Pine Labs IPO: खुलने से पहले ही 45000% का रिटर्न, 50 पैसे के दांव ने बदली तकदीर, जानें किसने मारी बाजी
बाजार की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए कंपनी ने अपने IPO के साइज में भी बदलाव किया है. फ्रेश इश्यू को 2,600 करोड़ रुपये से घटाकर 2,080 करोड़ रुपये किया गया. ऑफर फॉर सेल (OFS) को 14.78 करोड़ शेयरों से घटाकर 8.23 करोड़ शेयरों तक सीमित किया गया है.
फिनटेक कंपनी Pine Labs Ltd ने अपने IPO का प्राइस बैंड 210–221 रुपये प्रति शेयर तय किया है, जिससे कंपनी की कुल वैल्यूएशन करीब 25,376 करोड़ रुपये बनती है. हालांकि यह बैंड कंपनी के अनलिस्टेड मार्केट प्राइस 298 रुपये प्रति शेयर से करीब 26 फीसदी नीचे है. अगस्त 2025 में Pine Labs के शेयर ग्रे मार्केट में 385 रुपये प्रति शेयर के स्तर तक पहुंचे थे, यानी अब IPO के अपर प्राइस बैंड से लगभग 43 फीसदी की गिरावट आई है. इसका मतलब है कि लेट-स्टेज और रिटेल निवेशकों को भारी मार्कडाउन का सामना करना पड़ रहा है.
प्रमोटर्स और शुरुआती निवेशकों की तगड़ी कमाई
जहां नए निवेशक डिस्काउंट पर एंट्री करेंगे, वहीं शुरुआती निवेशक इस IPO में मल्टीबैगर रिटर्न के साथ मोटा मुनाफा बटोरेंगे. Peak XV Partners (पहले Sequoia Capital India) ने Pine Labs में लगभग 20 फीसदी हिस्सेदारी सिर्फ 5.60 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर खरीदी थी. अब इस हिस्सेदारी की वैल्यू 121 करोड़ रुपये से बढ़कर करीब 4,775 करोड़ रुपये हो गई है. यानी करीब 3,850 फीसदी का शानदार रिटर्न.
इसी तरह, कंपनी के CEO और MD अमरीश राउ ने भी अपनी 2.47 फीसदी हिस्सेदारी सिर्फ 6.62 रुपये प्रति शेयर पर खरीदी थी. अब उनकी होल्डिंग की वैल्यू 584 करोड़ रुपये हो गई है, जो करीब 3,240 फीसदी की छलांग दर्शाती है. वहीं, को-फाउंडर लोकवीर कपूर का मुनाफा तो और भी चौंकाने वाला है. उन्होंने 50 पैसे प्रति शेयर के हिसाब से 20,862,816 शेयर लिए थे, जिनकी वैल्यू अपर प्राइस बैंड के हिसाब से मौजूदा वैल्यू 461 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. अगर रिटर्न फीसदी में देखें तो 0.49 पैसे से 221 रुपये अपर प्राइस बैंड के हिसाब से 45,000 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न हुआ.
संस्थागत निवेशकों को भी जबरदस्त फायदा
कई बड़े निवेशकों ने भी Pine Labs में अपना दांव लगाया था, और अब उन्हें मल्टीफोल्ड रिटर्न मिल रहा है. Actis की हिस्सेदारी की वैल्यू 439 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,356 करोड़ रुपये हो गई है, यानी 210 फीसदी की बढ़त. Temasek (MacRitchie Investments) की हिस्सेदारी 578 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,665 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. यानी करीब 188 फीसदी का रिटर्न. वहीं PayPal को करीब 185 फीसदी का मुनाफा और Mastercard Asia को लगभग 71 फीसदी का रिटर्न हुआ है.
हालांकि, हर शुरुआती निवेशक के लिए कहानी इतनी चमकदार नहीं रही. AIM Investment Fund को अपने औसत खरीद मूल्य 243.90 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले करीब 10 फीसदी का नुकसान झेलना पड़ सकता है, जबकि Lone Cascade LP को अपने औसत एंट्री प्राइस 191 रुपये प्रति शेयर पर सिर्फ 15 फीसदी का मुनाफा मिला है.
कंपनी प्रोफाइल
1998 में एक Point-of-Sale (PoS) डिवाइस कंपनी के रूप में शुरू हुई Pine Labs अब एक फुल-स्टैक मर्चेंट कॉमर्स प्लेटफॉर्म बन चुकी है. कंपनी अब डिजिटल पेमेंट, Buy Now Pay Later (BNPL), इनवॉइसिंग, लॉयल्टी प्रोग्राम और Fave ऐप के जरिए ऑनलाइन पेमेंट जैसी सेवाएं प्रदान करती है. वर्तमान में Pine Labs के पास भारत, मलेशिया और UAE में 10 लाख से ज्यादा मर्चेंट्स का नेटवर्क है.
कंपनी की पिछली वैल्यूएशन 2022 में 5 बिलियन डॉलर थी. हाल ही में कंपनी ने अपना मुख्यालय सिंगापुर से भारत शिफ्ट किया है, ताकि घरेलू लिस्टिंग की प्रक्रिया को सरल बनाया जा सके.
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IPO साइज में की गई कटौती
बाजार की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए कंपनी ने अपने IPO के साइज में भी बदलाव किया है. फ्रेश इश्यू को 2,600 करोड़ रुपये से घटाकर 2,080 करोड़ रुपये किया गया. ऑफर फॉर सेल (OFS) को 14.78 करोड़ शेयरों से घटाकर 8.23 करोड़ शेयरों तक सीमित किया गया है.
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