सोना-चांदी छोड़िए… इस मेटल की चमक के सामने फीके पड़े सारे, एक साल में 70 फीसदी का रिटर्न
साल 2025 में सोना और चांदी की कीमतों में भारी उछाल आया, लेकिन इस साल प्लैटिनम की कीमत में लगभग 70 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. यह सोने के 51 फीसदी और चांदी के 58 फीसदी की बढ़ोतरी से कहीं ज्यादा है. यह पिछले लगभग 50 सालों में मेटल के लिए सबसे शानदार सालों में से एक है. प्लैटिनम की कीमतों में यह तेजी दुनिया भर में अनिश्चितता, महंगाई की चिंता और अमेरिकी सरकार के कामकाज में रुकावट जैसे कारणों से आई है.
Platinum Return: साल 2025 में सोना और चांदी की कीमतों में भारी उछाल आया, लेकिन प्लैटिनम ने सबसे ज्यादा ध्यान खींचा. इस साल प्लैटिनम की कीमत में लगभग 70 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. यह सोने के 51 फीसदी और चांदी के 58 फीसदी की बढ़ोतरी से कहीं ज्यादा है. यह पिछले लगभग 50 सालों में मेटल के लिए सबसे शानदार सालों में से एक है.हालांकि प्लैटिनम की कीमत में इतनी तेजी आई, फिर भी यह मई 2008 में अपने उच्चतम स्तर 2250 डॉलर प्रति औंस से 28 फीसदी नीचे है. साल 2023 और 2024 में प्लैटिनम की कीमत में हर साल 8 फीसदी की गिरावट आई थी, जबकि साल 2022 में इसमें 10 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई थी.
क्यों आई कीमतों में उछाल
प्लैटिनम की कीमत में यह उछाल आपूर्ति में कमी और औद्योगिक तथा निवेश की मांग में बढ़ोतरी के कारण हुआ है. इससे प्लैटिनम की कीमत में लंबे समय तक तेजी रहने की संभावना है. पिनट्री मैक्रो के संस्थापक रितेश जैन ने मनी कंट्रोल के हवाले से कहा, “प्लैटिनम अब सोने को पकड़ रहा है. कुछ समय पहले प्लैटिनम सोने से महंगा था. अब सोना प्लैटिनम से लगभग तीन गुना महंगा है. लोग गहनों में सोने की जगह प्लैटिनम का उपयोग कर रहे हैं. साथ ही, खदानों से प्लैटिनम की आपूर्ति बढ़ नहीं पा रही, जिससे कमी बनी हुई है.”
मेटल | कीमत | महीने में % | साल में % |
---|---|---|---|
सोना (Gold) | 3972.87 | +9.31% | +51.57% |
चांदी (Silver) | 48.504 | +17.33% | +58.17% |
तांबा (Copper) | 5.0260 | +11.72% | +13.65% |
स्टील (Steel) | 3,005.00 | -2.31% | -10.83% |
प्लैटिनम (Platinum) | 1,633.30 | +17.84% | +70.87% |
लोहा अयस्क (Iron Ore) | 104.48 | -0.43% | -7.04% |
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें की कम
सोने, चांदी और प्लैटिनम की कीमतों में यह तेजी दुनिया भर में अनिश्चितता, महंगाई की चिंता और अमेरिकी सरकार के कामकाज में रुकावट जैसे कारणों से आई है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें कम की हैं, जिससे बिना ब्याज देने वाली संपत्ति जैसे मेटलों में निवेशकों की रुचि बढ़ी है. दक्षिण अफ्रीका दुनिया में सबसे ज्यादा प्लैटिनम उत्पादन करता है. वहां भारी बारिश, बिजली की कमी और पानी की किल्लत ने उत्पादन को 24 फीसदी तक कम कर दिया. पुरानी खदानों में निवेश की कमी और बिजली संकट ने स्थिति को और बिगाड़ा है.
प्लैटिनम के खदानों में दिक्कत
वर्ल्ड प्लैटिनम इनवेस्टमेंट काउंसिल के अनुसार, साल 2025 में वैश्विक बाजार में 8.5 लाख औंस की कमी है. यह लगातार तीसरा साल है जब आपूर्ति कम है, जिससे बाजार में तनाव बना हुआ है. मांग की बात करें तो प्लैटिनम की जरूरत बढ़ रही है. इसका 70 फीसदी से ज्यादा उपयोग उद्योगों में होता है, जैसे वाहनों में कैटेलिटिक कनवर्टर और ग्रीन टेक्नॉलजी में. चॉइस ब्रोकिंग की कमोडिटी रिसर्च एनालिस्ट कविता मोरे ने मनी कंट्रोल कहा के हवाले से कहा कि साल 2025 और उसके बाद भी प्लैटिनम की स्थिति मजबूत रहेगी. हर साल 5 से 8.5 लाख औंस की कमी रहने की उम्मीद है.
डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ और सोने में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.