RBI ने नहीं घटाया रेपो रेट, दिवाली से पहले सस्ते लोन की उम्मीद को झटका; जानें महंगाई और ग्रोथ पर क्या बोले RBI गवर्नर

जीएसटी कटौती के बाद आरबीआई के तरफ से आम आदमी से लेकर कारोबारियों को बड़े तोहफे की उम्मीद थी. लेकिन आरबीआई ने उम्मीदों को झटका दिया है. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई कटौती नहीं की है. यानी रेपो रेट 5.5 फीसदी पर ही रहेगी. ऐसे में नए कर्ज सस्ते नहीं होंगे. और मौजूदा ग्राहकों की EMI में कोई कटौती नहीं होगी.

RBI ने नहीं घटाया रेपो रेट Image Credit: money9live

RBI Repo Rate: जीएसटी कटौती के बाद आरबीआई के तरफ से आम आदमी से लेकर कारोबारियों को बड़े तोहफे की उम्मीद थी. लेकिन आरबीआई ने उम्मीदों को झटका दिया है. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई कटौती नहीं की है. यानी रेपो रेट 5.5 फीसदी पर ही रहेगी. ऐसे में नए कर्ज सस्ते नहीं होंगे. और मौजूदा ग्राहकों की EMI में कोई कटौती नहीं होगी.

महंगाई से मिलेगी राहत

भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए महंगाई के अनुमान को घटाकर अब 2.6% कर दिया है, जबकि पहले यह पूर्वानुमान 3.1% था. दूसरी तिमाही (Q2) में CPI महंगाई 1.8% रहने का अनुमान है, जो पहले 2.1% थी। तीसरी तिमाही (Q3) में भी 1.8% की अपेक्षा है, जो पहले 3.1% थी। चौथी तिमाही (Q4) में मुद्रास्फीति महंगाई 4% रहने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2026-27 की पहली तिमाही (Q1FY27) में यह 4.5% तक बढ़ने की संभावना है.

GDP ग्रोथ रेट का अनुमान बढ़ाया

आरबीआई ने अब 6.8% GDP ग्रोथ रेट रहने का अनुमान लगाया है. जबकि इसके पहले उसने 6.5 फीसदी ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया था. RBI गवर्नर ने कहा कि रुपये में थोड़ी गिरावट और उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत का बाहरी क्षेत्र मजबूत बना हुआ है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि RBI स्थिति पर नजर रख रहा है और जरूरत पड़ने पर स्थिरता बनाए रखने के लिए कदम उठाएगा.

ग्रोथ की मजबूत संभावना

आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि अनुकूल मानसून, कम महंगाई और आसान मौद्रिक नीति के कारण अर्थव्यवस्था की वृद्धि की संभावना मजबूत बनी हुई है. GST को आसान और सरल बनाने से महंगाई कम होगी और उपभोग तथा आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा.