BrahMos मिसाइल देख कांप गया था पाक, 8 घंटे में खत्म हो गई थी आतंकिस्तान की तैयारी, डरकर पहुंचा था अमेरिका
10 मई को भारत के सटीक हवाई हमलों ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस और सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया. 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय वायुसेना की करारी जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान का जवाबी ऑपरेशन मात्र 8 घंटे में ढह गया और उसे अमेरिका से सीजफायर की गुहार लगानी पड़ी.

Operation Sindoor and Pakistan: 10 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस सिस्टम और प्रमुख सैन्य ठिकानों को हवाई हमलों से निशाना बनाकर भारी नुकसान पहुंचाया था. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से शुरू किया गया ऑपरेशन ‘Bunyan al-Marsoos’ महज आठ घंटे में ढह गया, जिसके बाद इस्लामाबाद ने अमेरिका से सीजफायर के लिए मध्यस्थता की गुहार लगाई.
ऑपरेशन सिंदूर से हुई थी शुरुआत
इस पूरे सैन्य घटनाक्रम की शुरुआत भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से हुई, जिसे 7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया. ये हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ था जिसमें 26 लोग मारे गए थे और भारत ने इसके पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकियों का हाथ बताया. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. इनमें 170 से अधिक आतंकियों और 42 पाकिस्तानी सैन्य कर्मियों को मार गिराया गया.
पाकिस्तान ने 10 मई की रात 1 बजे भारतीय एयरबेस पर हमला करने के इरादे से ऑपरेशन ‘Bunyan al-Marsoos’ शुरू किया था. लेकिन भारतीय वायुसेना ने सुबह 9:30 बजे तक चार जबरदस्त हवाई हमले करके इस ऑपरेशन को पूरी तरह नाकाम कर दिया.
पाकिस्तान के कई जगह हुए तबाह
भारतीय वायुसेना ने नूर खान (चकलाला), जैकोबाबाद और भोलारी जैसे प्रमुख पाकिस्तानी एयरबेस पर सर्जिकल स्ट्राइक की. राफेल लड़ाकू विमानों से दागी गई SCALP मिसाइलों और SU-30 MKI से छोड़े गए ब्रह्मोस मिसाइलों ने पाकिस्तान की नॉर्दन एयर कमांड को तहस-नहस कर दिया. अमृतसर के पास स्थित एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाई और 11 बार दुश्मन के विमानों को निशाना बनाया. इसमें पाकिस्तान का SAAB-2000 अर्ली वॉर्निंग एयरक्राफ्ट, C-130J ट्रांसपोर्ट विमान, JF-17 फाइटर और दो F-16 जेट्स को हवा और जमीन पर मार गिराया गया.
BrahMos देख अमेरिकी मदद के लिए दौड़ा था पाक
भारतीय हमलों में चीन के HQ-9 और LY-80 एयर डिफेंस सिस्टम को भी खत्म कर दिया गया. इन्हें पाकिस्तान ने रूस के S-300 सिस्टम की सस्ती नकल के रूप में खरीदे थे. भारतीय नौसेना के जहाज 10 मई को मकरान तट से 260 मील दूर तैनात थे, जिससे कराची नेवल पोर्ट पर हमले की संभावना साफ हो गई थी. पाकिस्तान के डीजीएमओ ने ब्रह्मोस मिसाइल के इस्तेमाल पर कड़ी चेतावनी दी थी. लेकिन भारत की सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व ने दबाव में आए बिना अपने फैसले पर डटे रहे. दोपहर तक पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत से ‘नो-फायर एग्रीमेंट’ यानी युद्धविराम की अपील कर दी थी, जिससे साफ हो गया कि भारत की सैन्य रणनीति और जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को पूरी तरह बैकफुट पर ला दिया.
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