Tata ने ATM से किया तौबा! जानें क्या है वजह, अब खरीदेगी ये ऑस्ट्रेलियन कंपनी

टाटा कम्युनिकेशंस पेमेंट सॉल्यूशन (TCPSL) ने यह डील ऑस्ट्रेलियाई फिनटेक कंपनी Findi की भारतीय सब्सिडियरी, ट्रांजेक्शन सॉल्यूशंस इंटरनेशनल (TSI) के साथ किया है. इसी के साथ टाटा के सभी ब्राउन एटीएम फिंडी के हो जाएंगे.

टाटा ने बंद किया एटीएम बिजनेस Image Credit: @Tv9

Tata shuts ATM Service: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने टाटा कम्युनिकेशंस की कंपनी टाटा कम्युनिकेशंस पेमेंट सॉल्यूशन (TCPSL) को बेचने की मंजूरी दे दी है. टाटा ने यह डील ऑस्ट्रेलियाई फिनटेक कंपनी Findi की भारतीय सब्सिडियरी, ट्रांजेक्शन सॉल्यूशंस इंटरनेशनल (TSI) के साथ की है. कंपनी ने इस डील की घोषणा नवंबर 2024 में की थी जिसकी कीमत 330 करोड़ रुपये तय की गई है. इसमें इंटरचेंज रेट एडजस्टमेंट के आधार पर 75 करोड़ रुपये का अतिरिक्त चार्ज भी जोड़ा गया है.

फिंडी ने ये कदम देश में अपने फाइनेंशियल सर्विसेज के दायरे को बढ़ाने के लिए उठाया है. कंपनी का कहना है कि वह ‘अंडरबैंक्ड’ यानी जो बैंकिंग सुविधाओं से दूर हैं, उन तक अपनी पहुंच बढ़ाना चाहती है. कंपनी चाहती है कि वह एटीएम सर्विस (ATM Service) और डिजिटल पेमेंट विशेषज्ञता का इस्तेमाल करके पूरी तरह से एक पेमेंट बैंक बनाए.

क्या है वजह?

पिछले कुछ साल से ऑनलाइन पेमेंट में जिस तर्ज पर तेजी आई है, सरकारी से लेकर प्राइवेट बैंक तक ने एटीएम की संख्या को कम कर दिया है. ऐसा करने के पीछे का मुख्य कारण एटीएम बिजनेस में हो रहा घाटा हो सकता है. हालांकि कंपनी ने आधिकारिक रूप से इस तर्ज पर कोई बयान नहीं दिया है. लेकिन एटीएम के बदले लोग अब यूपीआई और ऑनलाइन पेमेंट के दूसरे माध्यमों का सहारा ले रहे हैं.

कितने हैं TSI के ATM?

मौजूदा समय में ट्रांजेक्शन सॉल्यूशंस इंटरनेशनल (TSI) देश भर में 7,500 से ज्यादा ‘ब्राउन लेबल’ एटीएम का संचालन करती है. ब्राउन लेबल एटीएम थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर है जो स्पॉन्सर बैंक के लिए ऑपरेट करती है. इसमें SBI, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और HDFC बैंक सहित 12 प्रमुख बैंक शामिल हैं.

इस अधिग्रहण के साथ फिंडी, 4,600 से ज्यादा इंडिकैश एटीएम को एकीकृत कर और लगभग 3,000 अतिरिक्त एटीएम तक अपनी पहुंच बनाएगा. इन नंबरों के साथ कंपनी के नेटवर्क में 12,000 से ज्यादा एटीएम हो जाएंगे जिससे यह एशिया के सबसे बड़े एटीएम ऑपरेटरों में से  एक बन जाएगा.

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टाटा ने कब की थी TCPSL की शुरुआत?

TCPSL की शुरुआत, 2008 में हुई थी और उसी समय कंपनी ने देश का पहला प्राइवेट लेबल एटीएम नेटवर्क Indicash को लॉन्च किया था. 2025 में, फिंडी का यह दूसरा बड़ा अधिग्रहण है, इससे पहले जनवरी में TSI ने 1,29,000 से अधिक मर्चेंट टचपॉइंट्स के साथ डिजिटल भुगतान की सर्विस देने वाले BankIT का अधिग्रहण किया था. इसी के साथ फिंडी का कुल मर्चेंट बेस 1,80,000 से अधिक हो गया.