25 जून को खुलेगा HDB Financial IPO, HDFC निवेशक ऐसे करें अप्लाई, बढ़ जाएगी अलॉटमेंट मिलने की संभावना
HDFC Bank से जुड़ी एक प्रमुख एनबीएफसी कंपनी अब बाजार में धमाकेदार एंट्री की तैयारी में है. जून के आखिरी हफ्ते में इसका आईपीओ खुलेगा, और खास बात ये है कि जिनके पास एक भी HDFC शेयर है, उन्हें इसमें मिल सकती है एक अतिरिक्त सुविधा.
एक ऐसा मौका जिसका इंतजार निवेशक लंबे समय से कर रहे थे अब आखिरकार सामने आ गया है. देश की सातवीं सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय (NBFC) कंपनी HDB Financial Services अपना आईपीओ ला रही है. दिलचस्प बात यह है कि यह कंपनी HDFC Bank की सहायक इकाई है और इस आईपीओ में बैंक के शेयरधारकों को खास रिजर्वेशन या गया है. अगर आपने 19 जून या उससे पहले HDFC Bank के शेयर अपने डिमैट में रखे हैं, तो आपके लिए यह आईपीओ कुछ अतिरिक्त लाभ लेकर आया है.
IPO की तारीखें और डिटेल्स
HDB Financial Services का 12,500 करोड़ रुपये का आईपीओ 25 जून 2025 को खुलेगा और 27 जून तक सब्सक्रिप्शन के लिए रहेगा. शेयरों की लिस्टिंग 2 जुलाई को NSE और BSE पर होगी. प्राइस बैंड 700 रुपये से 740 रुपये प्रति शेयर के बीच तय किया गया है. इस आईपीओ में न्यूनतम 20 शेयर (1 लॉट) के लिए आवेदन करना होगा.
इस इश्यू में 2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल शामिल है.
IPO से जुटाए गए फंड्स को कंपनी अपने पूंजी आधार को मजबूत करने और आगे के लोन वितरण (एंटरप्राइज, एसेट, कंज्यूमर) के लिए इस्तेमाल करेगी.
HDFC Bank शेयरधारकों के लिए स्पेशल कोटा
जो निवेशक 19 जून 2025 तक HDFC Bank के शेयर अपने डिमैट अकाउंट में रखे हुए थे, वे HDB Financial Services के IPO में शेयरधारक कोटे से आवेदन कर सकते हैं. इस कोटे में 1,250 करोड़ रुपये के शेयर आरक्षित रखे गए हैं. हालांकि, इस कोटे में कोई अतिरिक्त डिस्काउंट नहीं मिलेगा.
एक ही निवेशक शेयरहोल्डर कोटे के साथ-साथ रिटेल या NII कोटे के तहत भी आवेदन कर सकता है. इससे अलॉटमेंट के मौके बढ़ सकते हैं.
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कंपनी का कारोबार
HDB Financial Services की स्थापना 2007 में हुई थी. यह HDFC Bank की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी है और RBI द्वारा इसे NBFC-UL यानी अपर लेयर एनबीएफसी की श्रेणी में रखा गया है.
कंपनी का लोन बुक 31 मार्च 2025 तक 1.06 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जो सालाना 18.8% की दर से बढ़ा है इसके तीन प्रमुख बिजनेस वर्टिकल हैं-
- एंटरप्राइज लेंडिंग (39.3%): MSMEs को सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन
- एसेट फाइनेंस (38.03%): कमर्शियल व्हीकल्स, ट्रैक्टर्स आदि के लिए फाइनेंस
- कंज्यूमर फाइनेंस (22.66%): टू-व्हीलर, ड्यूरेबल्स और पर्सनल लोन
कंपनी की पहुंच छोटे शहरों तक है. 70% से ज्यादा ब्रांचेस टियर 4 और उससे छोटे टाउन में हैं
फाइनेंशियल हाइलाइट्स
(₹ करोड़ में) | वित्त वर्ष 2023 (FY23) | वित्त वर्ष 2024 (FY24) | वित्त वर्ष 2025 (FY25) |
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राजस्व (Revenue) | 12,402 | 14,171 | 16,300 |
कुल संपत्ति (Total Assets) | 70,050 | 92,556 | 1,08,663 |
शुद्ध लाभ (Net Profit) | 1,959.3 | 2,460.8 | 2,175.9 |
ईबीआईटीडीए (EBITDA) | 6,251 | 8,314 | 9,512 |