Lenskart IPO GMP: लिस्टिंग से पहले धड़ाम हुआ ग्रे मार्केट प्रीमियम, 94% तक गिरावट; कल होगी बाजार में एंट्री
पियुष बंसल की कंपनी Lenskart कल शेयर बाजार में अपनी एंट्री करने जा रही है. लेकिन इससे पहले निवेशकों के बीच इसका रुख अचानक बदल गया है. बाजार में कुछ ऐसा हुआ है जिसने लिस्टिंग डे के मूड पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जानिए आखिर क्यों बढ़ी बेचैनी.
पीयूष बंसल की अगुवाई वाली आईवियर कंपनी Lenskart Solutions Ltd सोमवार, 10 नवंबर 2025 को शेयर बाजार में डेब्यू करने जा रही है. हालांकि लिस्टिंग से ठीक पहले कंपनी के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में जबरदस्त गिरावट आई है. निवेशकों में जहां शुरुआत में जोश था, वहीं अब बाजार में इसके प्रति रुझान ठंडा पड़ता दिख रहा है.
ग्रे मार्केट में गिरा जोश
Lenskart के IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) अब अपने उच्च स्तर से लगभग 94 फीसदी तक गिर चुका है. शुरुआती दिनों में जहां GMP 108 रुपये तक पहुंच गया था, वहीं रविवार सुबह यह घटकर सिर्फ 6.5 रुपये रह गया. इसका मतलब है कि कंपनी के शेयर की संभावित लिस्टिंग कीमत लगभग 408.5 रुपये हो सकती है, जो इसके इश्यू प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर (402 रुपये) से मात्र 1.6 फीसदी अधिक है. यह संकेत देता है कि लिस्टिंग पर बड़ा मुनाफा मिलने की उम्मीद फिलहाल कमजोर है.
IPO में हुआ जबरदस्त सब्सक्रिप्शन
Lenskart का IPO 31 अक्टूबर से 4 नवंबर 2025 तक खुला था और निवेशकों से इसे शानदार रिस्पॉन्स मिला. यह इश्यू कुल 28.26 गुना सब्सक्राइब हुआ. कंपनी को 9.97 करोड़ शेयरों के मुकाबले 281.88 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं.
यह निवेशकों के मजबूत भरोसे को दर्शाता है, लेकिन ग्रे मार्केट की सुस्ती ने अब शॉर्ट-टर्म सेंटीमेंट पर असर डाला है.
IPO का प्राइस बैंड 382-402 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. रिटेल निवेशकों के लिए एक लॉट में 37 शेयर रखना अनिवार्य था, यानी कम से कम 14,874 रुपये के निवेश की जरूरत थी. कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 3,91,644 शेयर आरक्षित रखे थे, जिन्हें 19 रुपये की छूट पर पेश किया गया.
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कंपनी का बिजनेस मॉडल
Lenskart एक टेक्नोलॉजी-ड्रिवन आईवियर ब्रांड है, जो चश्मे, सनग्लासेस, कॉन्टैक्ट लेंस और एक्सेसरीज बेचती है. भारत इसका सबसे बड़ा बाजार है, लेकिन कंपनी ने जापान, साउथ-ईस्ट एशिया और मिडल ईस्ट में भी विस्तार किया है.
जून 2025 तक कंपनी के पास कुल 2,806 स्टोर थे, जिनमें से 2,137 भारत में और 66 विदेशों में हैं.
ऑनलाइन-ऑफलाइन ओम्नीचैनल मॉडल पर काम करने वाली यह कंपनी अब अपने पहले बाजार प्रदर्शन से निवेशकों की उम्मीदों पर खरी उतरने की तैयारी में है.
डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.