अब ओरेकल में छंटनी, भारत में भी सैकड़ों लोग हो सकते हैं बेरोजगार, AI का असर

अमेरिकी टेक कंपनी ओरेकल ने अपने क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर डिवीजन (OCI) में बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू की है, जिसमें भारत की टीमों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा सकता है. Data Center Dynamics के मुताबिक सैकड़ों पद खत्म किए गए हैं. कंपनी AI इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ाने और बढ़ी लागत को मैनेज करने के लिए टीम री-स्ट्रक्चरिंग कर रही है.

ओरेकल कॉरपोरेशन में बड़ी छंटनी

Oracle Layoffs: अमेरिकी टेक दिग्गज Oracle ने अपने क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर डिवीजन (OCI) में बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू कर दी है, जिसमें भारत की टीमों पर सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है. Data Center Dynamics की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हफ्ते OCI यूनिट के कर्मचारियों को बताया गया कि उनकी पोजीशन खत्म कर दी गई है. हालांकि कंपनी ने अभी तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है और न ही सटीक संख्या बताई है, लेकिन रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि सैकड़ों पद खत्म किए गए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा असर भारत और अमेरिका में हुआ है. यह कदम कंपनी के AI इंफ्रास्ट्रक्चर में ज्यादा निवेश और ग्लोबल बिजनेस कॉस्ट को मैनेज करने के लिए उठाया गया है. अमेरिका में लागू ट्रंप टैरिफ जैसे फैसलों ने तकनीकी उपकरणों और डेटा सेंटर हार्डवेयर की कीमतें बढ़ा दी हैं, जिससे क्लाउड कंपनियां खर्च घटाने के लिए टीम री-स्ट्रक्चरिंग कर रही हैं.

भारत में किन टीमों पर असर

Data Center Dynamics की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में OCI यूनिट के कई कर्मचारियों को बताया गया कि उनकी पोजीशन खत्म कर दी गई है. भारत की प्रभावित टीमों में OCI का Enterprise Engineering डिवीजन, Fusion ERP सॉफ्टवेयर टीम, डेटा सेंटर ऑपरेशंस स्टाफ, AI और मशीन लर्निंग प्रोजेक्ट मैनेजर्स और OCI AI प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाले दूसरे कर्मचारी शामिल हैं. अमेरिका और भारत के अलावा दूसरे देशों में भी इस हफ्ते के आखिरी में छंटनी हो सकती है.

क्या है छंटनी की वजह?

हालांकि इस छंटनी को लेकर कंपनी ने आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन रिपोर्ट में बताया गया है कि यह बदलाव एक टारगेटेड री-स्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है. इसका मकसद कुछ पुराने पदों को हटाकर ऐसे कर्मचारियों की भर्ती करना है, जिनके पास AI इंफ्रास्ट्रक्चर की गहरी जानकारी हो. इसके अलावा कुछ पोस्ट परफॉर्मेंस से संबंधी कारणों से भी हटाए गए, लेकिन मुख्य कारण AI-आधारित सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए रीसोर्स को दोबारा तैयार करना है.


भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर की भूमिका

भारत में ओरेकल के कई डेटा सेंटर और डेवलपमेंट टीमें मौजूद हैं, जो इसके ग्लोबल AI और क्लाउड प्रोजेक्ट्स में अहम भूमिका निभाती हैं. ओरेकल, Amazon Web Services, Microsoft Azure और Google Cloud से मुकाबला करने के लिए AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस बढ़ा रहा है. ग्लोबल मार्केट में AI-सक्षम क्लाउड सर्विसेज की मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन साथ ही ट्रंप टैरिफ जैसे नीतिगत फैसलों के कारण डेटा सेंटर और नेटवर्किंग उपकरणों की लागत भी बढ़ी है. इस लागत दबाव को मैनेज करने के लिए कंपनियां बड़े पैमाने पर टीम स्ट्रक्चर में बदलाव कर रही हैं.

पहले भी हो चुकी है छंटनी

बता दें कंपनी ने नवंबर 2024 में भी OCI में सैकड़ों कर्मचारियों की छंटनी की थी, जिसमें कई सीनियर स्टाफ को हटाकर उनकी जगह कम लागत पर जूनियर कर्मचारियों को रखा गया था. उस समय असर मुख्य रूप से अमेरिका तक सीमित था, लेकिन इस बार भारत सबसे ज्यादा प्रभावित है.

इसे भी पढ़ें- जुलाई में 15% बढ़ा देश का रत्न एवं आभूषण एक्सपोर्ट, टैरिफ की चुनौतियों के बीच निवेशकों के लिए अच्छे संकेत