बुजुर्गों से डॉलर में लूटे करोड़ों, शेल कंपनियों का बिछाया जाल, अमेरिकी कोर्ट में दोषी करार…अब चढ़ा CBI के हत्थे

एक भारतीय युवक जिसने अमेरिका में शरण मांगी और फिर बुजुर्गों को निशाना बनाकर ऐसा खेल रचा कि जांच एजेंसियां भी चौंक गईं. आखिर क्या था उसका तरीका? कैसे वह बना लाखों डॉलर की ठगी का मास्टरमाइंड? और अब CBI क्यों कर रही है उसपर कार्रवाई....कमेंट बॉक्स में खबर की लिंक

अंगद सिंह चंधोक Image Credit: TV9 Network

अंतरराष्ट्रीय ठगी का जाल बुनने वाला और अमेरिका में बुजुर्गों को लाखों डॉलर की चपत लगाने वाला अंगद सिंह चंधोक आखिरकार भारत की जांच एजेंसियों की गिरफ्त में है. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने उसे अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत लाया है. 2022 में अमेरिकी अदालत से छह साल की सजा पा चुका चंधोक, तकनीकी सहायता के नाम पर अमेरिका के दर्जनों नागरिकों से ठगी कर चुका है. अमेरिकी जांच एजेंसियों के मुताबिक, वह न सिर्फ धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड था बल्कि मनी लॉन्ड्रिंग और शेल कंपनियों के जरिए करोड़ों की हेराफेरी भी करता था.

बुजुर्गों को बनाया था आसान शिकार

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, अंगद सिंह चंधोक ने एक अंतरराष्ट्रीय तकनीकी सहायता घोटाले (tech-support scam) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इस स्कीम के तहत पीड़ितों, खासकर बुजुर्गों, को झूठे बहाने से यह यकीन दिलाया जाता था कि उनके कंप्यूटर में तकनीकी समस्या है, जिसे ठीक कराने के लिए उन्हें बड़ी रकम चुकानी होगी.

अमेरिकी अभियोजक ज़ैकरी ए. कुन्हा ने कहा कि चंधोक ने न केवल ठगी में अहम भूमिका निभाई, बल्कि उसने अमेरिका में बैठकर मनी लॉन्ड्रिंग और शेल कंपनियों का जाल भी तैयार किया. कैलिफोर्निया से संचालित इस नेटवर्क में कई कंपनियां बनाई गईं, जिनका मकसद सिर्फ ठगे गए पैसों को सफेद बनाना था. अमेरिकी एजेंसियों ने बताया कि उसके नीचे कम से कम पांच लोग काम करते थे, और वह सीधे अंतरराष्ट्रीय ठग नेटवर्क से जुड़ा था.

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ट्रैवेल फीस स्कैम में भी था लिप्त

ठगी सिर्फ तकनीकी सहायता तक सीमित नहीं रही. बाद में, चंधोक ने यात्रा शुल्क (travel fee scam) के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूलनी शुरू की. इस पूरे नेटवर्क ने सैकड़ों अमेरिकी नागरिकों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया, जिनमें से कई अपनी जीवनभर की जमा पूंजी गंवा बैठे. अब जब चंधोक भारत पहुंच चुका है, CBI के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. भारत में भी उसके खिलाफ पहले से दर्ज कई मामलों में अब आगे की कार्रवाई होगी.