अगर स्विगी के IPO में पैसा लगाने का है मूड, तो निवेश से पहले जान लें सभी जरूरी बातें

स्विगी के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम भी 100 रुपये से अधिक पर नजर आ रहा है. स्विगी में प्रॉसस और सॉफ्टबैंक जैसी दिग्गज कंपनियों ने निवेश किया है. इसलिए लोगों को नजर इस आईपीओ पर है.

स्विगी से जुड़े हैं ये खास लोग Image Credit: Getty image

ऑनलाइन फूड डिलीवर कंपनी स्विगी का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) नवंबर के पहले हफ्ते में सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होगा. फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का लक्ष्य इस इश्यू के जरिए लगभग 11,300 करोड़ रुपये जुटाना है. कंपनी का आईपीओ 6 से 8 नवंबर के बीच निवेश के लिए खुलेगा. स्विगी के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम भी 100 रुपये से अधिक पर नजर आ रहा है. स्विगी में प्रॉसस और सॉफ्टबैंक जैसी दिग्गज कंपनियों ने निवेश किया है. इसलिए लोगों को नजर इस आईपीओ पर है. अगर आप स्विगी के आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं, तो निवेश से पहले कुछ चीजों आपको जरूर जान लेनी चाहिए.

पैसे का क्या करेगी स्विगी?

आईपीओ के लिए स्विगी की वैल्यूएशन 11.2 अरब डॉलर आंकी गई है. यह अस्थिर बाजार और हुंडई इंडिया के आईपीओ को मिले ठंडे रिस्पॉन्स के चलते प्राइमरी टार्गेट 15 अरब डॉलर से 25 फीसदी कम है. कंपनी का इरादा जुटाई गए फंड को टेक्नोलॉजी, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में लगाने की है. साथ ही अपनी सहायक कंपनी स्कूटसी के जरिए बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए भी कंपनी इस फंड का इस्तेमाल कर सकती है. इसके लिए अगले चार से पांच साल में ब्रांडिंग और बिजनेस प्रमोशन में पैसे खर्च किए जाएंगे.

प्राइस बैंड और GMP?

रिपोर्ट के अनुसार, स्विगी अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 371-390 रुपये प्रति शेयर के बीच तय करने जा रही है. इसका जीएमपी 130 रुपये के आसपास नजर आ रहा है.

ऑफर फॉर सेल

ब्लैकरॉक और कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड (CPPIB) जैसे दिग्गज 11,774 करोड़ रुपये इस आईपीओ में निवेश कर सकते हैं. इस तरह यह साल की दूसरी सबसे बड़ी स्टॉक ऑफरिंग हो सकती है. फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का लक्ष्य इस इश्यू के जरिए लगभग 11,300 करोड़ रुपये जुटाना है, जिसमें 6,800 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल (OFS) और 4,500 करोड़ रुपये की फ्रेश इक्विटी शामिल है.

स्विगी का कारोबार

2014 में बनी स्विगी फिलहाल देशभर में 2,00,000 से अधिक रेस्टोरेंट के साथ पार्टनर है और क्विक कॉमर्स सेक्टर में ज़ोमैटो के स्वामित्व वाली ब्लिंकिट, ज़ेप्टो और टाटा के बिगबास्केट के साथ मुकाबला कर रही है. स्विगी का मुख्य कारोबार फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म इंस्टामार्ट के जरिए ग्रॉसरी डिलीवरी है.

लीड मैनेजर्स

स्विगी आईपीओ का नेतृत्व सिटी, जेपी मॉर्गन, कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेफरीज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एवेंडस कैपिटल और बोफा सिक्योरिटीज कर रहे हैं. इसमें सिरिल अमरचंद मंगलदास द्वारा कानूनी सलाह दी गई है. सितंबर में स्विगी ने भारत की हाल ही में शुरू की गई गोपनीय आईपीओ फाइलिंग प्रक्रिया के तहत अपनी लिस्टिंग के लिए सेबी की मंजूरी हासिल की थी.

स्विगी का घाटा

वित्त वर्ष 2024 में स्विगी का रेवेन्यू 36 फीसदी बढ़कर 11,247 करोड़ रुपये रहा. पिछले वित्त वर्ष में यह 8,265 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी ने इस दौरान अपना घाटा 44 फीसदी कम किया था और वित्त वर्ष 2024 में यह 2,350 करोड़ रुपये रहा था.