Online परीक्षा कराने वाली इस कंपनी का खुल रहा IPO, सिंगापुर से USA तक फैला है बिजनेस, जानें पूरी डिटेल्स
एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज का आईपीओ 19 से 21 नवंबर तक खुला रहेगा. यह आईपीओ 500 करोड़ रुपये का है, जिसमें 180 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 320 करोड़ रुपये का ओएफएस शामिल है. कंपनी लर्निंग और असेसमेंट से जुड़े सॉफ्टवेयर बनाने वाली एक SaaS कंपनी है. आईपीओ से जुटे फंड का इस्तेमाल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में किया जाएगा.
Excelsoft Technologies IPO: IT सेक्टर की कंपनी एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज (Excelsoft Technologies) का IPO 19 नवंबर को खुलने जा रहा है. इस इश्यू के जरिए कंपनी बाजार से 500 करोड़ रुपये जुटाएगी. यह फ्रेश इश्यू और OFS का मिश्रण है. यानी इश्यू के जरिए जुटाई जाने वाली पूरी राशि कंपनी के पास नहीं जाएगी. निवेशक 19 नवंबर से 21 नवंबर तक इसमें निवेश कर सकेंगे. कंपनी ने अभी प्राइस बैंड की घोषणा नहीं की है. इसलिए अभी ये तय नहीं किया जा सकता है कि निवेशक को कम से कम कितना निवेश करना होगा.
एंकर निवेशकों के लिए बोली 18 नवंबर को
कंपनी के एंकर निवेशकों के लिए बोली 18 नवंबर को होगी. यह आईपीओ पूरी तरह से नए शेयर जारी करने और प्रमोटर की बिक्री का मिश्रण है. यह 500 करोड़ रुपये का आईपीओ है. इसमें 180 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे. बाकी 320 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी प्रमोटर कंपनी पेदांता टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड बेचेगी. यह ऑफर फॉर सेल (OFS) है.
पैसों का क्या करेगी कंपनी?
नए शेयरों से आने वाले पैसे का इस्तेमाल कंपनी मैसूर में जमीन खरीदने और नई बिल्डिंग बनाने में करेगी. पुरानी बिल्डिंग को अपग्रेड करेगी. आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगी और बाकी सामान्य कामों में खर्च करेगी.
किसके लिए कितना हिस्सा रिजर्व?
कंपनी ने कुल ऑफर का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रखा है. 35 प्रतिशत रिटेल निवेशकों के लिए है. 15 प्रतिशत नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए रखा गया है.
ये हैं लीड मैनेजर और रजिस्ट्रार
आईपीओ का एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर आनंद राठी एडवाइजर्स (Anand Rathi Advisors Ltd.) है. एमयूएफजी इंटाइम इंडिया रजिस्ट्रार (MUFG Intime India Pvt.Ltd.) की भूमिका निभाएगा.
क्या करती है कंपनी?
एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज एक ग्लोबल SasS (Software as a Service) कंपनी है, जो लर्निंग और असेसमेंट मार्केट पर फोकस करती है. यह शिक्षा और परीक्षा से जुड़े सॉफ्टवेयर बनाती है. परीक्षा और सर्टिफिकेशन देने वाली संस्थाएं, एडमिशन टेस्ट काउंसिल, सरकारी विभाग और कंपनियां कंपनी के सरस ई-असेसमेंट प्लेटफॉर्म और ईजीप्रॉक्टर रिमोट प्रॉक्टरिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल करती हैं.
ये परीक्षाएं कराने में मदद करते हैं. कंपनी पब्लिशर्स को डिजिटल लर्निंग सॉल्यूशन देने में मदद करती है. इसमें डिजिटल एसेट मैनेजमेंट, सब्सक्रिप्शन मैनेजमेंट और एनालिटिक्स शामिल हैं. अगस्त 2025 तक कंपनी 19 देशों में 76 क्लाइंट्स को सर्विस दे रही है. इसका कारोबार भारत, मलेशिया, सिंगापुर, यूके और अमेरिका तक फैला हुआ है.
डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP से संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.