कॉरपोरेट सेक्टर में 6-15 फीसदी बढ़ेगी सैलरी ! इन स्किल वालों को मिल सकता है ज्यादा फायदा
इस साल देश के कॉर्पोरेट जगत में अच्छी सैलरी हाइक मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल कुछ सेक्टर्स में 40 फीसदी तक सैलरी हाइक देखने को मिलेगी.
Corporate Sector Workers: भारत में कॉरपोरेट सेक्टर के वर्कर्स की सैलरी को लेकर Michael Page 2025 Salary Guide ने एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट के मुताबिक, देश के कॉरपोरेट जगत में वर्कर्स की सैलरी में बढ़ोतरी होने वाली है. कॉरपोरेट सेक्टर में सैलरी ग्रोथ 6 से 15 फीसदी तक हो सकती है. रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में देश की इंडस्ट्री में स्पेशल स्किल्स की जरूरत होगी, जो सैलरी में बढ़ोतरी में भूमिका निभाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान समय में उभरते स्किल्स और महत्वपूर्ण लीडरशिप के कारण यह आंकड़ा 40 फीसदी तक पहुंच सकता है.
इतनी बढ़ सकती है सैलरी
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का जॉब मार्केट हाल के महीनों में मजबूती दिखा रहा है, जिससे 2024 की शुरुआत की तुलना में अधिक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं. प्रमोशन से 20-30% तक सैलरी में बढ़ोतरी होगी. जबकि प्रमोशन पर सैलरी में बढ़ोतरी 20-30 फीसदी तक जा सकती है. वहीं, महत्वपूर्ण नेतृत्व वाले पदों और उभरते कौशल वाले प्रोफेशनल्स के लिए यह बढ़ोतरी 30-40 फीसदी तक हो सकती है.
इन सेक्टर्स में जॉब की जबरदस्त मांग
माइकल पेज इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अंकित अग्रवाला के मुताबिक, इस साल सैलरी बढ़ोतरी का औसत 9 फीसदी रहेगा, लेकिन अलग-अलग उद्योगों और कौशल के आधार पर इसमें बड़ा अंतर देखा जा सकता है. उन्होंने बताया कि डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, स्टार्टअप इकोसिस्टम और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) के विस्तार से टेक्नोलॉजी सेक्टर में नई नौकरियों की भरमार हो रही है. साथ ही, AI, मशीन लर्निंग, साइबर सुरक्षा, डेटा प्राइवेसी, क्लाउड कंप्यूटिंग, फुल-स्टैक डेवलपमेंट, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), 5G और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी स्किल्स की भारी मांग बनी हुई है.
इन सेक्टर्स में नौकरी के साथ मिलेगी मोटी सैलरी
इस साल बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) सेक्टर में रिस्क मैनेजमेंट, फाइनेंशियल, अनुपालन और तकनीक से जुड़े प्रोफेशनल्स की भारी मांग है. अग्रवाल ने कहा, “यदि आप वेतन बढ़ोतरी और करियर में तरक्की चाहते हैं, तो आपको इन विषयों की गहरी समझ होनी चाहिए, क्योंकि बाजार अब ऐसे पेशेवरों की तलाश कर रहा है, जिनके पास व्यापक ज्ञान और कौशल हो.”.
भारत में विदेशी निवेश बढ़ा
भारत की वैश्विक निवेश बाजार में बढ़ती अहमियत को देखते हुए दर्जनों से अधिक निजी इक्विटी, सॉवरेन फंड, वेंचर कैपिटल, रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर फंड्स ने भारत में अपने संचालन का विस्तार किया है.
ESOPs और लॉन्ग-टर्म इंसेंटिव्स का बढ़ता चलन
कंपनियां वरिष्ठ पदों के लिए ESOPs (Employees Stock Option Plan) और लॉन्ग-टर्म इंसेंटिव्स जैसी योजनाएं अपना रही हैं. साथ ही, डायवर्सिटी और समावेशन इनक्लूजन पर भी जोर दे रही है. साथ ही कई कंपनियां 50 फीसदी महिला प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए कंपटीटिव सैलरी और लचीले वर्क ऑप्शन की भी व्यवस्था दे रही हैं.