संकट में ओला इलेक्ट्रिक, ट्रांसपोर्ट अधिकारियों की छापेमारी; कई शोरूम बंद

ओला इलेक्ट्रिक को रेगुलेटरी संकट का सामना करना पड़ रहा है. ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कई शोरूम पर छापेमारी कर वाहनों को जब्त किया और कारण बताओ नोटिस जारी किआ है. जांच में 95% से अधिक शोरूम्स के पास आवश्यक ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं पाए गए. कंपनी ने इन दावों को गलत बताया, लेकिन इसे लगातार गिरते शेयरों और बढ़ती आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.

ओला इलेक्ट्रिक को रेगुलेटरी संकट का सामना करना पड़ रहा है. Image Credit: Getty image

Ola Electric Regulatory Crisis: ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का शोरूम विस्तार रेगुलेटरी संकट में फंस गया है. ग्राहकों की शिकायतों के चलते देश भर में ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने ओला इलेक्ट्रिक के कई शोरूम्स पर छापेमारी की, जिसके बाद कई शोरूम बंद किए गए हैं, वाहनों को जब्त किया और कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. कंपनी पर आरोप है कि इसके कई शोरूम का ट्रेड सर्टिफेकेट नहीं थे जबकि नियमों के तहत हर ऑटो शोरूम में अनरजिस्टर्ड वाहनों के लिए ट्रेड सर्टिफिकेट जरूरी है.

ट्रेड सर्टिफिकेट की कमी

ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक अपने शोरूम्स की संख्या 4,000 तक बढ़ाई है, लेकिन ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, 3,400 में से केवल 100 से अधिक शोरूम के पास मोटर व्हीकल एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे. यानी 95 फीसदी से ज्यादा शोरूम्स में बिना सर्टिफिकेशन के वाहन डिस्प्ले, बिक्री, टेस्ट राइड और ट्रांसपोर्ट किए जा रहे थे.

क्या कहां ओला इलेक्ट्रिक ने

ट्रांसपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि वे ओला इलेक्ट्रिक के कथित उल्लंघनों की जांच कर रहे हैं. हालांकि, कंपनी ने इन दावों को गलत और पक्षपातपूर्ण बताया. उनके अनुसार, कई राज्यों में ओला के गोदामों और डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स में अनरजिस्टर्ड वाहन हैं, जो मोटर व्हीकल एक्ट के तहत पूरी तरह से वैध हैं और आवश्यक मंजूरी प्राप्त है.

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लगातार संकटों में ओला

ओला इलेक्ट्रिक कई समस्याओं से जूझ रही है. अगस्त 2024 में लिस्टिंग के बाद से इसके शेयरों में 25 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है, और यह अपने ऑल टाइम हाई से 64 फीसदी नीचे चला गया है. क्वालिटी और सर्विस से जुड़ी समस्याओं, सोशल मीडिया आलोचना और बढ़ते घाटे के चलते कंपनी को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.

देशभर में ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने लगभग दो दर्जन नोटिस जारी किए हैं और पाया कि ओला इलेक्ट्रिक कई शोरूम्स पर ट्रेड सर्टिफिकेट की शर्तें पूरी नहीं कर पा रही है. कंपनी ने कुछ स्थानों पर ट्रेड सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर मंजूरी ली है, लेकिन यह मुद्दा अभी भी बना हुआ है.