RBI गर्वनर का बैंकों से आग्रह, बोले- मुश्किल स्थिति से निपटने के लिए लिक्विडिटी बफर को मजबूत करें
आरबीआई गवर्नर दास ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि बैंकों को सोशल मीडिया स्पेस में सतर्क रहना होगा और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अपने लिक्विडिटी बफर को मजबूत करना होगा.
रिजर्व बैंक को गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को RBI@90 हाई लेवल कॉन्फ्रेंस में बैंकों से लिक्विडि बफर को मजबूत करने की सलाह दी है. कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शक्तिकांत दास ने बैंकों से कहा कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अपने लिक्विडिटी बफर मजबूत करना जरूरी है. साथ ही उन्हें सोशल मीडिया और एआई के इस्तेमाल के बारे में भी सावधान किया है.
आरबीआई गवर्नर दास ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि बैंकों को सोशल मीडिया स्पेस में सतर्क रहना होगा और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अपने लिक्विडिटी बफर को मजबूत करना होगा.
तकनीकें पैदा करती हैं रिस्क
चुनौतियों को संबोधित करते हुए दास ने कहा कि तकनीकें वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम पैदा करती हैं. उन्होंने कहा कि एआई पर भारी निर्भरता से एकाग्रता जोखिम पैदा हो सकता है. खासकर तब जब बाजार पर कम संख्या में टेक्नोलॉजी प्रोवाइडर्स का दबाव हो. शक्तिकांत दास ने ग्लोबल लेवल पर बढ़ते एआई उपयोग के बीच बैंकों के लिए चिंता जताई. उन्होंने कहा कि बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से इन सभी रिस्क के खिलाफ ऐसे उपाय करने चाहिए, ताकी जोखिमों से निपटा जा सके.
एआई और बिगटेक का लाभ उठाएं बैंक
दास ने कहा कि बैंकों को एआई और बिगटेक का लाभ उठाना चाहिए और बाद वाले को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए. रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि एआई के बढ़ते उपयोग से साइबर आटैक और डेटा में सेंध जैसी नई कमजोरियां सामने आती हैं.
दास ने बताया कि दुनिया भर में मॉनिटरी पॉलिसी के विचलन से कैपिटल फ्लो और विनिमय दरों में अस्थिरता आ रही है. भरती अर्थव्यवस्थाओं को इस बाहरी फ्लो को प्रबंधित करने और इसके प्रतिकूल परिणामों को कम करने के लिए अपने नीतिगत ढांचे और बफर को मजबूत करना होगा.