NSE पर इन्वेस्टर अकाउंट 24 करोड़ पार, टॉप पर महाराष्ट्र, टियर-2 और टियर-3 शहरों में तेजी से बढ़ रहे निवेशक
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने नवंबर में एक नया रिकॉर्ड बनाया है. निवेशकों के कुल खाते 24 करोड़ (240 मिलियन) के पार पहुंच गए हैं. महाराष्ट्र 4 करोड़ अकाउंट के साथ शीर्ष पर है, जबकि उत्तर प्रदेश और गुजरात क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. कोविड के बाद रिटेल निवेशकों की संख्या में तेजी आई है.
NSE Investor Accounts: देश के शेयर बाजार में निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने नवंबर 2025 में एक और बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. एनएसई पर अब कुल निवेशक खातों की संख्या 24 करोड़ (240 मिलियन) को पार कर गई है. यह उपलब्धि एक्सचेंज ने केवल एक साल में हासिल की है, जब पिछले वर्ष अक्टूबर में निवेशक खातों की संख्या 20 करोड़ थी.
महाराष्ट्र शीर्ष पर, यूपी और गुजरात भी आगे
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र निवेशकों की संख्या में सबसे आगे रहा, जहां 4 करोड़ से अधिक अकाउंट हैं. इसके बाद उत्तर प्रदेश 2.7 करोड़ और गुजरात 2.1 करोड़ खातों के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. पश्चिम बंगाल और राजस्थान में भी 1.4 करोड़ खाते हैं. शीर्ष पांच राज्यों के पास कुल खातों का लगभग 49 फीसदी हिस्सा है.
बढ़ी निवेशक जागरूकता और शिक्षा पर जोर
कोविड के बाद रिटेल निवेशकों की भागीदारी तेजी से बढ़ी है. इसी के साथ इन्वेस्टमेंट एजुकेशन की भूमिका भी अहम हो गई है. एनएसई ने इस साल इन्वेस्टमेंट एजुकेशन कार्यक्रमों में तेजी लाई है. वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में एक्सचेंज ने 11,875 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए, जिनसे 6.2 लाख लोगों तक पहुंच बनाई गई.
निवेशकों की हिस्सेदारी 22 साल के हाई पर
सितंबर 2025 तक एनएसई में लिस्टेड कंपनियों में पर्सनल निवेशकों की हिस्सेदारी 18.75 फीसदी पर पहुंच गई है, जो पिछले 22 वर्षों का उच्चतम स्तर है. पिछले पांच वर्षों में निफ्टी 50 और निफ्टी 500 इंडेक्स ने क्रमशः 15 और 18 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है, जिससे निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है.
सरकार और रेगुलेटरों के कदमों से बढ़ा भरोसा
पिछले कुछ वर्षों में सरकार, एनएसई और सेबी ने कई इन्वेस्टर प्रोटेक्शन मेजर लागू किए हैं. मोबाइल ट्रेडिंग को इंटीग्रेट करना, KYC प्रक्रिया को सरल बनाना और निवेशक जागरूकता अभियानों ने बाजार में पारदर्शिता और विश्वास को बढ़ाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में निवेश वातावरण को और मजबूत किया गया है.
टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी निवेशक सक्रिय
एनएसई के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्री श्रीराम कृष्णन ने कहा कि अब छोटे शहरों और कस्बों के निवेशक भी बाजार से जुड़ रहे हैं. आज निवेशकों के पास इक्विटी, बॉन्ड, ETF, REIT, InvIT और सरकारी सिक्योरिटीज जैसे कई निवेश विकल्प उपलब्ध हैं. तकनीक आधारित यह इनक्लूसिव फाइनेंशियल इकोसिस्टम भारत को निवेशकों के लिए और आकर्षक बना रहा है.
Latest Stories
BlackRock का भारत पर बड़ा दांव! वैल्यूएशन रिसेट और टैरिफ टेंशन खत्म होने के बाद अब नई उड़ान को तैयार बाजार
पूरी तरह सब्सक्राइब हुआ फिजिक्सवाला का IPO, निवेशकों ने दिखाई जोरदार दिलचस्पी; 18 नवंबर को होगी लिस्टिंग
रेखा झुनझुनवाला का एक और स्मार्ट फैसला, बैंक मर्जर से पहले खरीदे झोली भरके शेयर, Nazara के वक्त भी किया था सरप्राइज
Closing Bell: सेंसेक्स-निफ्टी फ्लैट बंद, मेटल चमके और IT में गिरावट; बिहार के चुनावी नतीजों पर टिकी निवेशकों की निगाहें
