RBI गवर्नर ने गोल्ड को बताया ग्लोबल रिस्क का नया बैरोमीटर, शेयर बाजार को लेकर दी बड़ी चेतावनी

RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा का कहना है कि अब सोने की कीमतें ग्लोबल अनसर्टेनिटी का नया बैरोमीटर बन गई हैं, जैसे पहले क्रूड ऑयल होता था. इसके साथ ही लगातार बढ़ती गोल्ड प्राइस और स्टॉक मार्केट करेक्शन की आशंका पर भी उन्होंने चेतावनी दी है.

रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा Image Credit: PTI

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को बताया कि अब सोने की कीमतें दुनियाभर की अनिश्चितताओं का नया बैरोमीटर बन रही हैं. पहले ग्लोबल जियोपॉलिटिकल टेंशन या युद्ध जैसी घटनाओं पर क्रूड ऑयल की कीमतें तेज उछाल के जरिए रिस्क का संकेत देती थीं, लेकिन अब उस भूमिका में गोल्ड नजर आ रहा है.

ऑयल की जगह गोल्ड दिखा रहा रिस्क

कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2025 में बोलते हुए मल्होत्रा ने कहा कि पिछले दशकों में जब भी तनाव बढ़ता था, तो तेल की कीमतें रिकॉर्ड हाई तक पहुंच जाती थीं. लेकिन मौजूदा हालात अलग हैं. दुनियाभर की इकॉनमी अब पहले की तरह ऑयल इंटेंसिव नहीं रह गई है. एनर्जी एफिशियंसी और डाइवर्सिफिकेशन ने तेल की मांग का दबाव कम किया है, जिस वजह से बड़े जियोपॉलिटिकल शॉक्स के बावजूद ब्रेंट और WTI जैसी बेंचमार्क प्राइस रेंज बाउंड बनी हुई हैं. इसके उलट गोल्ड मार्केट अब तेज उतार-चढ़ाव दिखा रहा है और वही ग्लोबल रिस्क इंडिकेटर बनता जा रहा है.

ग्लोबल इकॉनमी पर दबाव

RBI गवर्नर ने चेतावनी दी कि फिस्कल कंडीशन लगभग हर देश में खराब है और सरकारों पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ रहा है. इसके अलावा मौजूदा ट्रेड पॉलिसी रेजीम ग्लोबल ग्रोथ को नुकसान पहुंचा सकता है. उन्होंने कहा कि इक्विटी मार्केट्स भी फिलहाल काफी आत्मसंतोष की स्थिति में हैं और मौजूदा रैली में टेक स्टॉक्स का डोमिनेशन है. इस स्थिति में ग्लोबल स्टॉक्स में किसी भी वक्त करेक्शन देखने को मिल सकता है.

सोना बना सुरक्षित ठिकाना

गोल्ड का रोल एक सेफ हेवन एसेट के रूप में और मजबूत होता जा रहा है. यही वजह है कि हाल के महीनों में गोल्ड लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है. शुक्रवार को स्पॉट गोल्ड 3,867 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचा और यह लगातार सातवें हफ्ते की तेजी है. इससे एक दिन पहले गोल्ड ने 3,896.9 डॉलर प्रति औंस का ऑल-टाइम हाई छुआ था. यह तेजी बताती है कि अनिश्चितता के दौर में निवेशक अब भी सोने पर भरोसा करते हैं.

निवेशकों के लिए संकेत

मल्होत्रा का यह बयान ग्लोबल फाइनेंशियल मार्केट्स को यह संकेत देता है कि आने वाले दिनों में गोल्ड ही वो इंडिकेटर होगा जिस पर निवेशकों को नजर रखनी होगी. अगर गोल्ड तेजी से भाग रहा है तो यह साफ संकेत है कि दुनियाभर में रिस्क और अनिश्चितता का लेवल बढ़ रहा है.