ITC Q1 Results: नेट प्रॉफिट फ्लैट, रेवेन्यू 15 फीसदी बढ़ा; सिगरेट और एग्री बिजनेस का शानदार प्रदर्शन
ITC Q1 Results: जून की तिमाही में आईटीसी ने 4,912 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि के 4,874 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है. FMCG सेगमेंट का योगदान 5,543 करोड़ रुपये रहा. कृषि व्यवसाय में 21.9 फीसदी की वृद्धि हुई तथा यह 434 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
ITC Q1 Results: डायवर्सिफाइड कारोबार वाले समूह आईटीसी लिमिटेड ने शुक्रवार 1 अगस्त को वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिए. जून की तिमाही में आईटीसी ने 4,912 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि के 4,874 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है. आईटीसी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 20,911 करोड़ रुपये रहा, जो जून 2024 तिमाही के 18,266 करोड़ से 15 फीसदी अधिक है.
ऑपरेशनल लेवल पर कंपनी ने 6,261 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया, जो 3 फीसदी की वार्षिक वृद्धि दर्शाता है, जबकि कमोडिटी की कीमतों में तेज वृद्धि के कारण मार्जिन 530 बेसिस प्वाइंट की तेज गिरावट के साथ 31.7 फीसदी रहा.
FMCG सेगमेंट
आईटीसी के FMCG-अन्य सेगमेंट ने सालाना आधार पर 8.6 फीसदी की वृद्धि (नोटबुक को छोड़कर) के साथ 5,777 करोड़ रुपये का रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की है. यह स्टेपल, बिस्कुट, डेयरी, प्रीमियम पर्सनल वॉश प्रोडक्टस, होमकेयर और अगरबत्ती में मजबूत प्रदर्शन के कारण संभव हुआ. क्षेत्रीय कंपनियों द्वारा कम कीमत वाले आयात और प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के कारण नोटबुक कैटेगरी पर अपस्फीतिकारी दबाव जारी रहा, जबकि बेमौसम बारिश ने पेय पदार्थों की बिक्री को प्रभावित किया.
सिगरेट डिवीजन की ग्रोथ
कंपनी का टैक्स से पहले प्रॉफिट (PBT) 6,545 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1.9 फीसदी अधिक है. FMCG सेगमेंट का योगदान 5,543 करोड़ रुपये रहा, जिसमें सिगरेट डिवीजन 3.7 फीसदी बढ़कर 5,145 करोड़ रुपये हो गया, जबकि नॉन-सिगरेट FMCG व्यवसाय 16.5 फीसदी घटकर 397 करोड़ रुपये रह गया.
कृषि व्यवसाय
कृषि व्यवसाय में 21.9 फीसदी की वृद्धि हुई तथा यह 434 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि पेपरबोर्ड, पेपर और पैकेजिंग सेगेमेंट में 37.8 फीसदी की तेज गिरावट आई तथा यह 163 करोड़ रुपये पर आ गया. आईटीसी के सिगरेट डिवीजन, जो इसका सबसे बड़ा सेगेमेंट है, से रेवेन्यू सालाना आधार पर 7.7 फीसदी बढ़कर 8,520 करोड़ रुपये हो गया.