IPO Alert: ₹353 करोड़ के IPO के लिए तैयार है हेल्थकेयर सेक्टर की ये कंपनी, फाइल किया DRHP; जानें पूरी डिटेल
भारत की सबसे बड़ी डायलिसिस सर्विस देने वाली कंपनी NephroPlus ने SEBI के पास 353 करोड़ रुपये के IPO के लिए DRHP फाइल किया है. इस फंड का इस्तेमाल नए क्लिनिक खोलने, कर्ज चुकाने और दूसरे कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए किया जाएगा.
NephroPlus IPO DRHP: हैदराबाद में एक हेल्थकेयर कंपनी है जिसका नाम Nephrocare Health Services है, वह जल्द ही शेयर बाजार में दस्तक देने वाली है. कंपनी को NephroPlus नाम से भी जाना जाता है. कंपनी ने सिक्योरिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (SEBI) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल कर दिया है. इस आईपीओ के जरिए कंपनी 353.4 करोड़ रुपये जुटाने की प्लानिंग कर रही है. इश्यू दो हिस्सों में बंटा होगा- एक फ्रेश इश्यू, जिसमें नए शेयर जारी किए जाएंगे, और दूसरा ऑफर फॉर सेल (OFS), जिसके तहत मौजूदा निवेशक अपने शेयर बेचेंगे.
रमक का क्या करेगी कंपनी?
कंपनी IPO से प्राप्त राशि का इस्तेमाल मुख्य रूप से दो कार्यों में करेगी: लगभग 129 करोड़ रुपये नए डायलिसिस क्लिनिक खोलने में और करीब 136 करोड़ रुपये पुराने कर्ज चुकाने में. इसके अलावा बाकी राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए किया जाएगा. NephroPlus ने यह भी कहा है कि वह IPO से पहले 70.6 करोड़ रुपये तक की Pre-IPO Placement कर सकती है. अगर यह प्लेसमेंट होती है तो फ्रेश इश्यू उतने ही रुपये से घटा दिया जाएगा.
कौन बेच रहा शेयर?
OFS के जरिए 1.27 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे. शेयर बेचने वालों में प्रमुख प्रमोटर और निवेशक शामिल हैं जैसे कि इन्वेस्टकॉर्प प्राइवेट इक्विटी फंड II, हेल्थकेयर पैरेंट लिमिटेड, इन्वेस्टकॉर्प ग्रोथ ऑपर्च्यूनिटी फंड और Edoras Investment Holdings Pte. Ltd. इसके अलावा दूसरे निवेशक जैसे International Finance Corporation और 360 One Special Opportunities Fund (Series 9 और 10) भी इसमें शामिल हैं.
कैसी है वित्तीय स्थिति?
वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहा. कंपनी ने 755 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 67 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया. इसके प्रमोटर्स में Vikram Vuppala, BVP Trust, Healthcare Parent Limited, और Investcorp Funds शामिल हैं. NephroPlus का IPO हेल्थकेयर सेक्टर में निवेश के इच्छुक लोगों के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है, खासकर जब कंपनी की मौजूदगी और वित्तीय स्थिति मजबूत दिखाई देती है. अब निवेशकों की नजर SEBI की मंजूरी पर टिकी है.
क्या करती है कंपनी?
NephroPlus की शुरुआत 2009 में हुई थी और यह आज भारत की सबसे बड़ी संगठित डायलिसिस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी बन चुकी है. इसके पास 447 क्लिनिक, 269 शहरों, और 21 राज्यों व 4 केंद्र शासित प्रदेशों में मौजूदगी है. कंपनी हर साल 33,000 से ज्यादा मरीजों को सेवाएं देती है.
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