41 गुना बिडिंग के बाद NSDL शेयर मिलने के चांस हो गए बेहद कम, जानें आपके पास कितना मौका; GMP भागा
NSDL IPO की बंपर सब्सक्रिप्शन के बाद अब लाखों निवेशकों को सिर्फ एक सवाल परेशान कर रहा है कि क्या हमें शेयर मिलेंगे? किसी को भरोसा है, किसी को डर. लेकिन सबके लिए है एक स्पष्ट गणित, जो आपके शेयर मिलने की संभावनाओं का पर्दा खोल सकता है.
NSDL IPO Allotment: नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) का IPO आज 1 अगस्त को बंद हो गया है. तीन दिन की बोली प्रक्रिया के बाद इस IPO को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. लेकिन अब असली सवाल ये है कि किस कैटेगरी के निवेशकों को शेयर मिलने के कितने चांस हैं? खासकर जब कुल सब्सक्रिप्शन 41 गुना से ज्यादा हुआ हो.
किस कैटेगरी में कितना ओवरसब्सक्रिप्शन?
NSDL का यह 4,102 करोड़ रुपये का IPO पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल था, जिसमें IDBI Bank, NSE, SBI, HDFC Bank जैसे बड़े शेयरधारकों ने अपनी हिस्सेदारी बेची. प्राइस बैंड 760 से 800 रुपये तय किया गया था और शेयर सिर्फ BSE पर लिस्ट होंगे.
अब बात करें सब्सक्रिप्शन की तो आंकड़े कुछ इस प्रकार रहे:
कैटेगरी | आरक्षित शेयर | सब्सक्राइब हुए शेयर | सब्सक्रिप्शन (गुना) |
---|---|---|---|
QIB | 1,00,12,000 | 1,04,09,16,654 | 103.97x |
NII | 75,09,001 | 26,26,76,196 | 34.98x |
रिटेल | 1,75,21,001 | 13,54,70,304 | 7.73x |
कर्मचारी | 85,000 | 13,10,562 | 15.42x |
आपको शेयर मिलने के कितना चांस?
IPO में जितना अधिक सब्सक्रिप्शन होता है, शेयर अलॉटमेंट की संभावना उतनी ही कम हो जाती है. सरल भाषा में देखें तो रिटेल कैटेगरी में 100 में से सिर्फ 13 को ही शेयर मिल सकते हैं.
निवेशक वर्ग | सब्सक्रिप्शन (गुना में) | अलॉटमेंट संभावना | सरल भाषा में समझें |
---|---|---|---|
रिटेल (Retail) | 7.73x | 12.9% | 100 में से 13 को मिलेगा |
QIB (संस्थागत निवेशक) | 103.97x | 0.96% | 100 में से 1 को भी मुश्किल से मिलेगा |
NII (गैर-संस्थागत निवेशक) | 34.98x | 2.86% | 100 में से लगभग 3 को मिलेगा |
लिस्टिंग और GMP अपडेट
NSDL का GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) 135 रुपये चल रहा है. यानी लिस्टिंग प्राइस 935 रुपये हो सकता है, जो इश्यू प्राइस से लगभग 17 फीसदी ज्यादा है. IPO का अलॉटमेंट 4 अगस्त को फाइनल होगा.
डिस्क्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.