Infosys के ₹18000 करोड़ शेयर बायबैक में प्रमोटर नहीं लेंगे भाग, Sudha Murty और Nilekani सहित कई शामिल

Infosys के प्रमोटर्स, जिनमें Nandan Nilekani और Sudha Murty शामिल हैं, उन्होंने 18,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक में हिस्सा न लेने का फैसला किया. कंपनी 10 करोड़ शेयर 1,800 रुपये प्रति शेयर की दर से खरीदेगी. प्रमोटर्स के निर्णय के बावजूद, NSE पर शेयर 1,472.40 रुपये पर 0.79 फीसदी बढ़कर बंद हुआ. जानें पूरा विवरण.

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Infosys Promoters Opt Out From Share Buyback: Infosys के प्रमोटर्स और प्रमोटर ग्रुप जिनमें कंपनी के सह-संस्थापक Nandan M Nilekani और Sudha Murty भी शामिल हैं, उन्होंने कंपनी के 18,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. यह जानकारी बुधवार, 22 अक्टूबर को जारी रेगुलेटरी फाइलिंग में सामने आई. फाइलिंग के मुताबिक, बायबैक की घोषणा की तारीख तक प्रमोटर्स और उनके परिवार के पास कंपनी के कुल शेयरों का 13.05 फीसदी हिस्सा था. कंपनी ने कहा, “प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप ने 14, 16, 17, 18 और 19 सितंबर 2025 को भेजे गए लेटर्स के जरिये बायबैक में भाग न लेने की अपनी मंशा व्यक्त की है. बायबैक के जवाब के आधार पर, प्रमोटर्स और प्रमोटर ग्रुप के मताधिकार में बदलाव हो सकता है.”

कौन-कौन हैं प्रमोटर्स?

Infosys के प्रमोटर्स में सह-संस्थापक NR Narayana Murthy की पत्नी Sudha N Murty, बेटी Akshata Murty और बेटा Rohan Murty, सह-संस्थापक Nandan Nilekani, उनकी पत्नी Rohini Nilekani और बच्चे Nihar और Janhavi Nilekani शामिल हैं. इसके अलावा अन्य सह-संस्थापक और उनके परिवार भी प्रमोटर ग्रुप का हिस्सा हैं.

शेयर बायबैक की जानकारी

Infosys बोर्ड ने 11 सितंबर 2025 को कंपनी के अब तक के सबसे बड़े शेयर बायबैक की मंजूरी दी. इस योजना के तहत कंपनी 10 करोड़ पूरी तरह से पेड-अप इक्विटी शेयर खरीदेगी, जिनका फेस वैल्यू 5 रुपये प्रति शेयर है. यह कुल शेयर पूंजी का 2.41 फीसदी होगा. बायबैक की कीमत 1,800 रुपये प्रति शेयर तय की गई है. कंपनी ने फाइलिंग में कहा कि यह बायबैक मध्यम अवधि में रणनीतिक और ऑपरेशनल कैश की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए और अतिरिक्त फंड को शेयरधारकों को लौटाने के उद्देश्य से किया जा रहा है.

फोटो क्रेडिट- @NSE

Infosys के कैपिटल एलोकेशन पॉलिसी के अनुसार, “वित्तीय वर्ष 2025 से कंपनी की योजना है कि फ्री कैश फ्लो का लगभग 85 फीसदी पांच साल की अवधि में सेमी-एनुअल डिविडेंड और/या शेयर बायबैक/स्पेशल डिविडेंड के जरिए लौटाया जाएगा, कानूनी नियमों और आवश्यक अनुमोदनों के अधीन.” कंपनी ने यह भी कहा कि इस बायबैक के जरिए शेयरधारकों के लिए लंबी अवधि में वैल्यू बढ़ाने की उम्मीद है, क्योंकि इससे इक्विटी बेस घटेगा.

पिछले बायबैक का रिकॉर्ड

Infosys ने पहली बार 2017 में शेयर बायबैक की घोषणा की थी. उस समय कंपनी ने 11.3 करोड़ शेयर खरीदे थे, जो उस समय की कुल पेड-अप इक्विटी का 4.92 फीसदी था, और कीमत 1,150 रुपये प्रति शेयर थी. कुल रकम लगभग 13,000 करोड़ रुपये थी. इसके बाद कंपनी ने 2019 में 8,260 करोड़ रुपये, 2020–2021 में 9,200 करोड़ रुपये, और 2022 में 9,300 करोड़ रुपये के बायबैक की घोषणा की थी. 2022 का बायबैक ओपन मार्केट रूट के जरिए किया गया था, जिसकी अधिकतम कीमत 1,850 रुपये प्रति शेयर तय की गई थी.

क्या है शेयर का हाल?

NSE पर Infosys के शेयर मंगलवार, 21 अक्टूबर को 1,472.40 रुपये पर बंद हुए, जो पिछले बंद स्तर से 0.79 फीसदी ऊपर है. बायबैक की घोषणा और प्रमोटर्स के निर्णय के बावजूद, शेयरधारकों ने बाजार में अच्छी प्रतिक्रिया दी है. पिछले तीन महीने में स्टॉक में तकरीबन 6 फीसदी की गिरावट आई वहीं, सालभर में शेयर का भाव 20.76 फीसदी तक टूटा है. इससे इतर, लॉन्ग टर्म में स्टॉक का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं दिखा है, पिछले 5 साल में स्टॉक के भाव में केवल 28.93 फीसदी की ही तेजी आई है. कंपनी का मार्केट कैप 6,11,528 करोड़ रुपये दर्ज किया गया.

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