भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर बोले पीयूष गोयल, कहा-पटरी पर है बातचीत, संवेदनशील मुद्दों पर लग रहा समय

भारत-अमेरिका ट्रेड डील को लेकर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है. हालांकि, कई संवेदनशील मुद्दों के कारण समय लग रहा है. दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है.

पीयूष गोयल . Image Credit: Tv9 Bharatvarsh

भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) को लेकर बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है, लेकिन कई संवेदनशील और गंभीर मुद्दों पर सहमति बनने में अभी समय लग सकता है. वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वार्ताएं “बहुत अच्छी चल रही हैं”, लेकिन “कई संवेदनशील मसलों” के चलते समझौते में कुछ देरी स्वाभाविक है. वहीं, मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दोनों देशों के बीच पहले चरण का ड्राफ्ट लगभग तैयार है और वार्ताकार अब समझौते की भाषा और तकनीकी हिस्सों को अंतिम रूप दे रहे हैं.

कब तक पूरा होगा पहला चरण

23 अक्टूबर को दोनों देशों के बीच पांचवें राउंड की वर्चुअल बातचीज आयोजित की जाएगी. यह प्रयास 2025 के अंत तक समझौते के पहले चरण पर हस्ताक्षर करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है. यह समझौता फरवरी 2025 में दोनों देशों के नेतृत्व की तरफ से औपचारिक रूप से प्रस्तावित किया गया है, जिसका मकसद मौजूदा 191 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है.

उच्चस्तरीय बैठकों से तेज हुई बातचीत

सितंबर में पीयूष गोयल ने एक उच्चस्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका का दौरा किया था. इस दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रेंडन लिंच, असिस्टेंट यूएस ट्रेड रिप्रजेंटेटिव ने किया था. दोनों पक्षों ने नई दिल्ली में सकारात्मक वार्ताएं कीं और जल्द से जल्द एक पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते पर पहुंचने की प्रतिबद्धता जताई.

टैरिफ विवादों के बावजूद बढ़ी निकटता

हाल के महीनों में भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार देखा गया है, जबकि पहले टैरिफ विवादों ने तनाव बढ़ाया था. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त 2025 में भारतीय वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाया था, और उसी महीने के अंत में इसे बढ़ाकर 50% कर दिया गया था, यह कहते हुए कि भारत रूस से तेल आयात जारी रखे हुए है. फिर भी दोनों देशों ने बातचीत जारी रखी और अब समझौते के पहले चरण के करीब पहुंच चुके हैं.