कौन है 31 साल का भारतीय छोरा जिसने गूगल क्रोम पर लगाया दांव, 2,96,700 करोड़ देने को है तैयार

भारतीय मूल के युवा उद्यमी अरविंद श्रीनिवास, Perplexity AI के CEO, ने सैन फ्रांसिस्को से टेक जगत में हलचल मचा दी है. IIT मद्रास और UC Berkeley से पढ़ाई कर चुके अरविंद ने OpenAI और DeepMind जैसे संगठनों में काम किया. उनकी कंपनी ने हाल ही में गूगल के क्रोम ब्राउजर को 34.5 अरब डॉलर में खरीदने का प्रस्ताव दिया, जो गूगल के खिलाफ अविश्वास कार्रवाइयों के बीच चर्चा में है. कौन हैं अरविंद श्रीनिवास जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

Co-Founder and CEO of Perplexity Aravind Srinivas Image Credit: Getty, Canva

Co-Founder and CEO of Perplexity Aravind Srinivas: सैन फ्रांसिस्को स्थित स्टार्टअप Perplexity के संस्थापक और CEO अरविंद श्रीनिवास (Aravind Srinivas) एक भारतीय मूल के युवा आंत्रप्रेन्योर हैं, जिन्होंने टेक वर्ल्ड में अपनी पहचान बनाई है. उन्होंने Open AI और DeepMind जैसे प्रतिष्ठित संगठनों में काम किया है और अब अपनी एआई सर्च कंपनी के माध्यम से गूगल जैसे दिग्गज टेक कंपनियों को टक्कर दे रहे हैं. पर्प्लेक्सिटी ने हाल ही में गूगल की क्रोम ब्राउजर को 34.5 अरब डॉलर यानी 2,96,700 करोड़ में खरीदने के लिए एक प्रस्ताव दिया है. आखिरकार कौन हैं भारतीय मूल के अरविंद श्रीनिवास जिन्होंने क्रोम जैसी दिग्गज कंपनी को खरीदने का मन बनाया है? यह प्रस्ताव मंगलवार सुबह अल्फाबेट इंक (गूगल की मूल कंपनी) को भेजा गया. यह कदम गूगल के खिलाफ चल रही अविश्वास कार्रवाइयों के बीच उठाया गया है.

कौन हैं अरविंद श्रीनिवास?

Who is Aravind Srinivas: भारतीय मूल के युवा उद्यमी अरविंद श्रीनिवास का जन्म 7 जून 1994 को चेन्नई में हुआ था. उन्होंने IIT मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech और M.Tech की डिग्री प्राप्त किया और फिर University of California, Berkeley से कंप्यूटर साइंस में Ph.D. की डिग्री हासिल की. अपने Ph.D. के दौरान ही उन्होंने OpenAI, Google Brain, और DeepMind में रिसर्च लेखक के रूप में काम किया. अगस्त 2022 में, उन्होंने Denis Yarats, Johnny Ho, और Andy Konwinski के साथ मिलकर Perplexity AI की स्थापना की. मौजूदा वक्त में वे Perplexity के CEO और प्रमुख चेहरा हैं. अपने बचपन के दिनों में जब भी अरविंद श्रीनिवास IIT मद्रास के परिसर के पास से गुजरते थे, तो उनकी मां कहा करती थीं कि एक दिन तुम भी यहां पढ़ोगे. IIT मद्रास में दाखिला लेकर उन्होंने अपनी मां का सपना साकार किया है.

क्या Google क्रोम ब्राउजर बेचेगा?

पिछले साल एक फेडरल जज ने फैसला सुनाया था कि गूगल का इंटरनेट सर्च में एकाधिकार है. इसके बाद, अमेरिकी सरकार ने गूगल से क्रोम ब्राउजर बेचने और कुछ अन्य बदलाव करने का कहा है. अमेरिकी जिला न्यायाधीश अमित मेहता जल्द ही इस मामले में अंतिम फैसला सुनाने वाले हैं, जो गूगल के सर्च मार्केट मॉनोपॉली को रोकने के लिए उपाय सुझाएगा. यही वजह है कि पर्प्लेक्सिटी के संस्थापक और सीईओ अरविंद श्रीनिवास क्रोम ब्राउजर खरीदने का प्रस्ताव दिया है.

अरविंद श्रीनिवास की कंपनी की कैसी है वित्तीय सेहत?

हाल ही में पर्प्लेक्सिटी की वैल्यू 18 अरब डॉलर आंका गया. कंपनी ने इस साल की शुरुआत में 100 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई थी. इतनी बड़ी राशि में क्रोम को खरीदने का प्रस्ताव देने के सवाल पर कंपनी के मुख्य व्यवसाय अधिकारी दिमित्री शेवेलेन्को ने कहा कि कई बड़े निवेश फंड इस सौदे को पूरी तरह से फाइनेंस करने के लिए तैयार हैं. यदि यह सौदा होता है, तो कंपनी अगले दो वर्षों में क्रोम और क्रोमियम में 3 अरब डॉलर का निवेश करेगी.

टिकटॉक को भी दे चुके हैं ऑफर

यह पहली बार नहीं है जब पर्प्लेक्सिटी ने किसी बड़ी कंपनी के अधिग्रहण के लिए प्रस्ताव दिया हो. इस साल की शुरुआत में, कंपनी ने टिकटॉक की मूल कंपनी ByteDance Ltd को इसके अमेरिकी ऑपरेशन के साथ विलय करने और एक कंपनी बनाने का प्रस्ताव दिया था. अरविंद श्रीनिवास ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि टिकटॉक को अमेरिका में बैन का सामना करना पड़ रहा है.