मोदी सरकार का स्‍पेस सेक्‍टर के लिए बड़ा ऐलान, स्‍टार्टअप पर खर्च करेगी 1,000 करोड़

स्‍पेस इंडस्‍ट्री में स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए IN-SPACe कार्यक्रम के तहत ₹1,000 करोड़ के वेंचर कैपिटल फंड को मंजूरी दी गई है, इससे रोजगार को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी.

स्‍पेस सेक्‍टर के लिए नए वेंचर कैपिटल फंड को मिली मंजूरी Image Credit: PTI/freepik

स्‍पेस सेक्‍टर यानी अंतरिक्ष क्षेत्र में रोजगार और इनोवेशन को बढ़ावा देने के मकसद से मोदी सरकार ने गुरुवार को बड़ा ऐलान किया. सरकार ने स्‍पेस इंडस्‍ट्री में स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए IN-SPACe कार्यक्रम के तहत ₹1,000 करोड़ के वेंचर कैपिटल फंड को मंजूरी दी. कैबिनेट की बैठक में लिए गए इस निर्णय की घोषणा केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की. उन्‍होंने बताया कि इस फंड को 5 साल में खर्च किया जाएगा.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस फंड से हर साल 150 से 250 करोड़ का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके लिए रूपरेखा तैयार की गई है, जिसके तहत वित्त वर्ष 2025-26 में 150 करोड़ रुपये और इसके बाद 250-250 करोड़ इस फंड से इस्तेमाल किए जाएंगे. सरकार की योजना के मुताबिक इस फंड से करीब 40 ऐसे स्टार्टअप्स की मदद की जाएगी जो स्पेस में काम करेंगे.

इस पहल से होंगे ये फायदे

सरकार के इस फैसले से भारत के स्‍पेस सेक्‍टर को बढ़ाने, राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ तालमेल बिठाने, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी. केंद्रीय मंत्री के अनुसार इस फंड के उपयोग से लॉन्‍ग टर्म में देश को फायदा मिलेगा. सरकार का कहना है कि उसका मकसद इस फंड से भारत को वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में पेश करना है.

इन क्षेत्राें में बढ़ेगा रोजगार

इस स्‍पेशल फंड से स्‍पेस आपूर्ति श्रृंखला-अपस्ट्रीम, मिडस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम में स्टार्टअप का समर्थन किया जाएगा, जिससे भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा मिल सकेगा. प्रत्येक निवेश इंजीनियरिंग, सॉफ्टवेयर विकास, डेटा विश्लेषण और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा, ऐसे में आपूर्ति श्रृंखलाओं, रसद और पेशेवर सेवाओं में हजारों नौकरियों के अवसर बनेंगे.