‘आखिरी पड़ाव’ पर भारत-अमेरिका ट्रेड डील! EU के साथ भी अंतिम चरण में FTA; कई देशों से समझौते जल्द संभव
भारत और अमेरिका के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ से जुड़ी शुरुआती ट्रेड डील अंतिम दौर में पहुंच गई है. वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल के मुताबिक, EU, न्यूजीलैंड और चिली के साथ भी व्यापार समझौतों पर बातचीत तेज है, जिससे भारत के एक्सपोर्ट और निवेश को बड़ा सपोर्ट मिल सकता है.
India US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बड़ी और सकारात्मक खबर सामने आई है. वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा है कि दोनों देश रेसिप्रोकल टैरिफ (आपसी शुल्क) से जुड़े एक शुरुआती ट्रेड एग्रीमेंट को अंतिम रूप देने के बेहद करीब हैं. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस समझौते के लिए कोई तय समयसीमा बताना अभी संभव नहीं है.
भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर क्या प्रगति हुई?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजेश अग्रवाल ने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच अब तक 6 औपचारिक दौर की बातचीत हो चुकी है. इन बैठकों में दो अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है- पहला, एक पूरा द्विपक्षीय व्यापार समझौता (Bilateral Trade Agreement), जिसके लिए मार्च में टर्म्स ऑफ रेफरेंस साइन किए गए थे. दूसरा, एक अंतरिम फ्रेमवर्क डील, जिसके जरिए दोनों देश रेसिप्रोकल टैरिफ से जुड़े मसलों को सुलझा सकते हैं. उन्होंने कहा कि कम से कम इस फ्रेमवर्क डील पर सहमति बनने की स्थिति काफी नजदीक है और यह उम्मीद से कम समय में पूरी हो सकती है, लेकिन फिलहाल किसी डेडलाइन का ऐलान नहीं किया जाएगा.
यूरोपीय यूनियन के साथ FTA बातचीत अंतिम दौर में
यूरोपीय यूनियन (EU) के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत को लेकर भी पॉजिटिव संकेत मिले हैं. वाणिज्य सचिव के मुताबिक, भारत और EU अब उस चरण में पहुंच चुके हैं जहां केवल कुछ गिने-चुने मतभेद बाकी हैं. उन्होंने बताया कि जब कोई डील अपने अंतिम पड़ाव पर होती है, तो कुछ ऐसे मुद्दे सामने रहते हैं जिन पर सहमति बनना मुश्किल होता है. लेकिन हर बैठक के साथ इन मतभेदों को धीरे-धीरे कम किया जा रहा है. आगे औपचारिक राउंड्स भले न हों, लेकिन फिजिकल और वर्चुअल मीटिंग्स लगातार चलती रहेंगी, ताकि समझौते को अंतिम रूप दिया जा सके.
रूस समेत EAEU देशों के साथ बातचीत शुरुआती चरण में
भारत और यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU)- जिसमें रूस जैसे देश शामिल हैं- के साथ व्यापार वार्ता अभी शुरुआती दौर में है. राजेश अग्रवाल ने बताया कि अगला दौर फरवरी 2026 में प्रस्तावित है, यानी इस मोर्चे पर बातचीत को अभी वक्त लगेगा. न्यूजीलैंड के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी अच्छी प्रगति हुई है. वाणिज्य सचिव ने बताया कि नवंबर 2025 में चौथा औपचारिक दौर पूरा हो चुका है और इसके बाद फिजिकल व वर्चुअल मीटिंग्स भी हुई हैं. उनका कहना है कि बातचीत अब अच्छे जोन में है और समझौता जल्द पूरा होने की उम्मीद है.
चिली और पेरू के साथ भी आगे बढ़ रही बातचीत
भारत-चिली FTA पर दिसंबर की शुरुआत में चौथा दौर हुआ, जहां प्रगति संतोषजनक बताई गई है. वहीं पेरू के साथ भी बातचीत चल रही है, हालांकि उसकी रफ्तार फिलहाल चिली के मुकाबले थोड़ी धीमी है. कुल मिलाकर, वाणिज्य सचिव के बयान से साफ है कि भारत एक साथ कई देशों और आर्थिक समूहों के साथ ट्रेड एग्रीमेंट्स को आगे बढ़ा रहा है. अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के साथ बातचीत जहां अंतिम चरण में है, वहीं न्यूजीलैंड और चिली के साथ भी समझौते जल्द पूरे होने की उम्मीद है. इससे आने वाले समय में भारत के एक्सपोर्ट, निवेश और ग्लोबल ट्रेड पोजीशन को मजबूत होने का रास्ता मिल सकता है.
ये भी पढ़ें- एक बार फिर हाई पर पहुंचा गोल्ड, 4000 रुपये बढ़ गया दाम; जानें- कितनी है 10 ग्राम की कीमत