने कहा था कि मंगलवार की वार्ता को छठे दौर की वार्ता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, लेकिन यह भविष्य के एक्शन पर फैसले ले सकती है.
अमेरिका को भेजे जाने वाले सामान पर 50 फीसदी शुल्क लगाए जाने के बाद भारत के निर्यात पर असर पड़ा है.
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया से मिले पॉजिटिव संकेत
पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पॉजिटिव असेसमेंट पर गर्मजोशी से प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और विश्वास जताया था कि चल रही वार्ता दोनों देशों के बीच साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेगी. हफ्तों के तनाव के बाद, भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले और कड़े बयानों के बाद, दोनों देशों के बीच संबंधों में हाल ही में नरमी के संकेत मिले हैं.