बंद होने वाला है 500 रुपये का नोट! क्या RBI ने सभी बैंकों के लिए जारी किया आदेश? जानें क्या है सच्चाई
सोशल मीडिया पर कुछ समय से एक मैसेज काफी तेजी से वायरल हो रही है. वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि सरकार ने 500 रुपये के नोट को बंद करने का आदेश दिया है. अब इसी दावे को लेकर PIB नेत फैक्ट चेक किया है. जानें क्या है इस वायरल दावे का सच.
500 Rupees Currency: सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर इन दिनों एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी बैंकों को आदेश दिया है कि सितंबर 2025 तक एटीएम से 500 रुपये के नोट देने बंद कर दिए जाएं. इस मैसेज में यह भी कहा गया कि मार्च 2026 तक देश के 90 फीसदी एटीएम केवल 200 रुपये और 100 रुपये के नोट ही देंगे. अब बात इतनी तेजी से फैली की आरबीआई को सफाई देनी पड़ी. दसअसल, इस वायरल खबर पर सरकार की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया आ गई है और इसे पूरी तरह से फर्जी बताया गया है.
PIB Fact Check ने किया खुलासा
सरकार के PIB Fact Check हैंडल ने इस मैसेज का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, “RBI ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है. 500 रुपये के नोट पूरी तरह से लीगल टेंडर है और आगे भी चलते रहेंगे. लोग इस तरह के झूठे मैसेज पर ध्यान न दें.”
सरकार ने सोशल मीडिया यूजर्स को चेतावनी दी है कि वे इस तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और किसी भी खबर को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच केवल आधिकारिक स्रोतों से ही करें.
वायरल मैसेज में क्या दावा किया गया था?
वायरल मैसेज में लिखा था, “RBI ने बैंकों को 30 सितंबर 2025 तक 500 रुपये के नोट एटीएम से देना बंद करने को कहा है. मार्च 2026 तक 90 फीसदी एटीएम केवल 200 रुपये और 100 रुपये के नोट ही देंगे. इसलिए जो 500 रुपये के नोट आपके पास हैं, उन्हें अभी से खर्च करना शुरू कर दें.” यह दावा पूरी तरह भ्रामक है और सरकार ने इसे साफ तौर पर नकार दिया है.
क्या बोले RBI 20 रुपये के नोट पर?
इस बीच RBI ने मई 2025 में जानकारी दी थी कि वह जल्द ही 20 रुपये के नए नोट जारी करेगा, जिस पर नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर होंगे. हालांकि RBI ने साफ किया कि पहले जारी किए गए सभी 20 रुपये के नोट भी पूरी तरह से वैध रहेंगे. इसीलिए आनलाइन सोशल मीडिया पर किए जा रहे किसी तरह के दावे पर भरोसा करने से पहले एक बार उसकी सत्यतता जरूर जांच लें. इस तरह के भ्रामक और गलत जानकारियों को फैलाने के पीछे का केवल एक ही कारण है, लोगों को परेशान करना.
ये भी पढ़ें- कमाई घटी, खर्चा बढ़ा और मालिक का 52 करोड़ का नया पता! क्या Zomato फाउंडर की लग्जरी सही दिशा दिखा रही है?