भारत-पाक सीजफायर पर अमेरिका के भूमिका पर ट्रंप ने दी सफाई, कहा- “मैंने मध्यस्थता नहीं की पर मदद की”

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है. एक हाई-प्रोफाइल मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐसी टिप्पणी की है, जो दक्षिण एशियाई कूटनीति के संदर्भ में काफी अहम मानी जा रही है. बयान की टाइमिंग ऐसे वक्त में आई है जब भारत-पाक के बीच सीजफायर फैसले का क्रेडिट अमेरिका को दिया जा रहा था.

ट्रंप Image Credit: Money9 Live

बीते दिनों भारत-पाक के बीच सीजफायर की सबसे पहली सूचना ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया के जरिए दी थी. ऐसे में दोनों देशों के बीच मध्यस्थता का क्रेडिट अमेरिका को दिया गया, अब ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति के पीछे अमेरिका के भूमिका को साफ किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस वक्त कतर दौरे पर हैं. गुरुवार को राजधानी दोहा में आयोजित एक इवेंट में उन्होंने कहा, “मैं ये नहीं कहना चाहता कि मैंने फिक्स किया, लेकिन मैं जरूर कहूंगा कि हालात बिगड़ते जा रहे थे और फिर अचानक मिसाइलों की जगह कुछ और होने लगा… और इस मामले को सुलझाने के लिए मैंने मदद की.”

मध्यस्थता नहीं की पर मदद की

ट्रंप का यह वीडियो व्हाइट हाउस यूट्यूब से जारी किया गया है. बीते दिनों ट्र्रंप ने कहा गया था कि दोनों देशों में तनाव कम हो रहा है. अब उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए ट्रंप ने खुलासा किया कि उन्होंने दोनों देशों को समझाया कि युद्ध के बजाय व्यापार को प्राथमिकता दी जाए. उन्होंने कहा- “मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने (समस्या) सुलझाई, लेकिन यकीनन मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले हफ्ते जो समस्या थी, उसे सुलझाने में मदद की. हालात लगातार बिगड़ते जा रहे थे और अचानक मिसाइलों की जगह कुछ और ही होने लगा, हमने उसे सुलझा लिया. उम्मीद करता हूं कि जब मैं यहां से बाहर निकलूं तो दो दिन बाद पता न चले कि मामला फिर बिगड़ गया है लेकिन मुझे लगता है कि अब वह सुलझ गया है. हमने उनसे व्यापार पर भी बात की. युद्ध के बजाय व्यापार करें. पाकिस्तान इससे काफी खुश हुआ, भारत भी काफी खुश हुआ और मुझे लगता है कि अब वे सही रास्ते पर हैं…”

1000 साल की दुश्मनी का जिक्र

ट्रंप ने अपने बयान में आगे कहा, “वे करीब 1000 सालों से लड़ते आ रहे हैं, ईमानदारी से कहूं तो. तो मैंने कहा, पता है, मैं इसे सुलझा सकता हूं. मुझे इसे सुलझाने दीजिए, चलिए सबको एक साथ लाते हैं. मैंने पूछा, ‘आप लोग कितने सालों से लड़ रहे हैं?’ करीब 1000 साल से जो बहुत ज्यादा है. मुझे नहीं पता कि इसे सुलझाया जा सकता है या नहीं. यह तो बहुत कठिन मामला है। वे बहुत लंबे समय से लड़ते आ रहे हैं… और स्थिति वाकई नियंत्रण से बाहर जाने वाली थी.”

यह भी पढ़ें: पहली बार मंथली जॉब रिपोर्ट जारी, अप्रैल 2025 में 5.1 फीसदी रही बेरोजगारी दर, पुरुष ज्यादा निठल्ले

यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर पूरी तरह से शांति ने जगह नहीं ली है. वक्त-वक्त पर पाकिस्तान के तरफ से सीजफायर का उल्लंघन किए जाने की खबरे आ रही है. हालांकि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संवादों की संभावनाएं भी खुल रही हैं.