IPO से पहले बढ़ीं Boat की मुश्किलें, कर्मचारी तेजी से छोड़ रहे कंपनी, CEO-COO में भी फेरबदल
IPO की तैयारी कर रही कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Boat इन दिनों एक बड़ी चुनौती का सामना कर रही है. पहले से ज्यादा कर्मचारी नौकरी छोड़ रहे हैं. कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में 107 कर्मचारी Boat से गए थे, जबकि 2023-24 में यह संख्या बढ़कर 132 हो गई. अब 2024-25 में 161 कर्मचारी कंपनी छोड़ चुके हैं. इस बात की जानकारी कंपनी के Updated DRHP में दी गई है.
Boat faces attrition: IPO की तैयारी कर रही कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Boat इन दिनों एक बड़ी चुनौती का सामना कर रही है. कंपनी में कर्मचारियों के छोड़कर जाने की दर यानी attrition rate लगातार बढ़ रही है. वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का attrition rate 34 फीसदी रहा. यह रेट पिछले साल 28 फीसदी था. यानी अब पहले से ज्यादा कर्मचारी नौकरी छोड़ रहे हैं. कंपनी के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में 107 कर्मचारी Boat से गए थे, जबकि 2023-24 में यह संख्या बढ़कर 132 हो गई. अब 2024-25 में 161 कर्मचारी कंपनी छोड़ चुके हैं. सिर्फ अप्रैल से जून 2025 (FY26 की पहली तिमाही) में ही 31 कर्मचारी Boat से बाहर हो गए.
DRHP में दी गई इस बात की जानकारी
इस बात की जानकारी कंपनी के Updated DRHP में दी गई है. Boat ने अपने दस्तावेज में कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और तकनीकी उद्योग में एक्सपर्ट मैनेजमेंट और कर्मचारियों को बनाए रखना और नए लोगों की भर्ती करना बहुत कठिन है. कंपनी को डर है कि अगर समय पर उपयुक्त लोग नहीं मिले तो इसका असर उसके बिजनेस और विकास पर पड़ सकता है. Boat ने बताया कि 30 जून 2025 तक उसके पास कुल 553 फुल-टाइम कर्मचारी थे. इसके अलावा 407 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी भी कंपनी से जुड़े थे. कुल मिलाकर लगभग 960 लोग Boat के लिए काम कर रहे थे.
लीडरशिप में भी हुए बड़े बदलाव
Boat ने यह भी साफ किया कि अब तक कंपनी में कभी हड़ताल जैसी स्थिति नहीं बनी, लेकिन वह यह गारंटी नहीं दे सकती कि भविष्य में भी रिश्ते हमेशा अच्छे बने रहेंगे. कंपनी में हाल ही में लीडरशिप में भी बड़े बदलाव हुए हैं. Boat के सह-संस्थापक समीर मेहता, जो अब तक कंपनी के CEO थे. वे अब Executive Director की भूमिका में चले गए हैं. वहीं कंपनी के COO गौरव नैय्यर को नया CEO बनाया गया है. साथ ही दूसरे सह-संस्थापक और CMO अमन गुप्ता अब Non-Executive Director के रूप में बोर्ड में रहेंगे.
ये सभी बदलाव ऐसे समय पर हुए हैं जब Boat अपनी IPO यानी शेयर बाजार में लिस्टिंग की तैयारी कर रही है. कंपनी ने अपने IPO का साइज भी घटा दिया है. पहले जहां Boat ज्यादा फंड जुटाना चाहती थी, अब उसने कुल 1500 करोड़ रुपये जुटाने का फैसला किया है. इसमें से 500 करोड़ रुपये नए शेयर जारी कर जुटाए जाएंगे और 1000 करोड़ रुपये का Offer for Sale (OFS) मौजूदा निवेशकों द्वारा किया जाएगा.
इतना दर्ज हुआ नेट प्रॉफिट
Boat ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) में 628 करोड़ की इनकम दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में 11 फीसदी ज्यादा है. कंपनी को इस दौरान 21 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 31 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में Boat को 60 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुनाफा हुआ, जबकि इससे पहले साल कंपनी को 80 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
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