Hyundai IPO : आखिरी 50 मिनट में ‘एक दम से वक्त बदल दिया, जज्बात बदल दिए’, 235% हुआ सब्सक्रिप्शन
इश्यू साइज के हिसाब से देश के सबसे बड़े आईपीओ की शुरुआत के दो दिन गजब दुर्गति हुई. लग रहा था कि आईपीओ को 100% सब्सक्रिप्शन भी नहीं मिल पाएगा. लेकिन, आखिरी 50 मिनट में क्यूआईबी ने हुंडई का 'एक दम से वक्त बदल दिया, जज्बात बदल दिए' और 200% सब्सक्रिप्शन की भेंट दीं. बाकी ग्रे मार्केट औ रिटेल में क्या रहा हाल, चलिए जानते हैं.
हुंडई मोटर इंडिया के 27,870 करोड़ रुपये के मेगा आईपीओ ने आखिरी दिन 235% सब्सक्रिप्शन हासिल कर सबको चौंका दिया है. आईपीओ पहले दो दिन में महज 42% सब्सक्रिप्शन के साथ बुरी तरह फ्लॉप होता दिख रहा था. लेकिन, तीसरे और आखिरी दिन के आखिरी 50 मिनट में अचानक से रुख बदला और सब्सक्रिप्शन 200% पार हो गया. आखिरी वक्त में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) कंपनी के आईपीओ के रेक्यू के लिए आगे आए.
बहरहाल, ग्रे मार्केट प्राइस (जीएमपी) के लिहाज से देखें, तो कंपनी के शेयरों को लेकर निवेशकों खास उत्साह नहीं दिख रहा है. फिलहाल, हुंडई के शेयर का जीएमपी 0.71% पर बना हुआ है. विश्लेषक कंपनी की मजबूत बाजार स्थिति और वित्तीय स्थिति के चलते दीर्घकालिक निवेश की सलाह दे रहे हैं. लेकिन, ज्यादातर ब्रोकरेज हाउस ने आईपीओ से दूरी बनाने की सलाह ही दी है.
कहां इस्तेमाल होगा आईपीओ का पैसा
कंपनी की तरफ से डीआरएचपी में दी गई जानकारी के मुताबिक आईपीओ से हासिल होने वाली रकम को आरएंडडी और इनोवेशन में लगाने के लिए दक्षिण कोरिया स्थित अपनी मूल कंपनी को भेजा जाएगा. एंकर इन्वेस्टर्स से कंपनी पहले ही 8,315.28 करोड़ रुपये जुटा चुकी है.
किस कैटेगरी में कितना सब्सक्रिप्शन
17 अक्टूबर शाम पांच बजे तक आईपीओ ओवरऑल 235% सब्सक्रिप्शन हासिल कर चुका है. सबसे ज्यादा 6.95 गुना सब्सक्रिप्शन क्यूआईबी कैटेगरी में मिला है. वहीं, सबसे कम सब्सक्रिप्शन सिर्फ 6% सब्सक्रिप्शन नॉन इंस्टीट्यूशनल (एनआईआई) कैटेगरी में हुआ है. वहीं, रिटेल कैटेगरी में भी आईपीओ सिफ 49% ही भरा है.
किस कैटेगरी में कितना कोटा
आईपीओ के जरिये कंपनी ने कुल 14 करोड़ 21 लाख 94 हजार 700 शेयर बेचने का प्रस्ताव रखा. इसमें से एंकर इन्वेस्टर्स के लिए 4,24,24,890 यानी 29.84% शेयर का कोटा रखा गया था. क्यूआईबी के लिए 2,82,83,260 शेयर यानी 19.89% कोटा. एनआईआई के लिए 2,12,12,445 शेयर यानी 14.92% कोटा तय किया गया. सबसे ज्यादा 4,94,95,705 यानी 34.81% शेयर का कोटा रिटेल कैटेगरी में रखा गया. इसके अलावा शेष कोटा बीएनआईआई, एसएनआईआई व एम्प्लोयी के लिए रिजर्व किया गया था.
आईपीओ के प्रमुख तथ्य
आईपीओ डेट | 15 से 17 अक्टूबर, 2024 |
लिस्टिंग डेट | 22 अक्टूबर |
फेस वेल्यू | 10 रुपये प्रति शेयर |
प्राइस बैंड | 1865 से 1960 प्रति शेयर |
रिटेल लॉट साइज | 7 शेयर |
इश्यू साइज | 27,870.16 करोड़ रुपये के 142,194,700 शेयर |
ऑफर फॉर सेल | 100% |
आईपीओ पर विशेषज्ञों का रुख
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर विश्लेषकों ने निवेशकों को कंपनी के शेयर लंबी अवधि को ध्यान में रखकर खरीदन की सलाह दी है. आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने सलाह दी है कि अनुकूल परिस्थितियों, मजबूत वित्तीय स्थिति और एक स्वस्थ एसयूवी उत्पाद की स्थिर विकास संभावनाओं को देखते हुए हुंडई को सब्सक्राइब करने की सलाह दी जाती है. कंपनी मध्यम से लंबी अवधि में स्वस्थ दोहरे अंकों का पोर्टफोलियो रिटर्न दे सकती है. इसी तरह आनंद राठी ने भी लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्रिप्शन की सलाह दी है.
बेदह मजबूत है कंपनी का प्रोफाइल
हुंडई भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है. सेडान, हैचबैक और एसयूवी कैटेगरी में 13 वाहन मॉडल बेचती है. कंपनी का लक्ष्य एशिया में हुंडई मोटर को सबसे बड़ा वाहन उत्पादक बनाना है. इसके लिए भारत में अपनी मजबूत स्थानीय विनिर्माण क्षमताओं का लाभ उठाना चाहती है. कंपनी की चेन्नई में दो मैन्यूफैक्चचरिंग फैसिलिटी हैं. इनकी संयुक्त उत्पादन क्षमता 8.24 लाख यूनिट प्रति वर्ष है, जो फिलहाल अपनी क्षमता का 90% इस्तेमाल कर रही हैं.
कैसा रहा है वित्तीय प्रदर्शन
जून 2024 में समाप्त मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में हुंडई मोटर ने 17,344 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया. यह पिछले वर्ष की समान अवधि में 16,624 करोड़ रुपये का. राजस्व का 76% घरेलू बाजार से मिला, जबकि 24% निर्यात से मिला था। तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,489.65 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष यह 1,329.19 करोड़ रुपये था.