Ecom Express ने दिया डबल झटका! 500 कर्मचारियों की करेगी छंटनी, IPO का प्‍लान भी टाला

ecom express ने निवेशकों को झटका दिया है, कंपनी ने आईपीओ का प्‍लान टाल दिया है. आईपीओ में फ्रेश इश्‍यू और ओएफएस दोनों शामिल थे. सेबी ने पिछले साल दिसंबर में इसके आईपीओ को मंजूरी दी थी.

ecom express IPO Image Credit: freepik

Ecom Express IPO: थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप ईकॉम एक्सप्रेस ने निवेशकों समेत कर्मचारियों को झटका दिया है. कंपनी ने आईपीओ की योजना को अचानक रोकने का फैसला किया है. इससे इंवेस्‍टर्स मायूस हैं. इतना ही नहीं कंपनी ने 500 से अधिक कर्मचारियों को निकालने की भी योजना बनाई है. बता दें पिछले साल दिसंबर में सेबी ने ईकॉम एक्‍सप्रेस के आईपीओ को मंजूरी दी थी, लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं.

मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के सूत्रों का कहना है कि ईकॉम एक्सप्रेस लागत में कटौती करने की कोशिश कर रही है, जिसकी वजह से ये कदम उठाए गए हैं. ईकॉम एक्सप्रेस का प्रस्तावित आईपीओ में 1,284.50 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों के नए फ्रेश इश्यू और प्रमोटर्स और अन्य शेयरधारकों की ओर से बेचे जाने वाले 1,315.50 करोड़ रुपये मूल्य का OFS शामिल था.

IPO में कौन बेच रहे थे हिस्‍सेदारी?

इस आईपीओ में ईगलबे इन्वेस्टमेंट लिमिटेड 211.48 करोड़ रुपये के शेयर बेचने की योजना बना रहा था, जबकि पीजी एस्मेराल्डा समूह 931.39 करोड़ रुपये और ब्रिटिश इन्वेस्टमेंट पीएलसी 136.97 करोड़ रुपये के शेयर बेचने वाले थे.

कौन थे बुक लीड मैनेजर?

इस प्रस्ताव के बुक-रनिंग लीड मैनेजर में यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड, और एक्सिस कैपिटल लिमिटेड शामिल थे. जबकि लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस पेशकश के रजिस्ट्रार थे.

यह भी पढ़ें: Hexaware Tech IPO: 12 फरवरी को खुलेगा ये मेगा आईपीओ, ग्रे मार्केट में जानें क्‍या है हाल

500 कर्मचारियों की जाएगी नौकरी

सूत्रों का कहना है कि कर्मचारियों को बुलाकर इस्तीफा देने के लिए कहा जा रहा है और अगले कुछ दिनों में 500 से अधिक लोग अपनी नौकरी खो सकते हैं. इसके अलावा कंपनी पहले ही 3,000 से ज्यादा पिन कोड, 1,000 डिलीवरी सेंटर (डीसी) और 20 प्रमुख हब बंद करने का फैसला ले चुकी है. ईकॉम एक्‍सप्रेस का दावा है कि वह देश के 27,000 पिन कोड तक अपनी सेवाएं पहुंचाती है और लगभग 97 प्रतिशत भारतीयों तक इसकी पहुंच है, जिसमें शहरी और टियर 2 और उससे ऊपर के बाजार भी शामिल हैं. हालांकि ईकॉम एक्सप्रेस के कर्मचारियों की छंटनी, री-ऑर्गनाइजेशन और आईपीओ को लेकर आई ये खबर लोगों की उम्मीदों को झटका दे सकती है.