ट्रंप टैरिफ से तमिलनाडु को भारी नुकसान, एक्सपोर्ट हब तिरुपुर को 150 अरब डॉलर का झटका, CM स्टालिन ने PM मोदी को लिखा लेटर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त में भारतीय सामानों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है, जो दुनिया की सबसे ज्यादा दरों में से एक है. इससे भारत के सबसे बड़े बाजार में एक्सपोर्ट कम हो गया. हालांकि, सरकार की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि ट्रेड डील को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत जारी है.

टैरिफ से हो रहे नुकसान को लेकर एमके स्टालिन ने पीएम मोदी को लिखा पत्र. Image Credit: Money9live

भारत के सबसे अमीर राज्यों में से एक तमिलनाडु, जो एक्सपोर्ट पर बहुत ज्यादा निर्भर है, उसने कहा है कि अमेरिका के ऊंचे टैरिफ से इस क्षेत्र के बिजनेस को ‘ठीक न होने वाला नुकसान’ हो रहा है और उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वॉशिंगटन के साथ तुरंत ट्रेड डील करने की अपील की है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने स्टालिन ने गुरुवार को पीएम मोदी को लिखे एक पत्र में कहा कि कुछ जिलों में एक्सपोर्ट ऑर्डर खत्म हो गए हैं, जिससे रोजाना 600 मिलियन रुपये (6.7 मिलियन डॉलर) के रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है. तिरुपुर जिले में, जिसे देश की निटवियर कैपिटल के नाम से भी जाना जाता है, वहां कन्फर्म ऑर्डर में 150 अरब रुपये का भारी नुकसान हुआ है, जिससे प्रोडक्शन में 30 फीसदी तक की कटौती करनी पड़ी है.

ट्रंप ने लगाया है 50 फीसदी का टैरिफ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त में भारतीय सामानों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है, जो दुनिया की सबसे ज्यादा दरों में से एक है. इससे भारत के सबसे बड़े बाजार में एक्सपोर्ट कम हो गया. महीनों की बातचीत और नई दिल्ली के अधिकारियों के जल्द ही डील होने की उम्मीद जताने के बावजूद, दोनों पक्ष बातचीत में फंसे हुए हैं और इस बात का कोई साफ संकेत नहीं है कि टैरिफ कम किए जाएंगे या नहीं.

हालांकि, सरकार की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि ट्रेड डील को लेकर भारत और अमेरिका के बीच बातचीत जारी है और जल्द ही एग्रीमेंट हो सकता है.

‘बढ़ता हुआ संकट’

स्टालिन ने प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में तमिलनाडु की स्थिति को ‘बढ़ता हुआ संकट’ बताया. उन्होंने आगे कहा कि इसके परिणामस्वरूप हुए आर्थिक नुकसान ने कई छोटे और मध्यम उद्यमों को ‘पतन के कगार पर’ धकेल दिया है.

अमेरिका भारत का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट मार्केट है और हाई टैरिफ ने टेक्सटाइल, रत्न-ज्वेलरी, चमड़ा और फुटवियर जैसे लेबर-इंटेंसिव सेक्टर पर असर डाला है, जिससे केंद्र सरकार को एक्सपोर्टर्स के लिए राहत उपायों के साथ दखल देना पड़ा है.

सबसे बड़े एक्सपोर्टिंग हब में से एक है तमिलनाडु

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी द्वारा शासित तमिलनाडु, भारत के टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, चमड़े और जूते-चप्पल, और ऑटोमोबाइल के सबसे बड़े एक्सपोर्टिंग हब में से एक है. देश का सबसे अधिक औद्योगीकृत राज्य होने के नाते, यह वियतनाम और मैक्सिको के साथ मुकाबला करता है और यहां Apple Inc. की फैक्ट्रियां हैं. हालांकि, मोबाइल फोन के एक्सपोर्ट पर फिलहाल ट्रंप के टैरिफ से छूट है.

ट्रेड डील को प्राथमिकता देने की बात

स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु देश के टेक्सटाइल एक्सपोर्ट में 28 फीसदी का योगदान देता है और इस सेक्टर में लगभग 7.5 मिलियन लोगों को रोजगार देता है. उन्होंने कहा कि राज्य की लेदर और फुटवियर इंडस्ट्री देश के सेक्टरल एक्सपोर्ट में 40 फीसदी का योगदान देती है और 10 लाख से ज्यादा मजदूरों को रोजगार देती है. पत्र में टैरिफ मुद्दे को जल्द से जल्द द्विपक्षीय समझौते के जरिए हल करने को प्राथमिकता देने की बात कही गई है.

आंध्र प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, जो सरकार में मोदी के गठबंधन सहयोगी हैं, ने भी इस बात पर चिंता जताई है कि अमेरिका के ऊंचे टैरिफ से राज्य के झींगा निर्यात को कितना नुकसान हो रहा है.

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